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Lok Sabha Elections 2024: CM नीतीश कुमार का बड़ा बयान- 2023 में ही हो सकता है लोकसभा चुनाव

लोकसभा का चुनाव 2024 में होना है इसमें अभी एक साल का वक्त है लेकिन हो सकता है कि यह समय से पहले ही हो जाए। बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (CM Nitish Kumar) ने इस तरह की आशंका जताई है।

By Jagran NewsEdited By: Yogesh SahuPublished: Wed, 14 Jun 2023 07:44 PM (IST)Updated: Wed, 14 Jun 2023 07:44 PM (IST)
CM नीतीश कुमार का बड़ा बयान- 2023 में ही हो सकता है लोकसभा चुनाव

जागरण संवाददाता, पटना। लोकसभा का चुनाव 2024 में होने के बजाय समय से पहले 2023 में ही हो सकता है। बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने ऐसी आशंका जताई है।

दरअसल, पटना में बुधवार को सीएम नीतीश कुमार 5,061 योजनाओं का शिलान्यास, कार्यारंभ एवं उद्घाटन के मौके पर अफसरों से यह बात बोल रहे थे।

इस मौके नीतीश कुमार ने समय से पहले लोकसभा चुनाव होने की आशंका जताई और अपने अफसरों को जल्द काम निबटाने के निर्देश भी दिए।

कोई जरूरी है कि अगले ही साल चुनाव होगा: नीतीश

कार्यक्रम के दौरान नीतीश कुमार ने अधिकारियों से काम को जल्दी निपटाने के लिए कहा। इसके साथ ही नीतीश ने कहा कि आप लोग तो कह रहे हैं कि जनवरी 2024 तक कर लेंगे, लेकिन हम तो आग्रह करेंगे कि और जल्दी कीजिए।

उन्होंने कहा कि जितना जल्दी होगा उतना ठीक होगा क्योंकि कब चुनाव हो जाए कोई जानता है? कोई जरूरी है कि अगले ही साल चुनाव होगा? कोई ठिकाना है पहले ही चुनाव हो जाए? इसलिए तेजी से काम कीजिए।

मुख्यमंत्री का इंजीनियरों से आग्रह

मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने समय पूर्व लोकसभा चुनाव की संभावना जाहिर की है। बुधवार को आयोजित ग्रामीण कार्य विभाग के एक समारोह में मुख्यमंत्री ने इंजीनियरों से आग्रह किया कि ग्रामीण सड़कों और पुल-पुलियों के निर्माण में तेजी लाएं।

इसे पूरा करने का लक्ष्य 2024 के जनवरी तक है। लेकिन, इस लक्ष्य को पहले हासिल कर लें। नीतीश ने कहा कि जरूरी नहीं है कि लोकसभा का चुनाव अगले साल ही हो। कोई ठिकाना नहीं है। कोई जानता है कि कब चुनाव होगा। पहले भी हो सकता है।

उन्होंने बुधवार को वीडियो कान्फ्रेंसिंग के माध्यम से ग्रामीण कार्य विभाग की 6680.67 करोड़ की लागत से 5061 योजनाओं का शिलान्यास, कार्यारंभ एवं उद्घाटन किया।

उन्होंने अधिकारियों को कहा कि सड़क निर्माण एवं रख रखाव के लिए इंजीनियरों एवं दूसरे कर्मियों की नियुक्ति कर लें।

तीन बार लिया अटल बिहारी वाजपेयी का नाम

सड़कों का निर्माण ही नहीं, रख-रखाव भी जरूरी है। नीतीश ने अपने पूरे भाषण में तीन बार तत्कालीन प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी का स्मरण किया। कहा कि श्रद्धेय अटल बिहारी वाजपेयी के कार्यकाल में प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना की शुरूआत हुई थी।

पहले इसके लिए केंद्र सरकार शत-प्रतिशत धन देती थी। अब केंद्र सरकार 60 प्रतिशत राशि देती है। लेकिन, व्यवहार में राज्य सरकार को इस योजना पर 50 प्रतिशत धन खर्च करना होता है।

उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार ने एक हजार की आबादी को ग्रामीण सड़क से जोड़ने का निर्णय किया था। हमारी सरकार ने पांच सौ से एक हजार तक की आबादी को जोड़ने के लिए मुख्यमंत्री ग्राम सड़क योजना की शुरुआत की।

सात निश्चय योजना का मिल रहा लाभ: नीतीश

ग्रामीण टोला निश्चय योजना के तहत सौ से ढाई सौ की आबादी को जोड़ने की शुरुआत की गई है। गरीबों और अनुसूचित जाति जनजाति के इलाके में सड़कें नहीं होती थीं। 2016 में इसे सात निश्चय योजना का हिस्सा बनाया गया। तब से तेजी से सड़क निर्माण हो रहा है।

नीतीश ने कहा कि पहले हमने छह घंटे में राज्य के सुदूर इलाके से पटना पहुंचने का लक्ष्य निर्धारित किया था। अब यह लक्ष्य पांच घंटे का रखा गया है। ग्रामीण सड़कों के निर्माण से आवागमन का साधन बेहतर हुआ है। छात्र-छात्राओं को लाभ मिल रहा है। किसानों को अपना उत्पाद बेचने में सुविधा हो रही है।

लोकसभा चुनाव के लिए राष्ट्रीय स्तर पर राज्य के पांच अधिकारियों का प्रशिक्षण शुरू

लोकसभा चुनाव 2024 की तैयारियां चुनाव आयोग ने शुरू कर दी है। आयोग की ओर से चुनाव कराने को लेकर बिहार के पांच अधिकारियों का प्रशिक्षण बुधवार से दिल्ली में शुरू हुआ।

राष्ट्रीय स्तर पर दिए जाने वाले प्रशिक्षण में बिहार नोडल प्रशिक्षक प्रशिक्षणार्थी के तौर पांच अधिकारी दिल्ली में प्रशिक्षण ले रहे हैं। सूत्रों का कहना है कि राष्ट्रीय स्तर पर प्रशिक्षण 16 जून तक दिया जाएगा।

इसके बाद मुख्य निर्वाचन अधिकारी द्वारा राज्य के सभी जिलों के अधिकारियों का राज्यस्तरीय प्रशिक्षण 19-23 जून तक पटना में देने की तैयारी की जा रही है।

बिहार में आयोग की ओर से जगजीवन राम इंस्टीट्यूट आफ पार्लियामेंट्री स्टडीज एंड पालिटिकल रिसर्च सेंटर में कराया जाएगा।

इस प्रशिक्षण में सभी जिलों के सहायक निर्वाची अधिकारी, अवर निर्वाची अधिकारी, उप निर्वाचन अधिकारी और उप मुख्य निर्वाचन अधिकारियों को प्रशिक्षण देने का कार्यक्रम तैयार किया गया है।

आयोग के अधिकारियों का कहना है कि आम चुनाव को लेकर अब मात्र सात से आठ महीने शेष हैं। ऐसे में समय से सभी तरह की तैयारी सुनिश्चित करनी होगी।


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