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Lok Sabha Election 2024: 'लालू और नीतीश ने दिया ऑर्डर; जिसे दिक्कत है...', सीतामढ़ी सीट से ये दिग्गज नेता ठोकेगा चुनावी ताल

सीतामढ़ी लोकसभा सीट से महागठबंधन ने अपना उम्मीदवार लगभग तय कर लिया है। बिहार विधान परिषद के सभापति देवेश चंद्र ठाकुर ने कहा है उनको लालू यादव और नीतीश कुमार ने चुनाव की तैयारी करने के लिए कहा है। देवेश ठाकुर ने यह भी कहा कि अगर किसी को इस बात से दिक्कत है तो वो शीर्ष नेतृत्व से कंफर्म कर सकता है।

By Mukesh Kumar Edited By: Rajat Mourya Updated: Thu, 28 Dec 2023 09:23 PM (IST)
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'लालू और नीतीश ने दिया ऑर्डर; जिसे दिक्कत है...', सीतामढ़ी सीट से ये दिग्गज नेता ठोकेगा चुनावी ताल
जागरण संवाददाता, सीतामढ़ी। बिहार विधान परिषद के सभापति देवेश चंद्र ठाकुर ने कहा है कि शीर्ष नेतृत्व के कहने पर वो सीतामढ़ी से लोकसभा चुनाव लड़ने की तैयारी कर रहे हैं। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार, जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष राजीव रंजन उर्फ ललन सिंह, राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव, उप मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने स्वयं उन्हें चुनाव लड़ने के लिए कहा है। अब जिन लोगों को इससे परेशानी है वे शीर्ष नेतृत्व के पास जाकर कंफर्म करें ले।

उन्होंने यहां तक कह दिया कि अगर उन्हें मिलने का वक्त नहीं मिल रहा है तो हमारे साथ चलें, हम मिलवा देते हैं। बता दें कि सीतामढ़ी सीट से चुनावी तैयारी एवं प्रखंडों में जनसंपर्क अभियान छेड़ने के बाद से दल के अंदर और बाहर कुछ लोगों की बेचैनी बढ़ने और इस बात को लेकर बयानबाजी पर गुरुवार को डुमरा में अपने आवास पर उन्होंने प्रेस कांफ्रेंस बुलाई।

'अपनी गिरेबान में झांककर देखें'

प्रेसवार्ता में उन्होंने कहा कि मुझको स्वघोषित उम्मीदवार करार देने वाले अपनी गिरेबान में झांककर देखें। मेरे राजनीतिक जीवन व चरित्र पर कहीं कोई अंगुली उठाने वाला नहीं है, जबकि वैसे लोगों का चाल-चरित्र सर्वविदित है। उन्होंने कहा कि चुनाव का समय आया तो पिछड़ा-अति पिछड़ा के नाम पर टिकट के लिए दावेदारी पेश कर रहे हैं। इस समुदाय से इतनी ही हमदर्दी है तो ये भी बताएं कि पिछड़ा-अति पिछड़ों के लिए इन लोगों ने अभी तक किया क्या है।

डुमरा में अपने आवास पर प्रेस कांफ्रेंस को संबोधित करते सभापति देवेश चंद्र ठाकुर। साथ में एमएलसी रेखा कुमारी व जदयू नेता विमल शुक्ला। जागरण

देवेश चंद्र ठाकुर ने कहा कि मैंने कभी जाति-धर्म पूछकर किसी की मदद नहीं की। जो कोई मदद के लिए आया सहयोग में कोई कमी नहीं की। सभापति ने दावा किया कि जात-पात की बात करने वालों के लिए मेरी चुनौती है कि ट्रायल चुनाव कराकर देख लिया जाए मेरे आगे वैसे लोगों की जमानत नहीं बचेगी।

विधान पार्षद रेखा कुमारी, जदयू के वरिष्ठ नेता विमल शुक्ला, जिला प्रवक्ता प्रो. अमर सिंह, महिला प्रकोष्ठ जिलाध्यक्ष कामिनी पटेल, युवा जिलाध्यक्ष सुजीत कुमार झा, जिला महासचिव आदित्य मिश्रा, अल्पसंख्यक जिलाध्यक्ष शकिलुर्रहमान आदि मौजूद थे।

पूर्व सांसद व पूर्व विधायक के पति पर पलटवार

सभापति ने कहा कि एक पूर्व सांसद एवं एक पूर्व विधायक के पति पटना दौड़ लगा रहे हैं कि देवेश चंद्र ठाकुर को टिकट न मिले, लेकिन शीर्ष नेता उनसे मिलने का वक्त भी नहीं दे रहे। लिहाजा, गलतबयानी कर रहे हैं। वैसे लोगों को भी अपने खेमे में बता रहे हैं जो देवेश चंद्र ठाकुर को छोड़कर कहीं किसी के साथ नहीं जाने वाले हैं, क्योंकि वे लोग अपने भाई-बंधु हैं। विधान परिषद के चुनाव में रेखा कुमारी के लिए मैंने कैंपेन किया, मतदाताओं से वोट की अपील की। मगर दल में रहते हुए उस एक नेता ने पलटकर नहीं देखा। दूसरे दल के साथ रहकर विश्वासघाात किया। पूर्व सांसद कहते हैं कि 72 साल में जो काम नहीं हुआ उसको पांच साल में उन्होंने कर दिखाया। यह कहते हुए उन्हें शर्म आनी चाहिए थी कि एमपी फंड का काम गिनाकर शेखी बघारना कौन-सी बड़ी बात है। वह काम करने के लिए ही जनता ने उन्हें भेजा था।

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