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बिहार: ED ने कसा शिकंजा, IAS सेंथिल कुमार की 2.51 करोड़ की संपत्ति जब्त

प्रवर्तन निदेशालय ने पटना नगर निगम में हुए घोटाले के मुख्य अभियुक्त सेंथिल कुमार की 2.51 करोड़ की संपत्ति जब्त की है। वे 1996 बैच के आइएएस अधिकारी हैं।

By Ravi RanjanEdited By: Updated: Thu, 29 Mar 2018 09:38 PM (IST)
बिहार: ED ने कसा शिकंजा, IAS सेंथिल कुमार की 2.51 करोड़ की संपत्ति जब्त

पटना [राज्य ब्यूरो]। प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने भारतीय प्रशासनिक सेवा (आइएएस) के वर्ष 1996 बैच के अधिकारी व श्रम संसाधन विभाग के अपर सचिव के. सेंथिल कुमार की 2.51 करोड़ रुपये की अवैध संपत्ति बुधवार को जब्त कर ली है। पिछले महीने ईडी ने झारखंड के वरिष्ठ आइएएस अधिकारी व संथाल परगना के प्रमंडल आयुक्त डॉ. प्रदीप कुमार की 1.80 करोड़ की काली कमाई को जब्त किया था।

के. सेंथिल कुमार की जब्त की गई संपत्ति में पटना की नागेश्वर कॉलोनी स्थित जयश्री अपार्टमेंट में एक फ्लैट, तमिलनाडु के अरियालू में जमीन के कुल 35 भूखंड, चेन्नई के इंदिरा मेमोरियल ट्रस्ट का भवन तथा सात बैंक खातों में जमा 7.14 लाख की नकदी शामिल है।

ईडी के आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि जब एजेंसी ने के. सेंथिल कुमार के खिलाफ प्रीवेंशन ऑफ मनी लांड्रिंग एक्ट (पीएमएलए) के तहत मामला दर्ज कर उसकी संपत्ति की जांच शुरू की तब पाया कि सेंथिल कुमार ने मुंगेर के जिलाधिकारी रहते हुए भी भ्रष्ट तरीके से काफी संपत्ति अर्जित की है। जबकि सेंथिल कुमार पटना नगर निगम में हुए घोटाले के भी मुख्य अभियुक्त रहे हैं और निगरानी अन्वेषण ब्यूरो ने उनके खिलाफ अपनी विशेष अदालत में चार्जशीट भी दायर कर रखी है।

के. सेंथिल कुमार मामले का स्वत: संज्ञान लिया था ईडी ने

ईडी के एक अधिकारी ने बताया कि हमने निगरानी ब्यूरो द्वारा चार्जशीट दायर करने के बाद इस मामले का स्वत: संज्ञान लिया था और पीएमएलए के तहत एक मामला दर्ज कर अपनी जांच शुरू की थी। ईडी ने अपनी जांच में पाया कि के. सेंथिल कुमार ने अपनी काली कमाई का एक बड़ा हिस्सा पटना में अपने परिजनों के नाम पर अन्य व्यवसाय में निवेश कर रखा है बल्कि तमिलनाडु में उन्होंने एक-दो नहीं बल्कि कुल 35 भूखंड खरीद रखे हैं।

इतना ही नहीं, उन्होंने तमिलनाडु ने अपने एक परिजन के नाम पर के इंदिरा मेमोरियल एडुकेशन ट्रस्ट खोल रखा है। इसके लिए उन्होंने न केवल भूखंड की खरीद की है बल्कि उस भूखंड पर भवन भी बना रखा है। पटना में के सेंथिल कुमार ने मेसर्स सुधा सुपर मार्केट और मेसर्स चेन्नई कैफे नाम के दो व्यवसायों में भी काफी धन का निवेश कर रखा है। हालांकि ये दोनों फर्म सेंथिल कुमार ने अपने छोटे भाई के अय्यप्पन के नाम पर खोली थी।

बिमल कुमार नामक ठेकेदार के माध्यम से की काली कमाई

ईडी ने अपनी जांच में पाया कि के. सेंथिल कुमार के लिए बिमल कुमार नामक एक ठेकेदार ने उनकीसभी फर्मों में मोटी रकम का निवेश कर रखा है। बदले में सेंथिल कुमार बिमल कुमार को सरकारी ठेके दिलाते रहे हैं। जब वह पटना नगर निगम के आयुक्त थे तब सेंथिल कुमार पर निगरानी ने भवनों के नक्शा पास कराने, होटलों व अन्य व्यवसायिक भवनों से होल्डिंग टैक्स की वसूली में कई तरह के भ्रष्टाचार किए हैं। यहां तक उन्होंने कई ऐसे नक्शों को भी पास किया था जो पूरी तरह गैर कानूनी थे।

ईडी ने के. सेंथिल कुमार की इन संपत्तियों को किया जब्त

- पटना के नागेश्वर कॉलोनी स्थित जयश्री अपार्टमेंट में एक फ्लैट। कीमत-8.26 लाख

- चेन्नई में के इंदिरा मेमोरियल एडुकेशन ट्रस्ट का भवन। कीमत एक करोड़, 97 लाख, 50 हजार, 432 रुपये

- तमिलनाडु के अरियालू में 35 भूखंड। कीमत-37 लाख, 84 हजार, 842 रुपये

- स्वयं सेंथिल कुमार, उनके परिजनों व ट्रस्ट के नाम कुल सात बैंक खातों में जमा 7 लाख, 13 हजार, 716 रुपये की नकदी

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