Move to Jagran APP

राबड़ी की सरकार में मंत्री रहे ददन पहलवान बुरे फंसे, साधु यादव से भी था नजदीकी रिश्‍ता; पत्‍नी और बेटा भी मुश्किल में

Bihar Politics ईडी इस मामले में अब तक ददन सिंह और उनके परिवार के नाम पर रही 67.99 लाख रुपये की संपत्ति जब्त कर चुकी है। बिहार और उत्तर प्रदेश के विभिन्न पुलिस स्टेशनों में दर्ज पांच अलग-अलग प्राथमिकी को आधार पर मुकदमा दर्ज किया था।

By Shubh Narayan PathakEdited By: Updated: Fri, 17 Dec 2021 09:06 AM (IST)
Hero Image
बिहार सरकार के पूर्व मंत्री ददन पहलवान। फाइल फोटो
पटना, जागरण टीम। एक वक्‍त लालू यादव और राबड़ी देवी के खासमखास रहे पूर्व मंत्री और दबंग नेता ददन यादव उर्फ ददन सिंह उर्फ ददन पहलवान फंसते जा रहे हैं। राबड़ी को तीसरी बार बिहार का मुख्‍यमंत्री बनाने में ददन की भूमिका अहम रही थी। तब साधु यादव के साथ मिलकर ददन ने सरकार बनाने के लिए जरूरी विधायकों की संख्‍या जुटाने में अहम रोल अदा किया था। इसका इनाम उन्‍हें सरकार में वित्‍त एवं वाणिज्‍य कर राज्‍य मंत्री बनाकर दिया गया था। आजकल ददन के सितारे गर्दिश में हैं। प्रवर्तन निदेशालय ने बिहार के साथ ही यूपी में भी उनकी संपत्ति जब्‍त कर ली है। अब उनके खिलाफ मनी लांड्रिंग और पैसों के लिए अपराध करने के लिए मुकदमा चलाने की तैयारी है।

यह भी पढ़ें: क्यों राजद-भाजपा हुए आमने-सामने? विधायक के किस बयान ने बिहार में राजनीति की आग को किया तेज

पत्‍नी, बेटे और सीए के खिलाफ भी चलेगा मुकदमा

प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने ददन सिंह उनकी पत्नी उषा सिंह, पुत्र करतार सिंह और चार्टर्ड एकाउंट दिनेश कुमार के खिलाफ ईडी कोर्ट को आवेदन देकर इन लोगों पर मुकदमा चलाने व संपत्ति पर अंतिम अधिग्रहण की अनुमति मांगी है। ईडी ने अपनी चार्जशीट में कोर्ट को जानकारी दी है कि ददन सिंह एक नेता हैं और पूर्व में बिहार सरकार में मंत्री भी रह चुके हैं। इनका बिहार और उत्तर प्रदेश में आपराधिक इतिहास रहा है। अपराध पैसों के लिए किए गए। ईडी इस मामले में अब तक ददन सिंह और उनके परिवार के नाम पर रही 67.99 लाख रुपये की संपत्ति जब्त कर चुकी है।

आर्म्‍स एक्‍ट और हत्‍या के प्रयास जैसे मामले हैं दर्ज

बिहार और उत्तर प्रदेश के विभिन्न पुलिस स्टेशनों में दर्ज पांच अलग-अलग प्राथमिकी को आधार बनाकर मनी लांड्रिंग एक्ट के तहत मुकदमा दर्ज करते हुए अपनी जांच शुरू की थी। ददन सिंह पर शस्त्र अधिनियम, हत्या के प्रयास, आपराधिक साजिश, धोखाधड़ी-बेईमानी, जालसाजी समेत कई आरोप हैं। इन पर बिहार-यूपी में हथियार-गोला बारूद उपयोग करने का भी मामला है। इस मामले में ददन सिंह की पत्नी उषा सिंह और पुत्र करतार सिंह भी आरोपी है।

  • पूर्व मंत्री ददन सिंह पर मनी लांड्रिंग का मुकदमा चलेगा
  • प्रवर्तन निदेशालय ने कोर्ट में पूर्व मंत्री के खिलाफ दायर की चार्जशीट
  • ईडी जब्त कर चुकी है कि ददन सिंह की 67 लाख रुपये की संपत्ति
परिवार के सदस्‍यों के नाम पर खरीद रखी है संपत्ति

ईडी को अपनी जांच में पता चला कि आरोपी सिंह ने परिवार के सदस्यों के नाम पर विभिन्न अचल संपत्ति खरीदी और बैंकों में पैसा रखा है, ताकि काले धन को सफेद किया जा सके। इतना ही नहीं उन्होंने व्यवसाय और कंपनियों के संचालन से होने वाली आय का दावा कर अपनी संपत्ति का छिपाने के प्रयास भी किए। इन मामलों में ईडी पूर्व में ही ददन सिंह की तकरीबन 67.99 लाख रुपये की संपत्ति जब्त कर चुकी है। इन संपत्तियों पर अंतिम अधिग्रहण के लिए भी कोर्ट से अपील की गई है।

ईडी द्वारा जब्त संपत्ति

  • पत्नी उषा सिंह के नाम पर जमीन के सात प्लाट -14.11 लाख
  • पुत्र करतार के नाम डुमरांव व बलिया में चार प्लाट 5.15 लाख
  • ददन के नाम चार पंजीकृत वाहन, स्कार्पियो, स्विफ्ट, मार्शल व मङ्क्षहद्रा जीप -2.66 लाख
  • बेटे करतार के नाम खरीदे दो वाहन - 17.97 लाख
  • ददन व उषा सिंह के बैंक खाते में रखी रकम  21,903
अलग-अलग दलों से बने विधायक

ददन पहलवान अपने राजनीतिक उत्‍थान के शुरुआती दिनों में लालू परिवार के बेहद करीबी रहे। हालांकि उनकी निष्‍ठा लगातार बदलती रही। पहली बार वे बक्‍सर जिले के डुमरांव विधानसभा क्षेत्र से निर्दलीय चुनाव जीते थे। 2000 में राबड़ी देवी को सरकार बनवाने में कई निर्दलीय विधायकों ने मदद की। ददन यादव को इसका अच्‍छा इनाम मिला और वे वित्‍त एवं वाणिज्‍य कर राज्‍य मंत्री बना दिए गए। हालांकि, जल्‍द ही लालू परिवार से उनके संबंध खराब हो गए। अगली बार वे समाजवादी पार्टी के‍ टिकट पर चुनाव जीते। इसके बाद उन्‍होंने अखिल जन विकास दल से चुनाव जीता। 2015 में उन्‍होंने जदयू से विधायक का चुनाव जीता। हालांकि 2020 में जदयू ने उनका टिकट काट दिया। वे निर्दलीय चुनाव लड़े और पांचवें नंबर पर रहे।

आपके शहर की हर बड़ी खबर, अब आपके फोन पर। डाउनलोड करें लोकल न्यूज़ का सबसे भरोसेमंद साथी- जागरण लोकल ऐप।