RJD सुप्रीमो लालू यादव के करीबी पर ED का बड़ा एक्शन, 67 करोड़ से अधिक की 5 संपत्तियां जब्त
प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने बालू कारोबारी और ब्रॉडसन कमोडिटीज प्रा. लि के पूर्व प्रबंध निदेशक सुभाष यादव और अशोक कुमार की 67.56 करोड़ रुपये की संपत्तियों को अस्थायी रूप से जब्त कर लिया है। इन पर आरोप है कि उन्होंने बालू के अवैध कारोबार से करोड़ों की अवैध संपत्ति बनाई थी। ईडी ने पटना देहरादून और गाजियाबाद में स्थित उनकी पांच संपत्तियों को जब्त किया है।
राज्य ब्यूरो, पटना। प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने बालू कारोबारी और ब्रॉडसन कमोडिटीज प्रा. लि के पूर्व प्रबंध निदेशक सुभाष यादव और अशोक कुमार की 67.56 करोड़ रुपये की संपत्तियों को अस्थायी रूप से जब्त कर लिया है। सुभाष यादव को प्रवर्तन निदेशालय ने इसी वर्ष मार्च के महीने में बालू का अवैध सिंडिकेट चलाने के आरोप में गिरफ्तार किया गया था।
सुभाष यादव के साथ ही अशोक कुमार के खिलाफ भी प्रवर्तन निदेशालय ने मनी लॉन्ड्रिंग का मामला दर्ज करने के बाद अपनी कार्रवाई को अंजाम दिया था। इन पर आरोप था कि ब्रॉडसन के निदेशक मंडलों में शामिल इन दोनों ने विभिन्न बालू घाटों पर अवैध खनन और बिना चालान या गलत चालान के आधार पर 250 करोड़ से अधिक के राजस्व की चोरी की है।
पांच संपत्तियां जब्त
प्रवर्तन निदेशालय के सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, सुभाष यादव और अशोक कुमार ने बालू के अवैध कारोबार से करोड़ों की अवैध संपत्ति बनाई थी। उनकी गिरफ्तारी के बाद लगातार चली जांच में मिले प्रमाण के बाद कोर्ट की अनुमति से ईडी ने कुल पांच संपत्तियां जब्त की हैं। जिन संपत्तियों को जब्त किया गया है वे पटना के अलावा देहरादून (उत्तराखंड) और उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद में अवस्थित हैं।
प्रवर्तन निदेशालय ने इस वर्ष नौ मार्च को बालू कारोबारी सुभाष के पटना के अलावा दूसरे कई ठिकानों पर एक साथ छापा मारा था। लगातार आठ घंटे की मैराथन छापामारी के दौरान प्रवर्तन निदेशालय ने दो करोड़ रुपये नकद के साथ करोड़ों की बेनामी संपत्ति होने के प्रमाण मिले थे। जिसके बाद उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया था। बाद में कोर्ट की अनुमति से इन्हें बेउर जेल भेज दिया गया था। इसी दौरानर ब्रांडसन के अन्य निदेशक अशोक कुमार से भी ईडी ने पूछताछ की थी। प्रवर्तन निदेशालय की छापामारी के पूर्व आयकर विभाग ने भी सुभाष के ठिकानों पर दबिश दी थी।
लालू के करीबी हैं सुभाष यादव
सुभाष यादव के पॉलिटिकल संबंध भी कई नेताओं के साथ थे। उन्हें राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद का करीबी बताया जाता है। उन्होंने राजद के टिकट पर 2019 में चतरा से चुनाव भी लड़ा था। सुभाष यादव मूल रूप से दानापुर के हेतनपुरा दियारा के रहने वाले हैं। इन पर प्रवर्तन निदेशालय ने मनी लॉन्ड्रिंग का मुकदमा करने के बाद अपनी कार्रवाई को अंजाम दिया था। इससे पहले ईडी ने इसी मामले में जदयू एमएलसी राधा चरण सेठ, अशोक गुप्ता समेत कई अन्य के यहां भी छापे मारे थे।