Bihar Dengue Alert : राजधानी पटना में मिले डेंगू के चारों स्ट्रेन, राज्य में बढ़ती जा रही मरीजों की संख्या
Bihar Dengue Alert बिहार में डेंगू का प्रकोप बढ़ता जा रहा है। अस्पतालों में मरीजों की संख्या बढ़ रही है। गुरुवार को 250 मरीज मिलने के बाद शुक्रवार को भी 213 नए मरीज मिले हैं। ऐसे में प्रशासन अलर्ट हो गया है। खास बात यह है कि प्रदेश में पहली बार तीन रोगी एकसाथ डेंगू के दो स्ट्रेन से पीड़ित मिले हैं। ऐसा दोबारा संक्रमित होने पर होता है।
By Edited By: Yogesh SahuUpdated: Sat, 16 Sep 2023 12:17 PM (IST)
Bihar Dengue Alert : जागरण संवाददाता, पटना। इंदिरा गांधी इंस्टीट्यूट आफ मेडिकल साइंस (आइजीआइएमएस) की ओपीडी में आए डेंगू मरीजों (Dengue Patients) की जीनोम सिक्वेंसिंग (Genome Sequencing) रिपोर्ट चौंकाने वाली है। पहली बार राजधानी में न केवल डेंगू वायरस के चारों स्ट्रेन की पुष्टि हुई है, बल्कि आश्चर्यजनक रूप से तीन रोगी दो-दो स्ट्रेन से पीड़ित पाए गए हैं।
यही नहीं, अबतक दोबारा संक्रमित होने पर डेन-1 व 3 एवं डेन-2 व 4 स्ट्रेन पाए जाते थे। वहीं पटना में जो तीन रोगी दो स्ट्रेन से पीड़ित हैं वे आश्चर्यजनक रूप से इस विन्यास के इतर डेन-3 व 4 और डेन-1 व डेन-2 से पीड़ित हैं।
आरएमआरआइ के निदेशक डा. कृष्णा पांडेय व वायरोलाजिस्ट डा. गणेश कुमार ने बताया कि देश व प्रदेश में डेंगू का डेन-2 वायरस सबसे सामान्य है।
वहीं, एक बार डेंगू संक्रमण (Dengue Infection) ठीक होने पर एक-दो माह में दोबारा संक्रमित होने पर शरीर में दोनों तरह के स्ट्रेन एकसाथ मिल सकते हैं।इस स्थिति में डेंगू का खतरनाक परिणाम सामने आने की आशंका सबसे ज्यादा होती है। बताते चलें कि डेन 1 व 3 स्ट्रेन के बजाय डेन-2 व 4 स्ट्रेन को कम खतरनाक माना जाता है।
रोगी का जाना जाएगा यात्रा इतिहास
चिकित्सा अधीक्षक सह उप निदेशक डा. मनीष मंडल ने बताया कि अब पटना में डेंगू के डेन टाइप थ्री व फोर स्ट्रेन से पीड़ित मरीज प्रदेश में पहली बार मिले हैं। अस्पताल प्रबंधन इन रोगियों का यात्रा इतिहास जानने की कोशिश करेगा।
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आइजीआइएमएस में माइक्रोबायोलाजी की विभागाध्यक्ष डा. नम्रता ने बताया कि सरकार के निर्देश पर डेंगू रोगियों की जीनोम सिक्वेंसिंग की जा रही है।ओपीडी में आए 26 डेंगू मरीजों के नमूने लेकर सिक्वेंसिंग की गई थी। इसमें डेंगू के चारो स्ट्रेन के मरीज मिले हैं। इसमें प्रदेश में पहली बार डेन-4 स्ट्रेन का डेंगू वायरस (Dengue Virus) मिला है।बड़ी बात यह है कि डेन-4 स्ट्रेन के जो मरीज मिले हैं वे डेन-3 से भी पीड़ित हैं। वहीं, डेन-2 स्ट्रेन से पीड़ित मरीजों में डेन-1 भी पाया गया है।डेन-4 वायरस में खतरा कम
- डा. कृष्णा पांडेय ने बताया कि वर्ष 2012 तक देश में डेंगू के डेन 1 व 3 स्ट्रेन से लोग बीमार हो रहे थे।
- डेन-2 स्ट्रेन अधिक प्रभावी हो गया था और अब डेन-4 जो कम संक्रामक है के कुछ मामले सामने आ रहे हैं।
- डेंगू वायरस के चारों स्ट्रेन में हैमरेजिक बुखार होने की आशंका होती है लेकिन डेन-4 स्ट्रेन में अपेक्षाकृत खतरा कम होता है।
- डेन-2 स्ट्रेन के गंभीर होने की आशंका ज्यादा रहती है क्योंकि इसमें प्लेटलेट्स तेजी से कम होते हैं।
- इससे हैमरेजिक व शाक सिंड्रोम बुखार के अलावा अंगों में शिथिलता की आशंका ज्यादा होती है।