Move to Jagran APP

Patna Bijli News: बिजली खपत का पटना में टूटा रिकॉर्ड, 786 मेगावाट हुई खपत

पटना में शनिवार की रात 774 मेगावाट बिजली की खपत पहुंच गई थी। पिछले वर्ष सबसे ज्यादा बिजली खपत का रिकार्ड 30 जून को बना था। चर्चा का विषय बना हुआ है कि जून-जुलाई अभी बाकी है मई माह में में बिजली खपत के सभी रिकॉर्ड टूट गए। 800 मेगावाट में महज 14 मेगावाट कम रह गया है। सोमवार को भी भीषण गर्मी का कहर जारी है।

By Mritunjay Mani Edited By: Rajat Mourya Updated: Mon, 27 May 2024 04:00 PM (IST)
Hero Image
बिजली खपत का पटना में टूटा रिकॉर्ड, 786 मेगावाट हुई खपत
जागरण संवाददाता, पटना। असहनीय गर्मी के बीच बिजली खपत के मामले में पटनावासियों ने पिछले वर्ष का रिकॉर्ड तोड़ दिया है। रविवार की रात अब तक का सबसे अधिक बिजली खपत 786 मेगावाट हुई है। सबसे अधिक बिजली खपत का रिकार्ड 775 मेगावाट था।

पटना में शनिवार की रात 774 मेगावाट बिजली की खपत पहुंच गई थी। पिछले वर्ष सबसे ज्यादा बिजली खपत का रिकार्ड 30 जून को बना था। चर्चा का विषय बना हुआ है कि जून-जुलाई अभी बाकी है, मई माह में में बिजली खपत के सभी रिकॉर्ड टूट गए।

800 मेगावाट में महज 14 मेगावाट कम रह गया है। सोमवार को भी भीषण गर्मी का कहर जारी है। घरों, कार्यालयों, व्यवसायिक संस्थानों में सुबह से ही एसी चलना शुरू हो गया है।

अभी 600 मेगावाट की खपत नहीं रहा पीकआवर

अभी 600 मेगावाट की खपत पीकआवर नहीं रह गया है। विद्युत संरचनाएं 600 मेगावाट के आसपास बिजली रहने पर बुरा प्रभाव नहीं पड़ रहा है। रात 9.00 बजे से पीकआवर की शुरुआत हो रही है और रात दो बजे तक रह रही है।

रविवार की रात दो बजे तक 700 मेगावाट से अधिक बिजली का उपभोग हुआ है। सुबह पांच बजे तक करीब 600 मेगावाट बिजली की खपत हुई है। दिन के 11.00 बजे से सुबह पांच बजे तक पटनावासी 600 मेगावाट से अधिक बिजली का उपभोग कर रहे हैं।

सुबह छह बजे से 9.00 बजे तक न्यूनतम 518 मेगावाट बिजली की आपूर्ति हुई। सुबह नौ बजे के बाद बिजली की मांग में वृद्धि हो जा रही है।

ये भी पढ़ें- Bihar Jamin Dakhil Kharij: अचानक बढ़ने लगे दाखिल-खारिज के केस, DM ऑफिस में भी जमीन मामलों की भरमार

ये भी पढ़ें- KKR vs SRH IPL Final: आईपीएल 2024 के फाइनल मैच में लगा लाखों का सट्टा, कोड वर्ड से चला पूरा 'खेल'

आपके शहर की हर बड़ी खबर, अब आपके फोन पर। डाउनलोड करें लोकल न्यूज़ का सबसे भरोसेमंद साथी- जागरण लोकल ऐप।