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Dial 112 : बिहार में अब सभी इमरजेंसी के लिए डायल करें ये नंबर, 20 मिनट में पहुंच जाएगी पुलिस

इमरजेंसी रिस्पांस सपोर्ट सिस्टम के कमांड एंड कंट्रोल सेंटर का किया उद्घाटन इमरजेंसी वाहनों को हरी झंडी दिखाकर किया रवाना। दूसरे चरण के लिए अतिरिक्त गाड़‍ियां एवं मानव बल की व्यवस्था करने का दिया निर्देश 400 इमरजेंसी वाहन मदद के लिए क्षेत्र में रहेंगे मुस्तैद

By Vyas ChandraEdited By: Updated: Wed, 06 Jul 2022 07:35 PM (IST)
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डायल 112 की गाड़‍ियों को हरी झंडी दिखाकर रवाना करते सीएम नीतीश कुमार। जागरण
पटना, राज्य ब्यूरो। अब आगजनी, दुर्घटना, पुलिस सहायता, मेडिकल इमरजेंसी समेत किसी भी आपात स्थिति में सहायता के लिए सिर्फ 112 नंबर डायल करना होगा। यह सेवा निशुल्क है। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने बुधवार को इमरजेंसी रिस्पांस सपोर्ट सिस्टम (ERSS) के तहत डायल-112 सेवा का लोकार्पण किया। मुख्यमंत्री सबसे पहले राजधानी स्थित बिहार पुलिस रेडियो परिसर के नवनिर्मित कमांड एंड कंट्रोल सेंटर पहुंचे, जहां फीता काटकर एवं शिलापट्ट अनावरण कर इसका उद्घाटन किया। उन्होंने सेंटर का निरीक्षण करने के साथ कार्यप्रणाली की जानकारी ली। इसके बाद सीएम एक अणे मार्ग पहुुंचे जहां तत्काल सहायता के लिए पहुंचने वाले इमरजेंसी रिस्पांस वाहनों को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। पहले चरण में 400 इमरजेंसी वाहनों की खरीद की गई है, जिससे पूरा पटना जिला और सभी जिला मुख्यालय वाले शहर कवर होंगे। 

गाड़‍ियों के अलावा 500 बाइक भी रखने का सीएम का सुझाव 

मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि यह अत्यंत खुशी की बात है कि आम नागरिकों के लिए इमरजेंसी रिस्पांस वाहनों की सेवाएं शुरू की जा रही हैं। इन वाहनों को जिला मुख्यालयों एवं अन्य महत्वपूर्ण स्थलों पर तैनात करने की व्यवस्था की जाए। दूसरे चरण के लिए भी जितनी अतिरिक्त गाडिय़ों एवं मानव बल की आवश्यकता है, उसकी अविलंब व्यवस्था कराएं। इसके साथ ही चारपहिया गाडिय़ों के साथ 500 मोटरसाइकिल भी रखी जाएं, जिससे कार्यक्षमता व दक्षता और बेहतर हो सकेगी। मुख्यमंत्री ने कहा कि पहले पुलिस मुख्यालय द्वारा एक गाड़ी में दो पुलिस बल का प्रस्ताव दिया गया था, उस वक्त हमने कहा था कि हर गाड़ी में तीन से चार पुलिस बल रहे। यह अत्यंत खुशी की बात है कि हर गाड़ी में तीन से चार पुलिस बल की तैनाती की गई है, इससे समस्याओं का समाधान बेहतर तरीके से हो सकेगा। 

महिला सशक्तीकरण में जुड़ा एक और अध्याय

मुख्यमंत्री ने कहा कि काल सेंटर में कार्यरत सभी कर्मी महिलाएं हैं, जो दक्षता से काम कर रही हैैं। यह खुशी की बात है कि आज महिला सशक्तीकरण के क्षेत्र में एक और नया अध्याय जुड़ गया है। उन्होंने अफसरों को हिदायत देते हुए कहा कि यह काफी अच्छी व्यवस्था है। इसमें आने वाले समय में काफी संख्या में काल आएगी, यह और लोकप्रिय होगा। ऐसे में इस बात का ध्यान रखा जाए कि सभी काल का सही तरीके से निर्धारित समय में निष्पादन हो। इससे लोगों का पुलिस और प्रशासन पर भरोसा और बढ़ेगा। वरीय पदाधिकारी लगातार इसकी मानीटङ्क्षरग करते रहें। इस अवसर पर मुख्य सचिव आमिर सुबहानी, सीएम के प्रधान सचिव दीपक कुमार, डीजीपी एसके सिंघल, गृह विभाग के अपर मुख्य सचिव चैतन्य प्रसाद, सीएम के अतिरिक्त परामर्शी मनीष कुमार वर्मा, सचिव अनुपम कुमार समेत कई वरीय अधिकारी मौजूद थे। 

इन मामलों में मिलेगी मदद

पुलिस सहायता, अगलगी की घटना, चिकित्सा सहायता, महिला-बच्चों की सहायता, वरिष्ठ नागरिकों की सेवा, सड़क दुर्घटना व अन्य आपातकालीन स्थिति।

ऐसे मांग सकेंगे मदद

  • फोन या मोबाइल से 112 डायल कर
  • 112 नंबर पर एसएमएस करके
  • 112 मोबाइल एप डाउनलोड कर
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