Lok Sabha Election 2024: 'एक बार कुर्सी तो आने दो, फिर बताएंगे हम क्या चीज हैं...' लोकसभा चुनाव लड़ेंगे गोपाल मंडल
Lok Sabha Election 2024 लोकसभा चुनाव से पहले बिहार की राजनीति एक बार फिर से गरमा गई है। कई नेता अपनी-अपनी सीट पर दावेदारी ठोक रहे हैं। इसी क्रम में जेडीयू के नेता गोपाल मंडल ने भी दावेदारी ठोकी है। उन्होंने कहा कि हमारी मुख्यमंत्री से बात हो गई है। हम क्लास वन कैंडिडेट हैं। 14 तारीख से फिल्ड में हम भ्रम करने वाले हैं।
डिजिटल डेस्क, पटना। Bihar Politics: आगामी लोकसभा चुनाव को लेकर सबसे अधिक सियासत गरमाई हुई है तो वह बिहार की है। बिहार में कई नेता इस बार लोकसभा चुनाव के लिए दावेदारी ठोकते नजर आ रहे हैं। इन्हीं नेताओं में से एक हैं जेडीयू के विधायक गोपाल मंडल। गोपाल मंडल अपने विवादित बयानों के लिए जाने जाते हैं।
गोपाल मंडल ने लोकसभा चुनाव लड़ने के लिए ठोका दावा
गोपाल मंडल (Gopal Mandal) ने फिर से एक बार ऐसा बयान दिया है जो कि सुर्खियां बटोर रहा है। दरअसल, उन्होंने लोकसभा चुनाव लड़ने की दावेदारी ठोकते हुए कहा कि हम इस बार लोकसभा चुनाव में उतरेंगे। हम क्लास वन कैंडिडेट हैं। हम ऐसे ही थोड़े बोलते हैं। हमारी मुख्यमंत्री जी से बात हो गई है। अब हम 14 तारीख से फिल्ड में उतरकर क्षेत्र का भ्रमण करेंगे।
अरे लाठी के बिना कोई काम नहीं होता
गोपाल मंडल (Gopal Mandal) ने कहा कि हम घूमेंगे तब न वायरल होगा। अखबार में छपेगा तब न लोग जानेगा कि गोपाल मंडल क्या। अभी तो लोग कहते हैं गोपाल मंडल लाठी पटकता है। अरे लाठी नहीं पटकता है गोपाल मंडल। लाठी के बिना कोई काम ही नहीं होता है। लाठी पटकना पड़ता है।
मुख्यमंत्री सोचते हैं बदमाश हैं हम: गोपाल मंडल
गोपाल मंडल ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि अरे मुख्यमंत्री सोचते हैं कि हम बदमाश हैं। अरे ऐसा नहीं है, हम तो सही आदमी हैं। कुर्सी मिलेगी तब न बताएंगे कौन हैं हम। उन्होंने कहा कि लाठी पटके बिना यहां कोई काम नहीं होने वाला है।
कौन हैं गोपाल मंडल?
गोपाल मंडल भागलपुर के गोपालपुर विधानसभा क्षेत्र से विधायक हैं। वह अक्सर अपने विवादित बयानों से चर्चा में रहते हैं। हाल ही में वह उस समय विवाद में आ गए थे जब वह रिवॉल्वर लेकर अस्पताल में घुस गए थे। इसके बाद जब उनसे सवाल पूछा गया तो वह पत्रकार को ही धमकाने लगे।
इससे पहले वह ट्रेन में चड्ढी बनियान में घूमते नजर आए थे। जिसके बाद काफी विवाद हो गया था। लोगों ने उन्हें बर्खास्त करने की मांग की थी।
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