Bihar Flood News: बिहार में बाढ़ से कहां-कहां मचा है हाहाकार? देखें डराने वाली तस्वीरें; हाथीदह में टूटा रिकॉर्ड
Flood in Bihar पटना में गंगा का जलस्तर में लगातार वृद्धि हो रही है जिससे हाथीदह घाट पर पुराना रिकार्ड टूट गया है। इससे पहले 16 अगस्त 2021 को सर्वाधिक उच्च जल स्तर 43.52 सेंटीमीटर रिकॉर्ड किया गया था। लेकिन गुरुवार की सुबह यहां उच्च जल स्तर 43.99 मीटर तक पहुंच गया। इसके अलावा मनेर में गंगा का जलस्तर खतरे के निशान से 107 सेंटीमीटर ऊपर पहुंच गया है।
जागरण टीम, पटना। बिहार में नदियों के जलस्तर में वृद्धि गुरुवार को भी जारी रहा। गंगा, सोन, पुनपुन, गंडक, फल्गू समेत सहायक नदियां उफान पर है। गंगा नदी का पानी छपरा शहर व राजधानी पटना के निचले इलाकों में प्रवेश कर गया है। गंगा का पानी पटना जिले में मनेर से मोकामा तक आठ प्रखंडों के 20 पंचायतों में घुस गया है। गंगा के बाढ़ से एक लाख से अधिक आबादी प्रभावित हो गई है। पटना शहर के सभी घाटों पर गंगा खतरे के निशान से ऊपर बह रही है।
दानापुर के नासरीगंज से गायघाट तक गंगा से सटे राजधानी के कई मोहल्लों में पानी घुस गया है। हजारों एकड़ में लगी फसलें डूब गई हैं। अथमलगोला के सबनीमा गांव के पास और बख्तियारपुर में भी एनएच 31 पर गंगा का पानी बह रहा है। कोइलवर में सोन और श्रीपालपुर में पुनपुन भी ऊफान पर है।
हाथीदह के निचले इलाके में घुसा बाढ़ का पानी
सारण जिले के सात प्रखंड छपरा सदर, रिविलगंज, मांझी, गड़खा, दिघवारा एवं दरियापुर के 32 पंचायत बाढ़ से प्रभावित हैं। गंगा एवं सरयू नदी खतरे के निशान से ऊपर बह रही है। बलिया की तरफ से बिहार का संपर्क टूट गया है। छपरा-बलिया मुख्य सड़क चांद दियारा में टूट कर बह गया। छपरा शहर के तिनकोनिया साहेबगंज समेत कई नए इलाकों में भी बाढ़ का पानी प्रवेश कर गया है।
दरियापुर में सांझा मही नदी का बांध टूट गया है। वहीं शहर के सोनारपट्टी मोहल्ला स्थित कठिया बाबा के मंदिर की दिवाल बाढ़ के पानी से गिर जाने से दो बच्चे की मौत हो गई। वहीं, भोजपुर जिले में सोन और गंगा के उफान पर रहने के कारण चार प्रखंडों में लगभग पांच लाख की आबादी प्रभावित है।
बड़हरा, शाहपुर और कोईलवर के दर्जनों गांव की बिजली काटे जाने के साथ 300 से ज्यादा स्कूल और 200 से ज्यादा आंगनबाड़ी केन्द्र को बंद किया जा चुका है। वहीं, वैशाली में एक की मौत हो गई। जहानाबाद जिला मुख्यालय में दरधा नदी जाफरगंज पुल के ऊपर बहने के करीब पहुंच गई है।
अरवल जिले में सोन नदी का जलस्तर बढ़ रहा है, पर स्थिति सामान्य है। पुनपुन नदी खतरे के निशान से 75 सेंटीमीटर ऊपर बह रही है। बेगूसराय में गंगा नदी के पानी से सात प्रखंडों की दो दर्जन से अधिक पंचायतों की दो लाख से अधिक की आबादी प्रभावित हुई है। कई पंचायतों का प्रखंड मुख्यालय से सड़क संपर्क भंग हो गया है।
वैशाली जिले में गंगा नदी खतरे के निशान से 1.47 मीटर ऊपर बह रही है। कई इलाकों में बाढ़ का पानी प्रवेश कर गया है। राघोपुर प्रखंड के 20 पंचायतों में से 11 पंचायतों की सड़कों पर पानी भर गया है। वहीं हाजीपुर शहर के निचले इलाकों में भी पानी प्रवेश कर गया है। रोहतास जिले में इंद्रपुरी बराज से सोन नदी में पांच लाख 34 हजार 467 क्यूसेक पानी छोड़ा गया।
समस्तीपुर में गंगा का जलस्तर खतरे के निशान से 195 सेमी ऊपर पहुंच गया है। बाढ़ से दो दर्जन से अधिक गांवों में पानी घुस गया है। दर्जनों ग्रामीण सड़कों पर पानी चढ़ने से आवागमन बाधित है। प्रखंड मुख्यालय का संपर्क टूट गया है। 29 विद्यालयों को बंद करने का निर्देश जारी किया गया है। डीएम ने बाढ़ प्रभावित मोहनपुर प्रखंड का जायजा लिया।
मुंगेर में गंगा ने खतरे के निशान को पार कर लिया है। तौफिर दियारा, हेरू दियारा, मई पंचायत, कुतलुपर पंचायत, धरहरा प्रखंड की हेमजापुर पंचायत के अलावा बरियापुर प्रखंड के चार दर्जन से अधिक गांवों में बाढ़ का पानी प्रवेश कर गया है। केंद्रीय जल आयोग के हरेराम प्रसाद ने बताया कि हर घंटे दो सेमी जलस्तर बढ़ रहा है।
इधर, डीएम अवनीश कुमार सिंह ने बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों के लगभग 75 स्कूलों को बंद करने का निर्देश दिया है। कटिहार में कोसी खतरे के निशान से 35 सेंटीमीटर ऊपर है। बरंडी नदी खतरे के निशान से 43 सेंटीमीटर ऊपर बह रही है। खगड़िया में गंगा खतरे के निशान से 1.16 मीटर ऊपर है। बूढ़ी गंडक खतरे के निशान से 1.13 मीटर ऊपर बह रही है। मुख्य सड़क पर तीन फीट पानी बह रहा है।
ये भी पढ़ें