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DM गोपालगंज का सराहनीय कदम, समाज के लिए एक सीख

गोपालगंज जिले के कल्याणपुर के एक सरकारी स्कूल में लोगों ने एक विधवा को मिड डे मील बनाने से रोका इसकी खबर मिलते ही जिलाधिकारी राहुल कुमार खुद स्कूल पहुंच गए और उन्होंने आदेश दिया कि महिला ही मध्याह्न भोजन का खाना बनाएगी।

By Kajal KumariEdited By: Updated: Sat, 19 Dec 2015 11:55 AM (IST)
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पटना। गोपालगंज जिले के कल्याणपुर के एक सरकारी स्कूल में लोगों ने एक विधवा को मिड डे मील बनाने से रोका इसकी खबर मिलते ही जिलाधिकारी राहुल कुमार खुद स्कूल पहुंच गए और उन्होंने आदेश दिया कि महिला ही मध्याह्न भोजन का खाना बनाएगी। खाना बन जाने पर खुद डीएम ने उसके हाथ से परोसा खाना खाया।

दरअसल गोपालगंज जिले के बरौली थाने के कल्याणपुर मिडिल स्कूल में एक विधवा को रसोइया नियुक्त किये जाने पर ग्रामीणों ने बुधवार को बच्चों को इसके हाथ से बना मध्याह्न भोजन के खाने पर रोक लगा दी थी और लोगों ने स्कूल में तालाबंदी भी कर दी थी।

ग्रामीणों ने विधवा महिला तो रसोइया नियुक्त किए जाने का विरोध करते हुए उसपर चरित्र हनन का आरोप लगा कर उसके बनाये खाने को बच्चों को खिलाए जाने पर प्रतिबंध लगाते हुए उसे हटाने की मांग की थी। महिला ने डीएम से इसकी शिकायत की थी। मामले पर संज्ञान लेते हुए डीए खुद कल्याणपुर के सरकारी स्कूल में पहुंच गए और उस महिला रसोइये से खाना बनवाकर खाया। उन्होंने खुद खाया और छात्रों को भी खिलाया। साथ ही डीएम ने चेतावनी दी कि इसके बाद अगर किसी ने रसोइये का विरोध किया, तो प्राथमिकी दर्ज की जायेगी।

डीएम ने अपने ट्वीट में लिखा कि कुछ गुमराह गांव वालों ने विधवा को मिड डे मील बनाने से रोकने की धमकी दी थी। उन्होंने कहा था कि वे स्कूल से अपने बच्चों को वापस बुला लेंगे। लोगों के मिथ को तोड़ने के लिए कभी-कभी आपको ऐसा करना पड़ता है। मैंने उसी विधवा महिला से खाना बनवाया और उसी ने मुझे परोसा।

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