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किसने रची गैंगस्टर 'छोटे सरकार' की हत्या की साजिश? शूटरों को फोन पर भेजी थी तस्वीर, टारगेट के कपड़ों का रंग भी बताया

Chhote Sarkar Murder गिरफ्तार दोनों शूटर के पास से दो मोबाइल जब्त किए गए हैं। सूत्रों की मानें तो दोनों मुजफ्फरपुर से पटना आए थे। पटना आने के बाद कैब कर दानापुर गए थे। उनके मोबाइल पर किसी ने छोटे सरकार की तस्वीर भेजी थी। साथ ही वह किस रंग के कपड़े पहने हुए हैं इसकी जानकारी भी दी गई थी। पुलिस इस बिन्दु पर भी छानबीन कर रही है।

By Ashish ShuklaEdited By: Rajat MouryaUpdated: Fri, 15 Dec 2023 07:11 PM (IST)
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किसने रची गैंगस्टर 'छोटे सरकार' की हत्या की साजिश? शूटरों को फोन पर भेजी थी तस्वीर
जागरण संवाददाता, दानापुर (पटना)। Chhote Sarkar Killed बेउर जेल से दानापुर व्यवहार न्यायालय में शुक्रवार को पेशी के लिए लाए गए कुख्यात छोटे सरकार उर्फ अभिषेक सिंह की पुलिस हिरासत में गोली मारकर हत्या कर दी गई। वह मूल रूप से बिहटा के सिकंदरपुर गांव रहने वाला था। घटना को अंजाम देकर भाग रहे दोनों अपराधियों को सुरक्षाकर्मियों ने स्थानीय लोगों की मदद से दबोच लिया। उनके पास से घटना में इस्तेमाल दो पिस्टल भी बरामद किया गया है।

दोनों अपराधियों की पहचान सर्वजीत पासवान और एक नाबालिग है। दोनों मुजफ्फरपुर के भगवानपुर के रहने वाले हैं। इनमें समरजीत के जांघ में खुद की फायरिंग से गोली लग गई थी। प्रारंभिक उपचार के बाद अपराधियों को दानापुर थाना लाया गया है। उनसे पूछताछ की जा रही है।

घटना की सूचना मिलते ही एसएसपी राजीव मिश्रा, एसपी पश्चिमी भी मौके पर पहुंच गए। मौके से पुलिस को तीन खोखे मिले हैं। अभिषेक को जुलाई 2022 में अरवल के पूर्व विधायक चितरंजन सिंह के दो सगे भाइयों शंभू सिंह और गौतम सिंह की हत्या मामले में गिरफ्तार कर बेउर जेल भेजा गया था। उसके खिलाफ जहानाबाद और पटना के अलग-अलग थानों में हत्या के आठ, रंगदारी के दो, आर्म्स एक्ट सहित 15 मामले दर्ज थे।

एसएसपी ने बताया कि अभिषेक के खिलाफ पूर्व से कई मामले दर्ज थे। घटना में संलिप्त दोनों आरोपितों को गिरफ्तार कर लिया गया है। उनसे पूछताछ की जा रही है। कुछ अन्य लोगों का नाम उजागर हुआ है, उनकी तलाश में छापेमारी की जा रही है।

खुद की गोली से जख्मी हुआ अपराधी, दूसरे ने की फायरिंग

घटना दोपहर करीब डेढ़ बजे की है। दानापुर के एडीजी तीन में पेशी के लिए कैदी वाहन से बेउर जेल से उसे दानापुर के व्यवहार न्यायालय भेजा गया था। उसके साथ दो पुलिसकर्मी भी थे। प्रत्यक्षदर्शियों की मानें तो उस समय छोटे सरकार के हाथ में हथकड़ी नहीं लगी थी। जैसे ही वह परिसर से पेशी के लिए आगे बढ़ा कि पहले से घात लगाए एक अपराधी पिस्टल निकाल फायरिंग कर दी, लेकिन वह गोली अपराधी की जांघ में लग गई। यह देख उसका दूसरा साथी जो भीड़ में शामिल था, उसने पिस्टल से छोटे सरकार के सिर को निशाने पर लेते हुए ताबड़तोड़ फायरिंग कर दी। तभी आर्म्स से लैस एक सुरक्षाकर्मी ने जख्मी अपराधी को दबोच लिया और स्थानीय लोगों की मदद से दूसरा अपराधी भी पकड़ा गया। घटना के बाद कोर्ट में अफरातफरी का माहौल रहा।

शूटरों के मोबाइल पर भेजी गई थी तस्वीर

गिरफ्तार दोनों शूटर के पास से दो मोबाइल जब्त किए गए हैं। सूत्रों की मानें तो दोनों मुजफ्फरपुर से पटना आए थे। पटना आने के बाद कैब कर दानापुर गए थे। उनके मोबाइल पर किसी ने छोटे सरकार की तस्वीर भेजी थी। साथ ही वह किस रंग के कपड़े पहने हुए हैं, इसकी जानकारी भी दी गई थी। पुलिस इस बिन्दु पर भी छानबीन कर रही है।

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