दुर्गा पूजा के अवसर पर अग्निशमन विभाग ने सुरक्षा के लिए विशेष इंतजाम किए हैं। पटना में 389 महत्वपूर्ण और 1000 से अधिक छोटे पंडाल बनाए जा रहे हैं। अग्निशमन विभाग ने 27 संवेदनशील पंडालों के पास अस्थायी अग्नि नियंत्रण कक्ष बनाए हैं। विभाग ने पूजा समितियों को अग्नि सुरक्षा के संबंध में दिशा-निर्देश दिए हैं और समस्याओं का समाधान किया है।
जागरण संवाददाता, पटना। Durga Puja in Patna: दुर्गा पूजा को लेकर अग्निशमन विभाग अलर्ट है। जिले के 389 महत्वपूर्ण और एक हजार से अधिक छोटे छोटे पंडाल बनाए जा रहे है। इसे देखते हुए 27 संवेदनशील पंडाल के पास अस्थायी अग्नि नियंत्रण कक्ष बनाए गए है। गुरुवार को अग्निशमन विभाग के अधिकारी और 155 पूजा पंडाल समिति के साथ बैठक कर उन्हें पंडाल में अग्नि से सुरक्षा के संबंध में बताया। दिशा निर्देश के साथ उनकी समस्याओं को भी सुना गया।
बैठक में अग्निशमन वाहन तैनात करने की उठी मांग
चिरैयाटांड़ के पास निर्माणाधीन पंडाल की समिति द्वारा बताया गया कि पूजा के दौरान चिरैयाटांड़ और डाकबंगला के बीच काफी भीड़ रहती है। चिरैयाटाड़ पुल और डाकबंगला के पास एक अग्निशमन वाहन की प्रतिनियुक्त करने की मांग की गई। इसी तरह इनकम टैक्स चौराहा के पास पूजा पंडाल समिति द्वारा सूचनाओं के आदान प्रदान को लेकर वाट्सएप ग्रुप बनाए जाने की बात कहीं गई।
चीनाकोठी के पास झूलते तार की वजह से कहीं और पंडाल निर्माण की बात कहीं गई। बेउर के पास बने पंडाल के उपर नंगे तार को कवर करने की बात कही गई। पोस्टल पार्क के गली नंबर एक में बन रहे पंडाल के पास ट्रांसफार्मर है। वहां अग्निशमन वाहन की मांग गई। साथ ही उन्हें ट्रांसफार्मर के पास एक सीओटू सिलिंडर और ट्रांसफार्मर को एल्युमीनियम से कवर करने का कहा गया। मछुआ टोली में अग्निशमन वाहन की प्रतिनियुक्ति करने की मांग की गई।
101 दमकल गाड़ी के साथ 513 दमकलकर्मियों की तैनाती
जिला अग्निशमन अधिकारी मनोज कुमार नट ने बताया कि संवेदनशीलता को देखते हुए पटना को लोदीपुर, पटना सिटी, दानापुर और कंकड़बाग को चार जोन में बांटा गया है। कहीं भी किसी प्रकार की अग्नि संबंधित घटना हो तो हम उससे निपटने में पूरी तरह से सक्षम हैं।
डाकबंगला चौराहा, बोरिंग रोड, गोला रोड, सगुना मोड़, मलाहीपकड़ी, सिपारा सहित अन्य इलाकों में अतिरिक्त बलों की तैनाती की गई है। महत्वपूर्ण पंडाल और संवेदनशील इलाकों 101 दमकल गाड़ी के साथ 513 दमकलकर्मियों की तैनाती की गई है। फायर कैंप और कुछ स्थानों पर अस्थाई फायर बूथ बनाया जाएगा। लटकते बिजली के तार को सही कराने के लिए संबंधित विभाग के अधिकारी से भी संपर्क किया गया है।
पंडाल बनाने के लिए गाइडलाइंस जारी
पंडाल निर्माण के पूर्व सूती कपड़े का फायर रिटारडेंट सोलूएशन से उपचार कराएं एवं पंडाल की न्यूनतम उंचाई कम से कम तीन मीटर रखें।
-कम से कम 15 मीटर की दूरी पर तीन द्वार रखें। जनरेटर दूर रखा जाए एवं जनरेटर के पास फोम टाइप पोर्टेबल अग्निशमन यंत्र लगाए जाएं।
-पंडाल में सामान्यतौर शार्ट सर्किट से आग लगने की आशंका होती है। ऐसे में तार की टेपिंग किया जाए। तार को खुला न छोड़ा जाए।
पंडाल में दो दो कर्मी नामित करें, जिनका दायित्व होता कि वह आग लगने वाले संभावनाओं को न्यूनीकरण करने हेतु जागरूक करते रहें।
-पटना सिटी में संकरी गलियों को देखते हुए एहतियातन पंडाल में दो सौ लीटर का दो ड्रम पानी, दो पोर्टेबल अग्निशमन यंत्र व सूखा बालू रखें।
-पालीगंज क्षेत्र में पाया गया कि एक ही जनरेटर पर काफी लोड दिया जा रहा है। एक से अधिक जनरेटर इस्तेमाल करने का निर्देश दिया गया है।
-पंडाल को किसी भी शर्त पर बिजली के तार के नीचे नहीं लगवाएं। आसपास फास्ट फूड आदि की दुकानों को दूर रखा जाए।
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