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न लिंक, न हैकिंग, सामने बैठ साइबर अपराधी ने RTGS कर उड़ा लिया करोड़ों का सोना; पटना के ज्वैलर्स के साथ बड़ा फ्रॉड

Patna Cyber Fraud साइबर क्राइम का पटना में यह नया स्वरूप है। साइबर अपराधियों ने न कोई लिंक भेजा और न ही आपके बैंक खाते से लिंक आपके मोबाइल को हैक किया। बाहर से कोई फोन भी नहीं किया। आपके सामने बैठकर लगा दिया करोड़ों को चूना। बात खुली तो गुजरात और राजस्थान पुलिस भी सक्रिय हो गयी। पटना पुलिस के पास भी है सूचना।

By BHUWANESHWAR VATSYAYAN Edited By: Mohit Tripathi Updated: Thu, 01 Aug 2024 02:55 PM (IST)
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बिहार की राजधानी में ज्वैलर्स के साथ बड़ी साइबर डगी। (सांकेतिक फोटो)
भुवनेश्वर वात्स्यायन, पटना। साइबर ठगी यह कहानी पटना के तीन बड़े ज्वेलरों की है। सभी अपने ब्रांड के लिए जाने जाते हैं और बड़े शो रूम हैं उनके। एक ज्वेलर्स का राजधानी के कंकड़बाग, दूसरे का हथुआ मार्केट और तीसरे का बेली रोड में बड़ा शो रूम है। हथुआ मार्केट वाला ब्रांड का तो पूरे देश में चेन है।

तीनों शो रूम में घटनाएं आसपास की है। ज्वेलरी शॉप में दो लोग आए और कहा कि उन्हें शादी के लिए गहने दिखाएं। इस क्रम में 40 लाख रुपए के गहने पसंद किए गए।

गहने पसंद होने के बाद जब पेमेंट की बात आयी तो ज्वेलर्स को कहा गया कि भुगतान आरटीजीएस के माध्यम से कल कर दिया जाएगा तभी गहने ले जाएंगे। एडवांस के रूप में दो लाख रुपए नगद दे दिए गए।

अगले दिन संबंधित ज्वेलर्स को गहना खरीदने वालों ने सुबह में मोबाइल पर यह फोन किया गया कि 38 लाख रुपए का आरटीजीएस उनके बैंक खाते में कर दिया गया है।

ज्वेलर्स ने कहा चेक करके बताते हैं। ज्वेलर्स ने जब बैंक खाते को चेक किया तो उसमें 38 लाख आया हुआ था। ज्वेलर्स ने गहने खरीदने वाले को रिंग बैक कर कहा कि पैसा आ गया है और आप दुकान आकर गहने ले जा सकते हैं।

गहना खरीदने वाले दुकान पर आए और 40 लाख रुपए का गहना लेकर चले गए। इनमें कुछ सोने के सिक्के भी थे।

ज्वेलर्स ने कहा कि आधार कार्ड और पैन कार्ड दे देते तो सहूलियत होती। ज्वेलर्स को पैन कार्ड और आधार कार्ड भी मिल गया। इसी तरह की प्रक्रिया सभी तीन ज्वेलरों के यहां अपनायी गयी।

इस तरह पता चला कि ठगे गए

जब गहना लेकर साइबर अपराधी संबंधित ज्वेलर्स के प्रतिष्ठान से निकले तो उसके कुछ ही घंटे बाद एक को गुजरात पुलिस से फोन आ गया कि उन्हें को 38 लाख रुपए की राशि आरटीजीएस की गयी है, साइबर फ्रॉड ने किसी के खाते से ऑनलाइन आरटीजीएस कर निकाल लिए हैं। उस राशि को फ्रिज किया गया है।

ज्वेलर्स ने माथा पकड़ लिया। एक ज्वेलर्स को राजस्थान के किसी बैंक खाते से आरटीजीएस किया गया था। जिनके खाते से आरटीजीएस हुआ, उन्होंने अपने-अपने यहां साइबर सेल को जानकारी दी है और अपने पैसे वापसी की बात कर रहे।

वहीं ज्वेलर्स का कहना है कि पैसा ग्राहक ने दिया और उन्हाेंने सोना दिया। इसमें उनका दोष नहीं। पैन कार्ड और आधार कार्ड जांच में फर्जी निकले।

पटना पुलिस भी कर रही जांच

पटना पुलिस ने जांच को अब आगे बढ़ाया है। पुलिस का कहना है कि दो-तीन महीने की देरी जरूर हो गयी है। साइबर अपराधियों के वीडियो फुटेज भी हैं।

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