CM नीतीश और आनंद मोहन का वन-टू-वन: रिहाई के बाद पहली बार मुख्यमंत्री से मिले बाहुबली नेता; आधे घंटे हुई बात
बुधवार को पूर्व सांसद आनंद मोहन मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के पटना स्थित आवास पहुंचे जहां दोनों के बीच आधे घंटे तक बातचीत हुई। इसके पहले बीती शाम उन्होंने राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव से भी मुलाकात की थी।
By Jagran NewsEdited By: Aditi ChoudharyUpdated: Wed, 24 May 2023 02:53 PM (IST)
पटना, जागरण संवाददाता। डीएम जी कृष्णैया हत्याकांड मामले में उम्रकैद की सजा काटकर जेल से रिहा होने के बाद बाहुबली नेता और पूर्व सांसद आनंद मोहन की पहली बार बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से आमने-सामने मुलाकात हुई।
बुधवार को आनंद मोहन मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के पटना स्थित आवास पहुंचे, जहां दोनों के बीच आधे घंटे तक बातचीत हुई। इसके पहले बीती शाम उन्होंने राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव से भी मुलाकात की थी।
हालांकि, आनंद मोहन को लेकर महागठबंधन की सरकार में क्या खिचड़ी पक रही है, इसकी जानकारी फिलहाल नहीं है। मुलाकात के बाद आनंद मोहन ने इसे महज एक औपचारिक मुलाकात बताया है।
बता दें कि आनंद मोहन को साल 1994 में गोपालगंज के तत्कालीन जिलाधिकारी जी कृष्णैया हत्याकांड में दोषी ठहराते हुए मौत की सजा हुई थी, जिसे बाद में हाई कोर्ट ने उम्रकैद में तब्दील कर दिया था।
आनंद मोहन को इस तरह मिली रिहाई
बिहार सरकार ने गत 10 अप्रैल को बिहार प्रिजन मैनुअल में संशोधन करके उस उपबंध को हटा दिया, जिसमें ड्यूटी के दौरान लोकसेवक की हत्या के जुर्म में दोषी की समय पूर्व रिहाई और माफी की मनाही थी। जेल नियमों में बदलाव के बाद आनंद मोहन की रिहाई का रास्ता साफ हो गया और 27 कैदियों को बिहार के जेलों से रिहा किया गया।जी कृष्णैया की पत्नी ने खटखटाया SC का दरवाजा
जी कृष्णैया की पत्नी उमा देवी ने बिहार सरकार के इस फैसले का विरोध किया और सुप्रीम कोर्ट में याचिका दाखिल की। उमा देवी ने अपनी याचिका में कहा उम्रकैद का मतलब जीवन पर्यन्त कैद होता है। सुप्रीम कोर्ट भी अपने कई पूर्व फैसलों में यह बात कह चुका है।
याचिका में आनंद मोहन की रिहाई का आदेश रद्द करने की मांग की गई है। साथ ही कहा गया है कि ऐसे मामले में माफी देकर समय से पूर्व रिहाई नहीं दी जा सकती।
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