Dengue Cases Bihar: बिहार में डेंगू के 300 से ज्यादा मामले, एक्शन में नीतीश सरकार; अब इस फार्मूले पर करेगी काम
बिहार में डेंगू के मरीजों की बढ़ती संख्या को लेकर नीतीश सरकार भी अलर्ट हो गई है। अकेले राजधानी पटना में ही जुलाई से अबतक 146 डेंगू संक्रमित मिल चुके हैं। यहां अस्पतालों में 26 से अधिक मरीज भर्ती हैं। ऐसे में सरकार अब एक्शन मोड में है। निगम स्तर पर भी डेंगू से बचाव के लिए प्रयास किए जा रहे हैं।
By Edited By: Yogesh SahuUpdated: Thu, 07 Sep 2023 01:33 PM (IST)
Dengue Cases Bihar : राज्य ब्यूरो, पटना। प्रदेश में डेंगू के मामले (Dengue Cases In Bihar) तेजी से बढ़ रहे हैं। स्थिति यह है कि इस वर्ष पांच सितंबर तक राज्यभर में डेंगू के 324 मामले मिल चुके हैं। अब सरकार ने हालात पर नजर रखने के लिए विशेष योजना बनाई है।
बुधवार को स्वास्थ्य विभाग के अपर मुख्य सचिव प्रत्यय अमृत ने डेंगू की स्थिति की समीक्षा के लिए उच्चस्तरीय बैठक की। इसमें सभी सिविल सर्जन, मेडिकल कालेज अस्पताल के अधीक्षकों के साथ ही दूसरे अन्य पदाधिकारी शामिल हुए।
अपर मुख्य सचिव ने डेंगू के बढ़ते मामलों पर चिंता व्यक्त करते हुए कहा कि जिन क्षेत्रों में डेंगू के मामले तेजी से आ रहे हैं, वहां डेंगू जांच की सुविधाओं और प्लेटलेट्स की उपलब्धता के बारे में जागरुकता पैदा करें।
जिल अस्पतालों को ब्लड बैंक (Blood Bank) के साथ संबद्ध करने को कहा गया, ताकि प्लेटलेट्स की कमी न होने पाए। सभी मेडिकल कालेजों और अस्पतालों के परिसरों में फागिंग और लार्विसाइड के छिड़काव के निर्देश दिए गए।
पटना : एक दिन में बढ़े डेंगू के 33 मरीज, विभाग सख्त
डेंगू का खतरा राजधानी पटना (Patna) में भी तेजी से बढ़ता जा रहा है। स्वास्थ्य विभाग (Bihar Health Department) के अपर मुख्य सचिव के निर्देश पर जब सिविल सर्जन ने सख्ती दिखाई तो निजी पैथोलाजी से 24 संक्रमितों का ब्योरा मिला।बुधवार को 9 नए डेंगू मरीज मिले। एक दिन में 33 मरीज बढ़ने के बाद जुलाई से अबतक 146 डेंगू के मरीज मिल चुके हैं।
पीएमसीएच में चार, एनएमसीएच में छह, पारस एचएमआरआइ व रूबन मेमोरियल में पांच-पांच, साई में चार और मेदांता में दो मरीज भर्ती हैं।सिविल सर्जन डा. श्रवण कुमार ने बताया कि जिले के सभी अस्पतालों में डेंगू स्क्रीनिंग के लिए किट मुहैया करा दी गई है। इसके अलावा छह अस्पतालों में एलाइजा विधि से मुफ्त जांच की व्यवस्था है।उन्होंने बताया कि बहुत से निजी अस्पताल व पैथोलाजी डेंगू मरीजों की जानकारी नहीं दे रहे थे। इसके बाद उन्हें प्रतिदिन की रिपोर्ट मुहैया नहीं कराए जाने पर कार्रवाई की चेतावनी दी गई है।
उन्होंने कहा कि लोग मच्छरों से बचाव करें और यदि बुखार आता है तो नजदीकी अस्पताल में जाकर डेंगू की जांच कराएं।यदि रैपिड किट से जांच कराई है तो न्यूगार्डिनर रोड, गुरु गोविंद सिंह अस्पताल के अलावा पीएमसीएच, एनएमसीएच, आइजीआइएमएस, आरएमआरआइ व एम्स में एलाइजा विधि से इसकी गोल्डेन जांच कराएं।
आपके शहर की हर बड़ी खबर, अब आपके फोन पर। डाउनलोड करें लोकल न्यूज़ का सबसे भरोसेमंद साथी- जागरण लोकल ऐप।