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HPV Vaccination: बिहार में 9 से 14 साल की बच्चियों को मुफ्त एचपीवी टीकाकरण, सर्वाइकल कैंसर से मिलेगा बचाव

बिहार सरकार 9 से 14 साल की करीब एक करोड़ बच्चियों को सर्वाइकल कैंसर से बचाने के लिए Bihar News एक अक्टूबर से मुफ्त एचपीवी टीकाकरण कराएगी। यह टीका प्रदेश के सभी जिला अस्पतालों और मेडिकल कॉलेजों में आधार कार्ड दिखाने पर मुफ्त दिया जाएगा। बिहार ऐसा पहला राज्य होगा जहां सरकार सभी जिलों में एचपीवी टीकाकरण करा रही है।

By Pawan Mishra Edited By: Mukul Kumar Updated: Mon, 09 Sep 2024 10:45 AM (IST)
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रोटरी क्‍लब के कैंसर अवेयरनेस कार्यक्रम सह बच्‍च‍ियों के एचपीवी टीकाकरण कार्यक्रम में स्‍वास्‍थ्‍य मंत्री मंगल पांडेय।

जागरण संवाददाता, पटना। स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय ने कहा कि 9 से 14 वर्ष की प्रदेश की करीब एक करोड़ बच्चियों को सर्वाइकल कैंसर की आशंका से बचाने के लिए एक अक्टूबर से सरकार मुफ्त टीकाकरण कराएगी।

प्रदेश के सभी जिला अस्पतालों व मेडिकल कॉलेजों में आधार कार्ड दिखाने पर एचपीवी (ह्यूमन पैपिलोमा वायरस) टीकाकरण मुफ्त किया जाएगा। इसके साथ ही बिहार प्रदेश का पहला ऐसा राज्य हो जाएगा जहां सरकार सभी जिलों में एचपीवी टीकाकरण करा रही है। इस पर हर वर्ष करीब 150 करोड़ का खर्च आएगा।

मुख्यमंत्री ने अपने चिकित्सा सहायता कोष से 150 करोड़ रुपये स्वीकृत भी कर दिए हैं। स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि अभी महिलाओं को होने वाले कैंसर में से 17 प्रतिशत को बच्चेदानी के मुंह यानी सर्वाइकल कैंसर होता है।

उन्होंने कहा कि प्रदेश के कैंसर रोगियों को मुंबई टीएमएच नहीं जाना पड़े इसलिए केंद्र सरकार, टाटा मेमोरियल अस्पताल के तकनीकी सहयोग से मुजफ्फरपुर स्थित एसकेएमसीएच में होमी भाभा कैंसर अस्पताल स्थापित कराया गया।

अगले वर्ष जनवरी से यह अत्याधुनिक उपकरणों व पूर्ण क्षमता के साथ सेवा देने लगेगा। वहां के प्रभारी डॉ. रविकांत अस्पताल निर्माण के समय से ही शेड में संचालित अस्पताल में अबतक 8500 से अधिक सर्जरी कर चुके हैं। राज्य सरकार ने इस अस्पताल के लिए 35 एकड़ जमीन व 212 करोड़ रुपये मुहैया कराए। हैं।

10 वर्षों में प्रदेश में कैंसर के उपचार की बदली तस्वीर

स्वास्थ्य मंत्री रविवार को ज्ञान भवन में रोटरी क्लब आफ पटना मिलेनियम के कैंसर जागरूकता कार्यक्रम सह एचपीवी टीकाकरण कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे।

उन्होंने कहा कि गत 10 वर्षों में कैंसर के उपचार में सरकारी क्षेत्र में आइजीआइएमएस, ट्रस्ट संचालित महावीर कैंसर संस्थान व निजी क्षेत्र में सवेरा कैंसर अस्पताल में इतनी सुव्यवस्थित व आधुनिक सुविधाएं उपलब्ध हो गई हैं कि अब रोगियों को टाटा मेमोरियल हास्पिटल मुंबई नहीं जाना पड़ता है।

जो मरीज मुंबई जाते भी हैं तो वहां के डॉक्टर प्राथमिक उपचार के बाद आगे का इलाज महावीर कैंसर संस्थान में कराने का परामर्श देते हैं।

मौके पर रोटरी क्लब ने महावीर मंदिर न्यास द्वारा संचालित महावीर कैंसर संस्थान को सुदूर ग्रामीण क्षेत्रों में स्तन कैंसर स्क्रीनिंग को सहज बनाने के लिए मैमोग्राफी वैन देने की भी घोषणा की। मंत्री की मौजूदगी में रोटरी क्लब की ओर से 100 बच्चियों को एचपीवी टीका लगाया गया। 

रोटरी के अभियान की सराहना

मंगल पांडेय ने रोटरी के पूर्व डिस्ट्रिक्ट गवर्नर डॉ. एलबी सिंह के नेतृत्व में पोलियो उन्मूलन अभियान के बाद अब सर्वाइकल कैंसर से बचाव के लिए एचपीवी टीकाकरण अभियान चलाने की सराहना की।

डॉ. एलबी सिंह ने कहा कि अभी तक रोटरी डिस्ट्रिक्ट बिहार-झारखंड के विभिन्न क्लबों की ओर से 2000 सर्वाइकल कैंसर टीका देने की योजना है। अगले वर्ष यह संख्या 5 हजार हो जाएगी।

लिनैक रेडिएशन मशीन लगेगी होमी भाभा कैंसर अस्पताल में

स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि जनवरी से शुरू होने वाले होमी भाभा कैंसर अस्पताल में अक्टूबर में ही 16 करोड़ रुपये की अत्याधुनिक रेडिएशन मशीन लिनैक स्थापित हो जाएगी।

जनवरी तक यहां कई और अत्याधुनिक उपचार उपकरण लग जाएंगे। मुंबई के टाटा मेमोरियल हास्पिटल के तकनीकी सहयोग से इसका विकास किया जा रहा है, जहां कैंसर उपचार की सभी अत्याधुनिक सुविधाएं होंगी।

लिनैक रेडिएशन मशीन टार्गेटेड थेरेपी पर कार्य करती है, इससे प्रोस्टेट से लेकर ब्रेन तक के कैंसर में सिर्फ संक्रमित ऊतक पर ही रेडिएशन पड़ता है और आसपास के अन्य अंगों पर इसका दुष्प्रभाव नहीं पड़ता है। यह रेडिएशन थेरेपी एमआरआइ स्कैन टार्गेटेड होती है।

स्वास्थ्य मंत्री ने बताई एचपीवी वैक्सीन की जरूरत

  • पांच महिला कैंसर रोगियों में से एक सर्वाइकल यानी बच्चेदानी के मुंह के कैंसर का।
  • 4 लाख नए सर्वाइकल कैंसर के मामले हर वर्ष देश में आ रहे सामने।
  • चौथे पायदान पर बिहार का स्थान कैंसर से होने वाली मौतों में।
  • 1 लाख 20 हजार नए मामले हर वर्ष कैंसर के बढ़ रहे प्रदेश में।
  • 6 प्रतिशत कैंसर रोगियों की प्रदेश में हर वर्ष हो जाती है मृत्यु।
  • 9 से 14 वर्ष की बच्चियों को एचपीवी की दो डोज देने से 98 प्रतिशत तक होता बचाव।