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Bihar के अस्पतालों में 1500 करोड़ रुपये की दवाएं एक्सपायर, स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों के उड़े होश

बिहार के सभी 38 जिलों के अस्पतालों में 1500 करोड़ रुपये की अधिक की दवाएं एक्सपायर मिली हैं और इसकी जानकारी केंद्र सरकार द्वारा ड्रग एंड वैक्सीनेशन डिस्ट्रीब्यूशन मैनेजमेंट सिस्टम (डीवीडीएमएस) की समीक्षा करने के बाद सामने आई। इस जानकारी के सामने आने के बाद स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों के होश उड़ गए। इसी पोर्टल पर अधिकतर अस्पतालों ने दवाओं की जानकारी उपलब्ध नहीं करवाई थी।

By Pawan Mishra Edited By: Shoyeb Ahmed Updated: Sat, 06 Jul 2024 05:20 PM (IST)
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बिहार के अस्पतालों में 1500 करोड़ रुपये की दवाएं एक्सपायर (साकेंतिक तस्वीर)

जागरण संवाददाता, पटना। Medicines Expired प्रदेश के सभी 18 जिलों में हजार करोड़ से अधिक की दवाएं एक्सपायर हो चुकी हैं। केंद्र सरकार द्वारा ड्रग एंड वैक्सीनेशन डिस्ट्रीब्यूशन मैनेजमेंट सिस्टम (डीवीडीएमएस) की समीक्षा में यह मामला उजागर हुआ।

डीवीडीएमएस पोर्टल पर चार जून तक की रिपोर्ट के अनुसार सबसे अधिक 541 करोड़ 52 लाख 75 हजार की दवाएं सहरसा, 155 करोड़ 49 लाख 58 हजार की मधुबनी तो पटना में 106 करोड़ 48 लाख 41 हजार की राजधानी पटना में तिथिवाद हुई हैं। सभी 38 जिलों को जोड़ें तो यह आंकड़ा 1500 करोड़ के आसपास है।

स्वास्थ्य मंत्री की समीक्षा बैठक में खुली सच्चाई

डीवीडीएमएस पोर्टल की समीक्षा रिपोर्ट के बाद स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों के होश उड़ गए। स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय की अध्यक्षता में बैठक हुई। इसमें खुलासा हुआ कि 2018 में सभी जिलों को पोर्टल के माध्यम से हर तिमाही के पहले 10 दिन में जरूरी दवाओं की ऑनलाइन मांग करनी होती है।

इसी पोर्टल पर वितरण रिपोर्ट भी देनी होती है लेकिन अधिकतर अस्पताल तो दूर जिला भंडारगृहों ने भी इसे अपलोड नहीं किया। ऐसे में समय बीतने पर पोर्टल ने सभी दवाओं को एक्सपायर दिखा दिया।

आलम यह था कि पटना के श्री गुरु गोविंद सिंह सदर अस्पताल में ही इस बीच 4 करोड़ 85 लाख से अधिक की दवाएं एक्सपायर दिखा रहा है। गुरु गोविंद सिंह सदर हास्पिटल के अधीक्षक ने इस बाबत सिविल सर्जन को रिपोर्ट भेजी है।

जिम्मेदारों पर कार्रवाई की बात आने पर दिखाए रजिस्टर

जिला भंडार गृहों व अस्पतालों के फार्मासिस्टों पर जब इतनी अधिक दवाएं एक्सपायर होने की जिम्मेदारी डाली गई तो हड़कंप मच गया। इसके बाद वे रजिस्टर खुले, जिससे स्पष्ट हुआ कि सभी दवाओं की खपत हो गई लेकिन पोर्टल पर अपलोड नहीं करने के कारण वे एक्सपायर में शामिल हैं।

अब विभाग ने सिविल सर्जनों को दिए सख्त निर्देश

स्वास्थ्य विभाग ने सभी सिविल सर्जनों को निर्देश दिया है कि दवा मांग, पावती, वितरण व तिथिवाद दवाओं के आंकड़े डीवीडीएमएस पोर्टल पर प्रविष्टि व एक्सपायर दवाओं का मानक के अनुरूप निस्तारण सुनिश्चित करें।

इस विभागीय आदेश का कठोरता से अनुपालन कराया जाए क्योंकि दवा खपत के बावजूद पोर्टल पर प्रविष्टि नहीं होने से वे एक्सपायर दिखाती है। डीवीडीएमएस के आधार पर ही केंद्र सरकार समीक्षा करती है।

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