PM Modi की रैली से चिराग-उपेंद्र फिर नदारद, क्या NDA के साथ पार्टनर ही करने जा रहे 'खेला'?
चिराग पासवान और उपेंद्र कुशवाहा दोनों ही नेता एनडीए के पार्टनर हैं लेकिन जिस दिन से नीतीश कुमार ने एनडीए में एंट्री ली है ये दोनों ही नेता असहज नजर आ रहे हैं। चिराग पासवान तो खुलकर नीतीश को लेकर अपनी नाराजगी बयां भी कर चुके हैं। वहीं बीते दिनों जब मोदी की बेगूसराय और औरंगाबाद में रैली हुई तो वहां भी चिराग और कुशवाहा नजर नहीं आए।
डिजिटल डेस्क, पटना। Chirag Paswan And Upendra Kushwaha बिहार में लोकसभा चुनाव के मद्देनजर सियासी हलचल तेज है। अभी तक ना तो इंडी गठबंधन में सीट शेयरिंग हुई है और ना ही एनडीए में। माना जा रहा है कि आने वाले दो से तीन काफी अहम होने वाले हैं। इस सबके बीच एक और मुद्दा है जो इस समय लाइमलाइट में बना हुआ है और वो है चिराग पासवान और उपेंद्र कुशवाहा का मोदी की रैली से दूरी बनाना।
दरअसल, चिराग पासवान और उपेंद्र कुशवाहा दोनों ही नेता एनडीए के पार्टनर हैं, लेकिन जिस दिन से नीतीश कुमार ने एनडीए में एंट्री ली है, ये दोनों ही नेता असहज नजर आ रहे हैं। चिराग पासवान तो खुलकर नीतीश को लेकर अपनी नाराजगी बयां भी कर चुके हैं। वहीं, बीते दिनों जब मोदी की बेगूसराय और औरंगाबाद में रैली हुई तो वहां भी चिराग और कुशवाहा नजर नहीं आए।
मोदी की रैली (PM Modi) में नीतीश कुमार (Nitish Kumar) भी पहुंचे थे। यहां तक की हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा के मुखिया जीतन राम मांझी (Jitan Ram Manjhi) और लोक जनशक्ति पार्टी के पशुपति पारस (Pashupati Paras) भी मौजूद थे। लेकिन चिराग और उपेंद्र कुशवाहा के ना आने से सियासी अटकलबाजी तेज हो गई। बुधवार को बेतिया में प्रधानमंत्री मोदी की रैली हुई, यहां भी चिराग और उपेंद्र कुशवाहा नजर नहीं आए।
सोशल मीडिया पर नहीं किया पोस्ट
चिराग पासवान और उपेंद्र कुशवाहा, दोनों ही नेता प्रधानमंत्री मोदी की तारीफ करते नहीं थकते हैं। चिराग पासवान तो खुद को मोदी का हनुमान तक कह दिया था। हालांकि, दोनों ही नेताओं ने प्रधानमंत्री के लिए सोशल मीडिया पर कोई पोस्ट नहीं किया। एक्स पर एक्टिव रहने वाले चिराग पासवान ने पीएम मोदी के स्वागत में कुछ नहीं लिखा। ऐसे में साफ है कि कहीं ना कहीं किसी बात को नाराजगी जरूर है।
चिराग पासवान और कुशवाहा की चुप्पी
आपको बता दें कि 2 मार्च को बेगूसराय में प्रधानमंत्री मोदी और नीतीश कुमार की रैली हुई। एक तो इस रैली में चिराग-कुशवाहा नजर नहीं आए और जब मीडिया में सवाल उठने लगे तो उन्होंने खुद से कोई प्रतिक्रिया भी नहीं दी। 4 दिन बीत चुके हैं, अटकलों का दौर जारी है, लेकिन चिराग पासवान और उपेंद्र कुशवाहा चुप हैं। ऐसे में इस चुप्पी के कई सियासी मायने निकाले जा रहे हैं। कहीं आने वाले दिनों में एनडीए के साथ 'खेला' ना हो जाए।राष्ट्रीय जनता दल ने भी चल दी अपनी चाल
सीट शेयरिंग से पहले राष्ट्रीय जनता दल (RJD) ने भी अपनी चाल दी। एक तरफ से चिराग पासवान को राजद के साथ आने के लिए खुला ऑफर दे दिया गया है। बीते दिनों जब चिराग पासवान के आईएनडीआईए गठबंधन में शामिल होने को लेकर नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव (Tejashwi Yadav) से सवाल किया गया तो उन्होंने कहा कि इस विषय में वही ज्यादा बेहतर बता सकते हैं। अगर उन्हें आना है तो वो तय करेंगे। हमें इसमें कुछ नहीं करना। साफ है कि अगर चिराग आते हैं तो तेजस्वी को इससे कोई परेशानी नहीं है।
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