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पटना यूनिवर्सिटी से स्नातक डॉ राजीव रंजन तमिलनाडु के मुख्य सचिव बने

डॉ राजीव रंजन भारतीय प्रशासनिक सेवा के 1985 बैच के अधिकारी हैं। बिहार के समस्तीपुर जिले के गंगापुर गांव के रहने वाले हैं। उन्‍होंने पटना यूनिवर्सिटी से भौतिकी में स्‍नातक किया था । वे केंद्र में कई महत्‍वपूर्ण पदों पर रहे।

By Sumita JaiswalEdited By: Updated: Sun, 31 Jan 2021 09:21 PM (IST)
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तमिलनाडु के मुख्‍य सचिव डॉ राजीव रंजन की तस्‍वीर ।
पटना, राज्य ब्यूरो । पटना विश्वविद्यालय से भौतिकी से स्नातक किए डॉ राजीव रंजन को तमिलनाडु का मुख्य सचिव बनाया गया है। कल एक फरवरी सोमवार को वे पदभार ग्रहण करेंगे। डॉ राजीव रंजन नेतरहाट विद्यालय से पढ़े-लिखे हैं। वह बिहार टॉपर भी रहे हैं। समस्तीपुर जिला स्थित गंगापुर गांव के रहने वाले डॉ राजीव ने केंद्र में कई महत्वपूर्ण पदों पर काम किया है।

कई नामी-गिरामी यूनिवर्सिटी में की पढ़ाई

डॉ राजीव रंजन 1985 बैच के भारतीय प्रशासनिक सेवा के अधिकारी हैं। मुख्य सचिव बनाए जाने के पहले वह केंद्रीय प्रतिनियुक्ति पर दिल्ली में थे। उन्होंने आईआईएम, अहमदाबाद से एमबीए किया हुआ है। पब्लिक पॉलिसी में लंदन स्कूल ऑफ इकोनामिक्स से एक अन्य पीजी डिग्री हासिल की है। यूनिवर्सिटी ऑफ जिनेवा से इंटलैक्चुअल प्रोपर्टी राइट्स की पढ़ाई की है। इसके अलावा अन्ना विश्वविद्यालय से पीएचडी किया है।

कई महत्‍वपूर्ण पदों पर रहे

अपने 35 वर्षों की सेवा में डॉ रंजन ने कई महत्वपूर्ण पदों पर काम किया है। केंद्र उद्योग व वाणिज्य मंत्रालय के अधीन डिपार्टमेंट ऑफ इंडस्ट्रियल पॉलिसी एंड प्रमोशन के वह निदेशक रहे हैं। सात वर्षों तक इस काम को उन्होंने देखा। तमिलनाडु में वह उद्योग विभाग के प्रधान सचिव रहे। केंद्र में जब 2018 में वह प्रतिनियुक्ति पर आए तो जीएसटी कांउसिल में विशेष सचिव के रूप में पदस्थापित किए गए।  केंद्र में मार्च 2020 में वह मत्स्य सचिव बने और तब 20,050 करोड़ की प्रधानमंत्री मत्स्य संपदा योजना को लांच करने का श्रेय भी उन्हें जाता है।

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