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CM Nitish Kumar ने Traffic Police को दिए 56 पेट्रोलिंग वाहन, CCTV कैमरों से लैस होंगे NH; ऑटोमेटिक कटेगा E-Challan

Bihar Traffic Police मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने शुक्रवार को 117 पुलिस वाहनों को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। इनमें सर्वाधिक 56 वाहन यातायात थानों को दिए गए हैं। ऐसे में ट्रैफिक नियंत्रण से लेकर राष्ट्रीय राजमार्गों पर पुलिस गश्ती के लिए अब नए पुलिस वाहन नजर आएंगे। सबसे अधिक गश्ती वाहन ऐसे राजमार्गों पर लगाए जाएंगे जहां सबसे अधिक सड़क दुर्घटनाएं होती हैं।

By Rajat Kumar Edited By: Mohit Tripathi Published: Sat, 22 Jun 2024 01:20 PM (IST)Updated: Sat, 22 Jun 2024 01:20 PM (IST)
चार NH पर कैमरों से लैस 23 गाडि़यों से गश्ती, ऑटोमैटिक कटेगा ई-चालान। (जागरण फोटो)

राज्य ब्यूरो, पटना। बिहार के शहरों में ट्रैफिक नियंत्रण (Bihar Traffic Police) से लेकर राष्ट्रीय राजमार्गों पर पुलिस गश्ती में अब नए चमचमाते पुलिस वाहन नजर आएंगे। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (Nitish Kumar) ने शुक्रवार को जिन 117 पुलिस वाहनों (Bihar Police) को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया।

सर्वाधिक 56 वाहन यातायात थानों को मिले हैं। इसके अलावा, 38 वाहन मानव तस्करी (Human Trafficking in Bihar) रोकने और 23 वाहन राष्ट्रीय राजमार्ग (NH) पेट्रोलिंग में लगाए जाएंगे।

इन राजमार्गों पर लगाए जाएंगे 23 गश्ती वाहन 

पुलिस मुख्यालय (Bihar Police Headquarter) के राज्य में सड़क दुर्घटनाओं में सबसे अधिक मौत NH-28 छपरा-बेतिया-लौरिया-बगहा, NH-30 पटना-बख्तियारपुर, NH-31 बरौनी-मुजफ्फरपुर-पिपराकोठी और NH-57 मुजफ्फरपुर-दरभंगा-फारबिसगंज व पूर्णिया के बीच रिकार्ड की गई है।

ऐसे में इन चार NH पर कुल 1125 किमी की दूरी की निगरानी के लिए 23 राजमार्ग गश्ती वाहन लगाए जाएंगे। प्रत्येक 50 किमी पर एक वाहन गश्ती करेगा। यह वाहन फोरडी स्पीड रडार और कैमरों से लैस होंगे जो ऑटोमैटिक चालान (Automatic Challan in Biharनिर्गत कर सकेंगे।

आपात स्थिति के लिए वाहन में होंगे ये उपकरण

आपात स्थिति के लिए वाहन में गैस कटिंग मशीन, ट्रैफिक कोन, फोल्डेबल स्ट्रेचर आदि उपकरण भी होंगे। इन वाहनों को डायल-112 से जोड़ा गया है, जो एनएच पर दुर्घटना होने पर फर्स्ट रिस्पांडर की भूमिका निभाएंगे। इसके अलावा एनएच पर हादसे रोकने के लिए राजमार्ग पेट्रोल योजना के तहत 1560 मानव बल की स्वीकृति भी दी गई है।

मानव तस्करी रोकने को हर जिले में एक वाहन

राज्य के सभी जिलों में मानव तस्करी रोकने के लिए अलग इकाई का गठन किया गया है। इन इकाइयों के लिए 38 वाहन दिए जाएंगे।

प्रत्येक जिले में मानव तस्करी रोकने को एक-एक वाहन लगाया जाएगा। इसके अलावा, राज्य के 28 जिलों में हाल ही में बनाए गए ट्रैफिक थानों के लिए दो-दो वाहनों उपलब्ध कराए जाएंगे।

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