Bihar: 'इंटरनेट दंगाइयों' पर लगाम लगाएगी ईओयू की साइबर पेट्रोलिंग, सोशल मीडिया पर नहीं फैलने देगी दंगे की आग
फेसबुक इंस्टाग्राम वाट्सएप जैसे सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स का इस्तेमाल करके हिंसा और उन्माद फैलाने वालों पर आर्थिक अपराधा इकाई (ईओयू) की टीम कड़ी नजर रख रही है। एडीजी नैयर हसनैन खान ने बताया कि इसके लिए साइबर पेट्रोलिंग की जा रही है। ईओयू पदाधिकारी विभिन्न टूल और एप के जरिए नजर रख रहे कि अलग-अलग जिलों में किस-किस तरह के पोस्ट शेयर किए जा रहे हैं।
राज्य ब्यूरो, पटना: फेसबुक, इंस्टाग्राम, वाट्सएप जैसे सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स का इस्तेमाल करके हिंसा और उन्माद फैलाने वालों पर आर्थिक अपराधा इकाई (ईओयू) की टीम कड़ी नजर रख रही है। एडीजी नैयर हसनैन खान ने बताया कि सोशल मीडिया उन्मादियों पर नजर रखने के लिए साइबर पेट्रोलिंग की जा रही है।
इंटरनेट हिंसा पर ऐसे लगेगी लगाम
उन्होंने बताया कि ईओयू पदाधिकारी तकनीकी टूल्स और एप के माध्यम से राज्य के सभी जिलों की सोशल मीडिया गतिविधियों की मॉनीटरिंग कर रहे हैं। मॉनीटरिंग के माध्यम से वह विभिन्न जिलों में पोस्ट और शेयर की जा रही सामाग्रियों पर कड़ी नजर रख रहे हैं।
उन्होंने आगे बताया कि अगर किसी जिले में भड़काऊ या आपत्तिजनक पोस्ट संख्या अचानक बढ़ने लगती है तो तुरंत उस जिले के एसपी को अलर्ट कर दिया जाता है। ईओयू द्वारा अलर्ट जारी होने के तुरंत बाद जिला प्रशासन द्वारा निरोधक कार्रवाई की जाती है।
इंटरनेट से नहीं फैलेगी दंगे की आग!
धार्मिक त्योहारों पर सोशल मीडिया पर आपत्तिजनक की बाढ़ सी आ जाती है। आपत्तिजनक पोस्ट से शुरू हुआ विवाद देखते ही देखते हिंसा और दंगे का रूप ले लेता है। ऐसे में ईओयू की साइबर पेट्रोलिंग इस तरह की गतिविधियों पर लगाम लगा सकती है।
एडीजी नैयर ने बताया कि ईओयू की साइबर पेट्रोलिंग से रामनवमी और नागपंचमी के दौरान हुई हिंसा की घटनाओं पर काबू पाने मे काफी मदद मिली थी। इसके माध्यम से आरोपियों तक पहुंचने में पुलिस को काफी मदद मिली थी।
फरार IPS आदित्य के खिलाफ जल्द दाखिल होगी चार्जशीट
BPSC प्रश्नपत्र वायरल मामले पर भी होगी कार्रवाई