Bihar Flood: गंगा खतरे के निशान के करीब पहुंची; बाढ़ का खतरा बढ़ा, 15 अगस्त तक ऐसा रहेगा मानसून
बिहार में नदियों के जलस्तर में वृद्धि जारी है। इससे प्रदेश में बाढ़ का खतरा गहरा रहा है। मधुबनी में धौंस नदी पर बना बांस का पुल बह गया है। कमला बलान लाल निशान के ऊपर बह रही है। इसी तरह मुंगेर में दो बच्चों को नहर में डूबने के बाद बाहर निकाला गया। अररिया में एक किशोरी डूबकर लापता हो गई।
By Jagran NewsEdited By: Yogesh SahuUpdated: Sat, 12 Aug 2023 03:02 PM (IST)
जागरण टीम, पटना। बिहार में नदियों का जलस्तर बढ़ रहा है, इससे प्रदेश में बाढ़ का खतरा भी बढ़ता जा रहा है। राजधानी में गंगा का जलस्तर शुक्रवार को खतरे के निशान से महज दो सेंटीमीटर नीचे रह गया है। पिछले 24 घंटों में जलस्तर करीब चार सेंटीमीटर बढ़ गया है।
10 अगस्त को गांधी घाट पर जलस्तर 48.54 सेंटीमीटर था। यह 11 अगस्त को 48.58 सेंटीमीटर पहुंच गया, जो खतरे के निशान 48.60 सेमी को छूने के करीब है।
वहीं, दीघाघाट पर खतरे के निशान 50.45 सेमी की तुलना में जलस्तर 49.57 सेमी मापा गया। गुरुवार की तुलना में इसमें कमी आई है। हाथीदह में जलस्तर खतरे के निशान को पार गया है।
वहां खतरे के निशान से तीन सेंटीमीटर ऊपर गंगा बह रही है। केंद्रीय जल आयोग की रिपोर्ट के अनुसार, मनेर में भी जलस्तर में इजाफा हुआ है।जलस्तर बढ़ने से सदर प्रखंड के तटीय क्षेत्र में बाढ़ का खतरा मंडराने लगा है। लोगों ने सुरक्षित स्थान की तलाश शुरू कर दी है। वहीं, प्रशासन का कहना है कि बचाव की तैयारियां की जा रही हैं।
प्रदेश भर में 15 अगस्त तक मानसून रहेगा मेहरबान
राजधानी समेत प्रदेश में मानसून सक्रिय है। इसके प्रभाव से सभी जिलों में वर्षा से मौसम सुहाना बना हुआ है। मानसून का प्रभाव राजधानी समेत प्रदेश में 15 अगस्त तक बने रहने की संभावना है।इस दौरान हल्के से मध्यम दर्जे की वर्षा के आसार हैं। मौसम विज्ञान केंद्र, पटना के अनुसार शनिवार को पांच जिलों पश्चिम चंपारण, सीतामढ़ी, मधुबनी, सुपौल, अररिया में अति भारी वर्षा को लेकर ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है।
वहीं, पूर्वी चंपारण, शिवहर, मुजफ्फरपुर, पूर्णिया व सहरसा जिले में भारी वर्षा की चेतावनी है। पटना व आसपास इलाकों में मेघ गर्जन के साथ हल्की वर्षा की संभावना है।
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