नीतीश का मांझी को लेकर पहला बयान, बोले- अच्छा हुआ... मीटिंग में रहते थे; BJP को खबर देते थे
बिहार में सियासी घमासान जारी है। सीएम नीतीश कुमार ने जीतन राम मांझी के महागठबंधन से अलग होने को लेकर पहली प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने मांझी के अलग होने के निर्णय को अच्छा बताया है। उन्होंने कहा कि मांझी भाजपा को खबर देते थे।
By Jagran NewsEdited By: Yogesh SahuUpdated: Fri, 16 Jun 2023 11:31 AM (IST)
जागरण संवाददाता, पटना। जीतनराम मांझी के महागठबंधन से अलग होने को लेकर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि वे भाजपा से मिले हुए थे। अगर साथ रहते तो विपक्षी दलों की होने जा रही बैठक की बातें भाजपा तक पहुंचा देते।
मांझी के भाजपा के करीब जाने की जानकारी थी। नीतीश कुमार ने कहा कि उन्होंने खुद मांझी के सामने पार्टी का जदयू में विलय करने या अलग होने की पेशकश की थी। मांझी ने अलग होने का फैसला किया।
बता दें कि हाल ही में जीतन राम मांझी के बेटे संतोष सुमन ने सीएम नीतीश के मंत्रिमंडल से इस्तीफा दे दिया था। इसके साथ ही बिहार की सियासत में घमासान मच गया था।
#WATCH | I resigned and made him (Jitan Ram Manjhi) the CM, everyone knows what he says now. Everyone knew that he was meeting BJP people and then used to come to us also. When I asked them (Jitan Ram Manjhi and Santosh Kumar Suman) to either merge their party with us or… pic.twitter.com/8J1Ud075W8
— ANI (@ANI) June 16, 2023
सीएम ने लोकसभा चुनाव को लेकर भी कही ये बात
बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने इस दौरान लोकसभा चुनावों को लेकर भी प्रतिक्रिया दी। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार के पास बहुमत है और जाहिर तौर पर वह समय से पहले लोकसभा चुनाव करा सकती है।
उन्हें (भाजपा) लग सकता है कि विपक्षी दलों की एकता आने वाले समय में उन्हें प्रभावित कर सकती है, इसलिए वह समय से पहले चुनाव (लोकसभा) करवा सकते हैं।
संतोष सुमन 11 महीने तक बने रहेंगे विधान परिषद के सदस्य
संतोष सुमन के विधान परिषद की सदस्यता छह मई 2024 तक है। ऐसे में नीतीश कुमार से बगावत करने के बाद भी संतोष सुमन 11 महीने तक विधान पार्षद बने रहेंगे।
बता दें कि सुमन विधानसभा कोटे से विधान परिषद के सदस्य हैं। इस हिसाब से सुमन की सदस्यता पर भी कोई खतरा नहीं है।
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इससे पहले राजभवन के दरबार हाल में शुक्रवार को राज्यपाल राजेन्द्र विश्वनाथ अर्लेकर ने जदयू विधायक रत्नेश सदा को मंत्री पद एवं गोपनीयता की शपथ दिलाई। दलित समाज से आने वाले रत्नेश सदा सहरसा जिले के सोनबरसा से जदयू विधायक हैं। मंत्री बनने के पहले हाल ही में रत्नेश सदा ने मीडिया से बातचीत के दौरान पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी को शेर की खाल ओढ़े भेड़िया बताया था।यह भी कहा था कि मांझी ने मुसहर समाज के लिए कोई काम नहीं किया। ऐसी कोई लकीर भी नहीं खींची, जिसे याद किया जाए।तेजस्वी यादव ने सदा को गले लगाकर दी बधाई
राजभवन में आयोजित शपथग्रहण समारोह में प्रदेश के उप मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव भी मौजूद रहे। उन्होंने गले लगाकर रत्नेश सदा को बधाई दी। इस मौके की तस्वीर उन्होंने अपने ट्विटर हैंडल पर भी साझा की है।राजभवन में आयोजित श्री रत्नेश सदा जी के मंत्री पद के शपथ ग्रहण समारोह में सम्मिलित होकर उन्हें बधाई दी। pic.twitter.com/9CSElXbMji
— Tejashwi Yadav (@yadavtejashwi) June 16, 2023