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दरभंगा एम्स की जमीन को लेकर बवाल जारी, केंद्रीय मंत्री ने कहा- जल्द बाधाएं दूर होंगी

बिहार में इन दिनों दरभंगा एम्स चर्चा का विषय बना हुआ है। अब तो लगने लगा है जैसे दरभंगा एम्स के सहारे से चुनाव में वोट बटोरने की भी कोशिश की जा रही है। हर दिन कोई ना कोई नेता इस मुद्दे को उठा ही लेते हैं। हालांकि अगर निर्माण हो जाता है तो दरभंगा के अलावा मुजफ्फरपुर सीतामढ़ी आदि इलाकों की बहुत बड़ी आबादी को लाभ मिल सकता है।

By Arun AsheshEdited By: Aysha SheikhUpdated: Tue, 03 Oct 2023 01:35 PM (IST)
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दरभंगा एम्स की जमीन को लेकर बवाल जारी, केंद्रीय मंत्री ने कहा- जल्द बाधाएं दूर होंगी
राज्य ब्यूरो, पटना। दरभंगा में एम्स के निर्माण की बाधाएं दूर होंगी। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मांडविया ने यह आश्वासन भाजपा के विधायक एवं पूर्व मंत्री जीवेश कुमार को दिया है। उन्होंने अपने फेसबुक पेज पर यह जानकारी दी है।

वह दरभंगा जिले के जाले के विधायक हैं। उन्होंने लिखा है कि केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री से दरभंगा एम्स को लेकर सकारात्मक बातचीत हुई है। मंत्री ने आश्वासन दिया दिया कि इस एम्स के निर्माण की प्रक्रिया तेज होगी।

आवंटित जमीन को केंद्र सरकार ने अनुपयुक्त करार दिया

बता दें कि राज्य सरकार ने दरभंगा जिले के शोभन में एम्स के लिए जमीन आवंटित की है। केंद्र सरकार ने इस जमीन को एम्स निर्माण के लिए अनुपयुक्त करार दिया था।

अब भाजपा के सांसद गोपालजी ठाकुर दरभंगा में एम्स निर्माण के लिए अनशन पर बैठ गए हैं। जल संसाधन मंत्री संजय झा कह रहे हैं कि केंद्र सरकार आज शोभन की जमीन के लिए अनापत्ति प्रमाण पत्र दे, राज्य सरकार कल से जमीन भराई शुरू कर देगी।

दरभंगा एम्स से लाभ

एक तरह से यह मामला राजनीतिक हो गया है। भाजपा का शीर्ष नेतृत्व विवाद को बढ़ाने के मूड में नहीं है। डर यह है कि कहीं इसका बुरा असर लोकसभा के अगले चुनाव पर न पड़े। दरभंगा एम्स से दरभंगा के अलावा मुजफ्फरपुर, सीतामढ़ी, सहरसा, सुपौल, मधुबनी, समस्तीपुर के अलावा नेपाल की बहुत बड़ी आबादी को लाभ मिल सकता है।

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