इंजीनियर्स हत्याकांड : पति संग मुन्नी गई जेल, अब 'माननीयों' की बारी
इंजीनियरों की हत्या मामले में गिरफ्तार बहेड़ी प्रखंड प्रमुख मुन्नी देवी और उनके पति संजय लाल देव ने जेल जाने से पहले पुलिस को अपने कई संबंधों के बारे में जानकारी दी है। मुन्नी को मिल रहे माननीयों से सहयोग से संबंधित तथ्यों को जुटाने की कोशिश की जा रही।
दरभंगा। दो इंजीनियरों की हत्या मामले में गिरफ्तार बहेड़ी प्रखंड प्रमुख मुन्नी देवी और उनके पति संजय लाल देव ने जेल जाने से पहले पुलिस को अपने कई संबंधों के बारे में जानकारी दी है। अब पुलिस इस सूत्र को थामकर जांच आगे बढ़ाने की तैयारी कर रही है।
खासकर प्रमुख को मिल रहे माननीयों से सहयोग से संबंधित तथ्यों को जुटाने की कोशिश की जा रही है, जिससे उनको भी जांच के दायरे में लाया जा सके।
हालांकि, पुलिस की कार्यप्रणाली को देखते हुए इस दिशा में सफलता हासिल करना उसके लिए आसान नहीं होगा। बहरहाल, पुलिस आगे क्या करना है, किन-किनसे पूछताछ करनी है, इसका पूरा ब्योरा तैयार कर रही है।
दूसरी ओर, रविवार को अपराह्न करीब ढाई-तीन बजे दोनों को दरभंगा मंडल कारा भेज दिया गया। इसके बाद जेल की सुरक्षा भी बढ़ा दी गई है। वहीं दरभंगा मे 'जदयू' व 'हम' से मुन्नी व उसके पति की नजदीकियों को लेकर पूरे दिन चर्चा रही।
कहा गया कि जदयू के एक बड़े नेता का बहेड़ा थाने के माधोपुर गांव में अभिनंदन समारोह सह होली मिलन समारोह इन दोनों के सौजन्य से ही आयोजित किया गया था।
इस बीच जदयू के बेनीपुर से विधायक सुनील चौधरी ने हत्या में शामिल अपराधियों की अविलंब गिरफ्तारी और उनके खिलाफ स्पीडी ट्रायल चलाकर कड़ी सजा की मांग की है। पति-पत्नी से अपनी नजदीकियों वाली बात तूल पकडऩे से पहले ही हर तरफ से हर कोई अपना पल्ला झाडऩे में जुटा है।
बहेड़ा में कंपनी के बेस कैंप पर एसएसपी अजीत कुमार सत्यार्थी व बेनीपुर डीएसपी अंजनी कुमार पहुंचे। कंपनी के अफसरों व कर्मचारियों को आश्वस्त किया कि अब इस केस में हमलोग कातिलों और उनसे संपर्क रखने वालों के काफी करीब तक पहुंच चुके हैं।
कंपनी से रंगदारी मांगने वाली बातों की जानकारी से हाल के दिनों तक इंकार करने वाले एसएसपी ने तो यहां तक कह दिया कि हत्याकांड की साजिश जुलाई से ही रची जा रही थी।
उन्होंने कहा कि संतोष झा गैंग इस घटना को अंजाम देने का प्लान जुलाई में तैयार कर चुका था। 25 जुलाई को दरभंगा के बहादुरपुर थाना क्षेत्र के रामनगर आइआइटी के पास इस गैंग के करण झा, ङ्क्षपटू झा ने भाड़े पर एक लॉज लिया था। इन्हें लॉज में रखवाने में प्रमुख का ही हाथ था।
एसएसपी के मुताबिक, प्रमुख ने पूछताछ में यह बात कबूल की है। यह भी बताया कि इस लॉज में रहने के बाद हत्या से कुछ ही दिन पहले दूसरा लॉज प्रमुख ने अपनी हाउङ्क्षसग कॉलोनी, लहेरियासराय वाले मकान के बगल में खाजासराय में दिलाया था। प्रमुख की निशानदेही पर ही इन दोनों जगहों का खुलासा हो पाया है।
उधर, प्रखंड प्रमुख को गैंगस्टर संतोष झा की बहन बताकर पुलिस ने सबकी बोलती बंद कर दी है। एसएसपी के मुताबिक, अगर यह बात सही है तो फिर प्रमुख के उस जाति-प्रमाण पत्र का क्या होगा जिसे प्रशासन के द्वारा जारी किया गया है।