नीतीश बोले- छोड़िए इस चर्चा को..जेटली को नहीं भूल सकते, हम साथ आए तो लालू परिवार के प्रति बढ़ी CBI की सक्रियता
बिहार के सीएम नीतीश कुमार ने बुधवार को दिवंगत नेता अरुण जेटली को याद करने के साथ कभी गठबंधन में सहयोगी रही भाजपा को आड़े हाथों लिया। हालांकि उन्होंने भाजपा से जुड़े पत्रकारों के एक सवाल को टाल दिया।
पटना, राज्य ब्यूरो। बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने बुधवार को कहा कि हम लोग साथ आ गए हैं, इसलिए राजद अध्यक्ष लालू प्रसाद के परिवार के प्रति सीबीआइ की सक्रियता बढ़ गई है। भाजपा के दिवंगत नेता अरुण जेटली की जन्म तिथि पर आयोजित राजकीय समारोह के बाद नीतीश पत्रकारों से बातचीत कर रहे थे। उनसे रेलवे से जुड़ी सीबीआइ की बंद फाइल को फिर से खोलने के बारे में प्रश्न पूछा गया था। उन्होंने अरुण जेटली के साथ निजी संबंधों की चर्चा करते हुए कहा कि हम उम्र भर अरुण जेटली को नहीं भूलेंगे।
मुख्यमंत्री ने पत्रकारों के इस प्रश्न को टाल दिया कि अटल, आडवाणी और जेटली के दौर की तुलना में आज की भाजपा में क्या अंतर आया है? नीतीश ने कहा- छोड़िए इस चर्चा को। उन्होंने जेटली के साथ अपने पुराने संबंधों को याद किया। भाव यह कि राज्य में एनडीए की सरकार के गठन में अरुण जेटली की बड़ी भूमिका थी।
इसलिए भाजपा से अलग होने के बावजूद उन्होंने पटना में जेटली की प्रतिमा स्थापित की। उनकी जन्म तिथि को राजकीय समारोह का दर्जा दिया। नीतीश ने कहा कि जेटली से उनका जुड़ाव जेपी आंदोलन के समय हुआ। बाद में जब हम अटल बिहारी वाजपेयी से जुड़े तो लगाव और गहरा हो गया।
साल 2005 और 2010 के बिहार विधानसभा चुनाव में जेटली की बड़ी भूमिका थी। वे दिन भर चुनाव प्रचार करके आते थे, हर रात उनसे चुनाव की चर्चा होती थी। जेटली ने देश के लिए और राज्यों के लिए बहुत काम किया। वे मेहनती थे। बीमार पड़े। उनका निधन हो गया। ऐसे लोगों को अभी रहना चाहिए था।
मुख्यमंत्री के अलावा विधान परिषद के सभापति देवेश चन्द्र ठाकुर, उप मुख्यमंत्री तेजस्वी प्रसाद यादव, वित्त मंत्री विजय कुमार चौधरी, जल संसाधन मंत्री संजय कुमार झा, पूर्व मंत्री नन्द किशोर यादव, विधान पार्षद संजय कुमार सिंह उर्फ गांधीजी, राज्य नागरिक परिषद के पूर्व महासचिव अरविंद कुमार सिंह ऊर्फ छोटू सिंह आदि ने अरुण जेटली की प्रतिमा पर माल्यार्पण कर उन्हें श्रद्धांजलि दी।
पांच जनवरी से शुरू करेंगे यात्रा
मुख्यमंत्री ने बताया कि पांच जनवरी से उनकी यात्रा शुरू हो रही है। एक दो दिनों में सभी जिलों से बात करके कार्यक्रम तय किया जाएगा। हर जगह जो काम हुआ है उसको देखेंगे। जहां कोई समस्या होगी उसको भी देखेंगे। हर तबके के लोगों से मुलाकात करेंगे।