अब बिहार के उत्पादों की विदेशों में होगी धमक, हो जाएंगे मालामाल! ड्राईपोर्ट कंटेनर डिपो से रूस भेजी गई पहली खेप
Bihar News बिहार में औद्योगिक विकास को बढ़ावा देने के लिए बिहटा इनलैंड कंटेनर डिपो का उद्घाटन किया गया है। यह डिपो राज्य के उत्पादों को अंतरराष्ट्रीय बाजारों में पहुंचाने में मदद करेगा। इससे निर्यात खर्च कम होगा और समय पर माल पहुंच पाएगा। उद्योग मंत्री नीतीश मिश्रा ने कहा कि यह डिपो बिहार को औद्योगिक केंद्र बनाने में मदद करेगा।
संवाद सूत्र, बिहटा (पटना)। बिहार के औद्योगिक विकास को निर्यात के नए युग की शुरुआत हुई है। राज्य में उपजाऊ जमीन और विभिन्न उत्पाद तो हैं, लेकिन आयात-निर्यात में समस्या थी। अब बिहार से अंतरराष्ट्रीय व्यापार बढ़ाने के लिए आधारभूत संरचना से जुड़ी मुश्किलों को बिहटा इनलैंड कंटेनर डिपो सीआइडी ने दूर कर दिया है।
इससे कम किराए में समय पर देश-विदेश के कोने-कोने तक बिहार के उत्पाद पहुंचाए जा सकेंगे। उक्त बातें उद्योग एवं पर्यटन विभाग के मंत्री नीतीश मिश्रा ने सोमवार को बिहटा ड्राईपोर्ट पर इनलैंड कंटेनर डिपो से रूस के लिए पहली खेप रवाना करने के मौके पर कही।
सड़क मार्ग से पड़ता था आयात व निर्यात करना काफी महंगा
मंत्री ने कहा कि इस ड्राईपोर्ट से बिहार को देश का प्रमुख औद्योगिक केंद्र बनाने का लक्ष्य पूरा करने में सहयोग मिलेगा। यहां के उद्योगपतियों को सड़क मार्ग से आयात व निर्यात करना काफी महंगा पड़ता था।
इस डिपो से माल को रेलवे रैक सीधे बंदरगाह तक पहुंचाएगा। वहां से समुद्री मार्ग से सहजता से विदेश पहुंच पाएगा। इसी तरह आयात भी हो सकेगा। परिवहन खर्च कम होने से प्रदेश के उद्योगपति वैश्विक बाजार में मूल्य की प्रतिस्पर्धा कर माल बेच सकेंगे।
उद्योग विभाग की सचिव वंदना प्रेयषी ने कहा कि ‘मिशन निर्यातक बनो’ के तहत बिहटा में ड्राई पोर्ट की स्थापना की गई है। यह आईसीडी, बिहटा बिहार के उद्योगपतियों के लिए बड़ी सौगात है।
उद्योग विभाग के निदेशक आलोक रंजन घोष ने कहा कि बिहार सरकार की योजना ऑपरेशनल स्टैंडर्ड्स के साथ इंटरनेशनल बेस्ड प्रैक्टिसेज को बेंचमार्क बनाने के लिए रेगुलेटरी फ्रेमवर्क की पहचान करना है। लोकेशन और लाजिस्टिक्स मिक्स के आधार पर नए ड्राईपोर्ट बनाने का भी लक्ष्य है।
ड्राई पोर्ट तक सड़क संपर्क को किया जाएगा विस्तार
दानापुर रेल मंडल प्रबंधक ने कहा कि ड्राई पोर्ट तक सड़क संपर्क को विस्तार किया जाएगा। जरूरत पड़ी तो अल्हनपुरा रेलवे गुमटी के समीप आरओबी निर्माण किया जाएगा। उद्घाटन के बाद पहला कंटेनर रूस के लिए रवाना किया गया। यह कंटेनर रेल मार्ग से कानपुर होते मुंबई पहुंचेगा।
पहली अंतरराष्ट्रीय खेप में रेफ्रिजरेटेड कंटेनर भी शामिल है। रूबन हास्पिटल के निदेशक डॉ. सत्यजीत कुमार ने कहा कि बिहटा विश्व के अग्रणी किसान नेता स्वामी सहजानंद सरस्वती की कर्मभूमि है। बिहटा एयरपोर्ट का नामकरण उनके नाम पर करना चाहिए।
प्रिस्टिन मगध इंफ्रास्ट्रक्चर के निदेशक रजनीश कुमार ने कहा कि इनलैंड कंटेनर डिपो शुरू होने से आयात-निर्यात सस्ता होगा। समय पर माल पहुंच सकेगा। सीमा शुल्क की सभी औपचारिकता ड्राईपोर्ट में पूरी होगी। भविष्य में रोजगार बढ़ेंगे। इस मौके पर क्षेत्रीय वरीय प्रबंधक राकेश कुमार सिंह भी उपस्थित थे।
इससे पूर्व इनलैंड कंटेनर डिपो का उद्धाटन मंत्री नीतीश मिश्रा, सीमा शुल्क विभाग के आयुक्त अजय सक्सेना, दानापुर रेल मंडल प्रबंधक जयंत कुमार चौधरी, उद्योग विभाग की सचिव वंदना प्रेयषी, उद्योग निदेशक आलोक रंजन घोष ने संयुक्त रूप से किया। अतिथियों का स्वागत प्रिस्टिन मगध इंफ्रास्ट्रक्चर के निदेशक रजनीश कुमार ने किया।
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