Bihar Flood: बिहार में गंगा व गंडक सहित कई नदियां उफनाईं, पटना में गंगा पथ पर डेढ़ फीट तक पानी
Bihar Flood बिहार में गंगा व गंडक समेत कई नदियों में बाढ़ का असर दिखने लगा है। पटना में गंगा का पानी अभी खतरे के निशान से थोड़ा नीचे है लेकिन पटना सिटी में गंगा पथ पर पानी बहने लगा है।
By Shubh Narayan PathakEdited By: Updated: Sun, 08 Aug 2021 12:51 PM (IST)
पटना, जागरण टीम। Bihar Flood News बिहार में गंगा, गंडक समेत कई नदियों में बाढ़ का असर दिखने लगा है। पटना के नजदीक दानापुर में गंगा का पानी खतरे के निशान पर पहुंच गया है। पटना सिटी में भद्र घाट और महावीर घाट के बीच गंगा पथ पर शनिवार को नदी का पानी बहने लगा था। पटना के दियारा इलाके में गंगा की बाढ़ के कारण पहले ही लोग पलायन करने लगे हैं। पटना जिले में गंगा से अधिक चिंता पुनपुन नदी की वजह से हो रही है। कई इलाकों में पुनपुन का पानी रिंग बांध के बराबर बह रहा है। इधर, शुक्रवार की देर रात से हुई बारिश से पश्चिम चंपारण की पहाड़ी नदियों में पानी भर गया है। गंडक का कटाव जारी है। पिपरासी प्रखंड की सेमरा लबेदाहा पंचायत के दियारावर्ती क्षेत्रों में सैकड़ों एकड़ भूमि में लगी धान व गन्ना की फसल गंडक में विलीन हो गई है। समस्तीपुर जिले के मोहनपुर में गंगा का जलस्तर 46.66 सेंटीमीटर पर पहुंच गया है। जो खतरे के निशान से एक मीटर 16 सेंटीमीटर ऊपर है। नए क्षेत्रों में पानी फैलने लगा है।
बघड़ा के रास्ते मरगंग नाला में पानी गिर रहा है। मोहिउद्दीननगर में गंगा और वाया नदी के जलस्तर में लगातार वृद्धि जारी है। रासपुर पतसिया पूरब पंचायत के उदहापार टोले में गंगा का पानी प्रवेश कर गया है। ग्रामीण सड़क पर आवागमन प्रभावित हो गया है। इधर, शिवहर में बागमती के जलस्तर में उतार-चढ़ाव जारी रहा। बारिश से कई इलाकों में परेशानी बढ़ गई है। मुजफ्फरपुर में बूढ़ी गंडक का जलस्तर बढऩे लगा है। इससे निचले इलाकों में फिर बाढ़ का खतरा मंडराने लगा है।
बक्सर-भोजपुर के गांवों में घुसने लगा गंगा का पानी
बक्सर जिले में गंगा का पानी खतरे के निशान को पार कर गया है, लेकिन कई गांव पानी में घिरने लगे हैं। बक्सर-मोहनिया हाइवे पर पानी बहने लगा है। भोजपुर जिले में बड़हरा प्रखंड के बखोरापुर-फरना व केशोपुर सरैया मार्ग पर हाजीपुर गांव के आगे पानी चढ़ गया है। वहीं बिराहीपुर-पंडितपुर व बड़हरा -एकवना सड़क के दोनों किनारों तक इसका पानी पहुंच गया है। आरा-सरैया मुख्य मार्ग पर छलका पुल के पास पानी बढऩे लगा है। पानी बढऩे कर रफ्तार जारी रही तो बहुत जल्द इस मार्ग पर बाढ़ का पानी चढ़ जायेगा। इधर, बड़हरा, केशोपुर, लौहर, फरना, हाजीपुर, बखोरापुर, एकौना, दुबेछपरा, गलचौर, पैगा, गुंडी और बभंनगांवा गांवों के पास पानी पहुंच गया है। इन गांवों के बधार में पानी तेजी से फैल रहा है। आरा प्रखंड के बलुआ, मथवलिया, बारा, लक्षमणपुर, बसंतपुर, धुधुंआं, पिपरा जयपाल, चौमुखा और पिरौंटा के बधार में बाढ़ का पानी प्रवेश कर गया है। इससे हजारों एकड़ में लगी फसल बर्बाद हो गई है।
दो फीट पानी बहने लगा है गंगा पथ पर
गंगा के जलस्तर में शनिवार को अचानक हुई बढ़ोतरी से भद्रघाट एवं महावीर घाट स्थित गंगा पथ पर गंगा का पानी उमड़ गया। लगभग दो फीट तक पानी सड़क पर जमा हो जाने के कारण इस मार्ग से पैदल तथा वाहनों की आवाजाही बंद हो गयी। पानी भरे मार्ग से निकलने का प्रयास करने के दौरान कई वाहनों के इंजन में पानी प्रवेश कर जाने से गाड़ी रुक गई। वाहन को धक्का देकर मुश्किल से पानी से बाहर निकाला गया। कुछ शरारती तत्वों द्वारा पानी में बड़ा पत्थर रख दिए जाने से कई वाहन दुर्घटनाग्रस्त होने से किसी तरह बचा। पत्थर से कार को नुकसान भी पहुंचा।
गंगा के पानी में मार्ग डूबने की जानकारी न होने के कारण अशोक राजपथ से भद्रघाट और महावीर घाट होते हुए गंगा पथ पर प्रवेश करने वाले वाहन तथा लोग लौटते रहे। कंगन घाट एवं खाजेकलां घाट की ओर से भद्रघाट होते हुए अशोक राजपथ जाने वाले वाहनों को भी वैकल्पिक मार्ग से निकलना पड़ा। गंगा पथ पर परिचालन बाधित होने का असर अशोक राजपथ पर दिखा। मुख्य सड़क पर वाहनों की संख्या बढ़ गयी। इससे अशोक राजपथ तथा संपर्क की गलियों में जाम की समस्या उत्पन्न हो गयी। गंगा का जलस्तर बढऩे से मार्ग पर परिचालन बाधित होने से उत्पन्न हालात से निपटने के लिए फिलहाल अनुमंडल प्रशासन की ओर से कोई तैयारी नहीं की गयी है। पश्चिम दरवाजा के समीप अतिक्रमण और चरमरायी यातायात व्यवस्था के कारण भीषण जाम लगने से लोग परेशान रहे।
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