निरीक्षण में पांच डॉक्टर मिले गायब, कई के मिले फर्जी हस्ताक्षर
नालंदा मेडिकल कॉलेज अस्पताल की चिकित्सा सेवा कोरोना काल आरंभ होने के बाद से डॉक्टर गायब मिले।
पटना सिटी : नालंदा मेडिकल कॉलेज अस्पताल की चिकित्सा सेवा कोरोना काल आरंभ होने के बाद से आज तक पटरी पर पूरी तरह से नहीं आ सकी है। सीनियर डॉक्टरों के अस्पताल नहीं आने, ओपीडी, इमरजेंसी व ओटी में नहीं रहने की शिकायत अस्पताल प्रशासन को विभिन्न माध्यमों से लगातार मिल रही है। फर्जी हस्ताक्षर कराकर कई सीनियर डॉक्टर अस्पताल से गायब रह रहे हैं। इसे गंभीरता से लेते हुए अधीक्षक डॉ. विनोद कुमार सिंह ने गुरुवार को एक बार फिर ओपीडी का निरीक्षण किया। अधीक्षक ने बताया कि कई सीनियर डॉक्टरों महीनों से अस्पताल नहीं आ रहे हैं। पहले भी निरीक्षण में यह मामला सामने आ चुका है। उपस्थिति रजिस्टर पर किया गया इनका फर्जी हस्ताक्षर होता है। यह मामला विभाग द्वारा उच्च स्तरीय जांच में पूरी तरह से साफ हो सकता है। हड्डी रोग विभाग के एक वरीय डॉक्टर तो कई महीनों से अस्पताल न आकर कार्य अवधि में अपने निजी अस्पताल में उपस्थित रहते हैं।
अधीक्षक ने बताया कि कान-नाक-गला विभाग के दो, सर्जरी के एक, दंत रोग विभाग के दो डॉक्टरों को ड्यूटी से अनुपस्थित पाया गया। इन सभी से स्पष्टीकरण पूछ कर आगे की कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने बताया कि सुबह 10:20 बजे तक मेडिसिन विभाग के ओपीडी में एक भी सीनियर डॉक्टर अपनी ड्यूटी पर नहीं थे। ओपीडी में पीजी प्रथम, द्वितीय व तृतीय वर्ष के छात्र-छात्राएं मरीजों का इलाज कर रहे थे। अधीक्षक ने बताया कि इस पूरे मामले से प्रधान सचिव को अवगत कराया जा रहा है।