VIDEO: CAB Bihar Protest: कई जगह रोकीं ट्रेनें, कहीं मारपीट व पथराव; CM नीतीश ने ये कहा..
CAA-NRC के विरोध में वामदलों ने गुरुवार को बिहार बंद कराया जिसका पटना में मिला-जुला असर रहा जबकि कई अन्य जिलों में व्यापक असर रहा। कहीं ट्रेनें रोकी गईं तो कहीं तोड़फोड़ हुआ।
By Kajal KumariEdited By: Updated: Fri, 20 Dec 2019 03:04 PM (IST)
पटना, जेएनएन। Citizenship Amendment Act BIhar Protest: नागरिकता संशोधन कानून के खिलाफ गुरुवार को वामदलों ने बिहार बंद कराया। बिहार बंद को कांग्रेस, रालोसपा और हम के अलावा जाप पार्टी का भी समर्थन प्राप्त था। इस बंद से राजद ने खुद को अलग रखा था। राजद का बिहार बंद 21 दिसंबर को है। वहीं, गुरुवार के बंद को पूर्ण समर्थन देने की प्रेस कांफ्रेंस कर घोषणा करने वाले उपेंद्र कुशवाहा सड़क पर नहीं दिखे। अचानक किसी काम से वह दिल्ली चले गए।
रालोसपा की छात्र इकाई के सदस्य हालांकि बंद कराने में सक्रिय रहे। उधर, कांग्रेस की भागीदारी जिलों में बेहतर रही। पटना में प्रमुख नेताओं में केवल शकील अहमद खान ही दिखे।बिहार बंद को लेकर सीएम नीतीश कुमार बोले- 'कौन किसको भड़काता है, इस पर हम ध्यान नहीं देते। हमारे रहते अल्पसंख्यकों की उपेक्षा नहीं होगी।' वहीं, उपमुख्यमंत्री सुशील मोदी ने इस बंद को फ्लॉप बताया। पुलिस मुख्यालय के अनुसार, देर शाम तक बंद के दौरान 250 लोगों को पकड़ा गया था।
बंद समर्थकों ने मचाया उत्पातअहले सुबह से ही बिहार के कई जिलों में बंद समर्थक सड़कों पर उतर आए। जगह-जगह कार्यकर्ताओं ने हंगामा व प्रदर्शन किया। कई जगह ट्रेनें रोकी गईं। बसें नहीं चलीं। सड़कें भी जाम रहीं। इससे आमलोगों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ा। शेखपुरा में 50 से अधिक बंद समर्थक गिरफ्तार किए गए। ये लोग सीएए के खिलाफ शेखपुरा में एनएच जाम कर रहे थे।
वहीं बिहार बंद के दौरान पटना में पप्पू यादव की जन अधिकार पार्टी के कार्यकर्ताओं का उपद्रव और गुंडागर्दी देखने को मिली। कार्यकर्ताओं ने कई इलाकों में जाकर ना केवल दुकानों को जबरन बंद कराया, बल्कि कई वाहनों को भी अपना निशाना बनाया । पटना के डाकबंगला चौराहे पर गुंडागर्दी करते हुए कार्यकर्ताओं ने कई गाड़ियों के शीशे तोड़ दिए।
आरा में जाप कार्यकर्ताओं ने शबर के जेल रोड की दुकानोंं पर पथराव किया और जबरन दुकानों को बंद कराया. जाप के कार्यकर्ता केंद्र सरकार के खिलाफ लगातार नारेबाजी कर रहे थे। कटिहार में भी बंद का मिला-जुला असर दिखा। बरारी में कटिहार-बरौनी पेसेंजर ट्रेन को आधा घंटा तक रोका गया। बाद में पुलिस की पहल से जाम समाप्त हो गया। भभुआ के एकता चौक पर जन अधिकार पार्टी के कार्यकर्ताओं ने सड़क जाम कर दिया। दरभंगा में हायाघाट रेलवे स्टेशन पर भाकपा माले कार्यकर्ताओं ने 5283 जानकी एक्सप्रेस ट्रेन को रोक दिया। बक्सर स्टेशन पर फरक्का एक्सप्रेस ट्रेन को रोका गया। ट्रेन के इंजन पर चढ़कर कार्यकर्ताओं ने नारेबाजी की। बिहारशरीफ में श्रमजीवी एक्सप्रेस को रोका गया। वैशाली में गांधी सेतु को किया जाम वैशाली में जाप कार्यकर्ताओं ने गांधी सेतु जाम कर दिया, सेतु जाम होने से गाड़ियों की लंबी कतार लग गई थी। लखीसराय में शहर के मध्य स्थित शहीद द्वार के पास सड़क जाम कर दिया गया। कटिहार में बिहार बन्द को लेकर माले कार्यकर्ताओं ने शहीद चौक पर हंगामा प्रदर्शन किया, वहीं जाप कार्यकताओं ने मिरचाईबाड़ी के समीप कटिहार-पूर्णिया सड़क मार्ग को जाम कर दिया था। वामदलों ने बंद को बताया शानदार व ऐतिहासिकतीनों वाम दल-भाकपा, माकपा और भाकपा (माले) ने संयुक्त रिलीज जारी कर दावा किया कि राज्य की तमाम कोशिशों के बावजूद बिहार बंद शानदार एवं ऐतिहासिक रहा। राज्य के सभी शहरों और बाजारों में हजारों लोग सड़कों पर उतर आए। हाट, बाजारों में दुकानें बंद रहीं। सड़कों पर बस, ट्रक, ऑटो, रिक्शा जैसे वाहन नहीं चले। यह दावा भी किया कि विभिन्न जिलों में बंद समर्थकों को पुलिस ने गिरफ्तार किया। भाकपा कार्यकर्ताओं को घर पर जाकर भी पुलिस ने गिरफ्तार किया। गया में भाकपा के जिला कार्यालय को पुलिस ने रात भर घेरे रखा। सुशील मोदी बोले- वामपंथियों का बिहार बंद फ्लाॅपउधर उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी ने कहा कि लालू प्रसाद के भ्रष्टाचार और कुशासन का लंबे समय तक साथ देने के कारण बिहार में वामपंथियों का जनाधार तो 20 साल पहले खत्म हो चुका है, इसलिए इनके बिहार बंद के दौरान कुछ स्थानों पर तोडफ़ोड़ के अलावा हर जगह शांति रही। बंद फ्लाॅप रहा। मोदी ने आज टवीट कर कहा कि जनता ने वामदलों का साथ नहीं दिया, क्योंकि नागरिकता कानून किसी भारतीय के खिलाफ नहीं है।उन्होंने कहा कि भारत के कम्युनिस्टों को मुसलमानों की इतनी ही चिंता है तो इन लोगों ने चीन के उइगर मुसलमानों के उत्पीडऩ और उन्हें यातना शिविर में डाले जाने के खिलाफ कभी कोई धरना प्रदर्शन क्यों नहीं किया। मोदी ने कहा भारत सरकार ने पाकिस्तान सहित किसी भी देश के मुसलमानों को नागरिकता देने के कानून में कोई बदलाव नहीं किया है। गायक अदनान सामी सहित 566 पाकिस्तानी मुसलमानों को भारत की नागरिकता दी गई है। एडीजी ने बतायाएडीजी पुलिस मुख्यालय जितेंद्र कुमार ने बताया कि बंद के दौरान पुलिस व प्रशासन ने सभी स्टेशनों पर चाक-चौबंद सुरक्षा व्यवस्था कर रखी थी। राजधानी पटना से खुलने वाली बसों पर भी पुलिस की विशेष नजर रहने के कारण यातायात पर कोई विशेष असर नहीं हुआ। हालांकि कुछ जिलों में असर देखा गया। कुछ जगहों पर ट्रेने रोकी गई। बंद समर्थकों ने जगह-जगह हंगामा प्रदर्शन किया है।
आपके शहर की हर बड़ी खबर, अब आपके फोन पर। डाउनलोड करें लोकल न्यूज़ का सबसे भरोसेमंद साथी- जागरण लोकल ऐप।पटना में सुबह से निकल गई थी बंद समर्थकों की टोलीपटना में सुबह से ही भाकपा के राज्य सचिव सत्यनारायण सिंह, माकपा के राज्य सचिव अवधेश कुमार, भाकपा(माले) के राज्य सचिव कुणाल, जेएनयू छात्र संघ के पूर्व अध्यक्ष कन्हैया कुमार, निवेदिता झा, अरुण मिश्रा आदि वाम नेताओं के नेतृत्व में कार्यकर्ताओं की टोली पटना के विभिन्न इलाकों में बंद के समर्थन में सक्रिय रही। मुकेश सहनी ने अपने समर्थकों के साथ राजेंद्रनगर टर्मिनल पर कुछ देर के लिए रेल परिचालन बाधित किया। वहीं, पप्पू यादव डाकबंगला चौक पर अपने समर्थकों के साथ देर तक डटे रहे। कैमूर में ट्रेन को रोका तो मूुजफ्फरपुर में हुई पत्थरबाजीबंद के दौरान कैमूर के मोहनियां में जन अधिकार पार्टी के कार्यकर्ताओं ने ट्रेन रोककर विरोध प्रदर्शन किया। वहीं सहरसा-समस्तीपुर पैसेंजर ट्रेन को रोककर कार्यकर्ताओं ने कैब और एनआरसी का जताया विरोध। मुजफ्फरपुर के नगर थाना के सरैयागंज टावर के पास बंद समर्थकों का उत्पात हुआ। उन्होंने कपड़े की दुकान पर पत्थरबाजी की। पुलिस के पहुंचने पर मामला शांत हुआ। खगड़िया में समाहरणालय रोड के पास बंद समर्थक और पब्लिक के बीच झड़प हुई। दोनों तरफ से जमकर लाठी-डंडे चले। मारपीट में 4 लोग घायल हो गए। इसी तरह, फारबिसगंज में जाप व वामदल कार्यकर्ताओं ने जुलूस निकाल बाजार को बंद कराया। वहीं भागलपुर में बंद के दौरान भाकपा माले कार्यकर्ताओं के साथ जन अधिकार युवा परिषद के कार्यकर्ताओं ने प्रदर्शन किया।जहानाबाद में व्यापक असर, सीतामढ़ी में उमड़ा हुजूम जहानाबाद में बिहार बंद का व्यापक असर रहा। सुबह से ही बंद समर्थक सड़क पर उतर गए। आवागमन पूरी तरह बाधित रही। सड़क पर सिर्फ बंद समर्थक ही नजर आ रहे थे। सीतामढ़ी में वाम दलों के बिहार बंद का भारी असर दिखा। सभी सड़कों पर बंद समर्थकों का हुजूम उमड़ पड़ा। हालांकि पुलिस प्रशासन के साथ एसएसबी के अलर्ट रहने से शांतिपूर्ण प्रदर्शन हुआ। आरा में पथराव तो दरभंगा-बक्सर में ट्रेनें रोकींCAA-NRC का विरोध, आज बिहार बंद है, प्रदर्शनकारियों ने जमकर मचाया उत्पात, की तोड़फोड़#CAA_NRC #biharbandh #BiharCloseAgainstCAB pic.twitter.com/6dam6ob5j0
— kajal lall (@lallkajal) December 19, 2019
आरा में जाप कार्यकर्ताओं ने शबर के जेल रोड की दुकानोंं पर पथराव किया और जबरन दुकानों को बंद कराया. जाप के कार्यकर्ता केंद्र सरकार के खिलाफ लगातार नारेबाजी कर रहे थे। कटिहार में भी बंद का मिला-जुला असर दिखा। बरारी में कटिहार-बरौनी पेसेंजर ट्रेन को आधा घंटा तक रोका गया। बाद में पुलिस की पहल से जाम समाप्त हो गया। भभुआ के एकता चौक पर जन अधिकार पार्टी के कार्यकर्ताओं ने सड़क जाम कर दिया। दरभंगा में हायाघाट रेलवे स्टेशन पर भाकपा माले कार्यकर्ताओं ने 5283 जानकी एक्सप्रेस ट्रेन को रोक दिया। बक्सर स्टेशन पर फरक्का एक्सप्रेस ट्रेन को रोका गया। ट्रेन के इंजन पर चढ़कर कार्यकर्ताओं ने नारेबाजी की। बिहारशरीफ में श्रमजीवी एक्सप्रेस को रोका गया। वैशाली में गांधी सेतु को किया जाम वैशाली में जाप कार्यकर्ताओं ने गांधी सेतु जाम कर दिया, सेतु जाम होने से गाड़ियों की लंबी कतार लग गई थी। लखीसराय में शहर के मध्य स्थित शहीद द्वार के पास सड़क जाम कर दिया गया। कटिहार में बिहार बन्द को लेकर माले कार्यकर्ताओं ने शहीद चौक पर हंगामा प्रदर्शन किया, वहीं जाप कार्यकताओं ने मिरचाईबाड़ी के समीप कटिहार-पूर्णिया सड़क मार्ग को जाम कर दिया था। वामदलों ने बंद को बताया शानदार व ऐतिहासिकतीनों वाम दल-भाकपा, माकपा और भाकपा (माले) ने संयुक्त रिलीज जारी कर दावा किया कि राज्य की तमाम कोशिशों के बावजूद बिहार बंद शानदार एवं ऐतिहासिक रहा। राज्य के सभी शहरों और बाजारों में हजारों लोग सड़कों पर उतर आए। हाट, बाजारों में दुकानें बंद रहीं। सड़कों पर बस, ट्रक, ऑटो, रिक्शा जैसे वाहन नहीं चले। यह दावा भी किया कि विभिन्न जिलों में बंद समर्थकों को पुलिस ने गिरफ्तार किया। भाकपा कार्यकर्ताओं को घर पर जाकर भी पुलिस ने गिरफ्तार किया। गया में भाकपा के जिला कार्यालय को पुलिस ने रात भर घेरे रखा। सुशील मोदी बोले- वामपंथियों का बिहार बंद फ्लाॅपउधर उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी ने कहा कि लालू प्रसाद के भ्रष्टाचार और कुशासन का लंबे समय तक साथ देने के कारण बिहार में वामपंथियों का जनाधार तो 20 साल पहले खत्म हो चुका है, इसलिए इनके बिहार बंद के दौरान कुछ स्थानों पर तोडफ़ोड़ के अलावा हर जगह शांति रही। बंद फ्लाॅप रहा। मोदी ने आज टवीट कर कहा कि जनता ने वामदलों का साथ नहीं दिया, क्योंकि नागरिकता कानून किसी भारतीय के खिलाफ नहीं है।उन्होंने कहा कि भारत के कम्युनिस्टों को मुसलमानों की इतनी ही चिंता है तो इन लोगों ने चीन के उइगर मुसलमानों के उत्पीडऩ और उन्हें यातना शिविर में डाले जाने के खिलाफ कभी कोई धरना प्रदर्शन क्यों नहीं किया। मोदी ने कहा भारत सरकार ने पाकिस्तान सहित किसी भी देश के मुसलमानों को नागरिकता देने के कानून में कोई बदलाव नहीं किया है। गायक अदनान सामी सहित 566 पाकिस्तानी मुसलमानों को भारत की नागरिकता दी गई है। एडीजी ने बतायाएडीजी पुलिस मुख्यालय जितेंद्र कुमार ने बताया कि बंद के दौरान पुलिस व प्रशासन ने सभी स्टेशनों पर चाक-चौबंद सुरक्षा व्यवस्था कर रखी थी। राजधानी पटना से खुलने वाली बसों पर भी पुलिस की विशेष नजर रहने के कारण यातायात पर कोई विशेष असर नहीं हुआ। हालांकि कुछ जिलों में असर देखा गया। कुछ जगहों पर ट्रेने रोकी गई। बंद समर्थकों ने जगह-जगह हंगामा प्रदर्शन किया है।