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Haj Yatra : दूसरे राज्यों को क्यों देना पड़ रहा बिहार के हज यात्रा का कोटा? सामने आई चौंकाने वाली वजह

haj Yatra पिछले 10 साल बिहार में हज यात्रियों में भारी कमी देखी जा रही है। दूसरे राज्यों की बात करें तो वहां हज कोटा के लिए लंबी वेटिंग लिस्ट है। आलम ये है कि बिहार के हज यात्रा का कोटा दूसरे राज्यों को दिया जा रहा है। बता दें कि 18 दिन बाद हज यात्रा शुरू होने वाली है। इससे पहले एक रिपोर्ट सामने आई है।

By Naki Imam(Phulwari) Edited By: Mukul Kumar Updated: Thu, 09 May 2024 12:52 PM (IST)
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प्रस्तुति के लिए इस्तेमाल की गई तस्वीर
संवाद सूत्र, फुलवारीशरीफ। Haj Yatra 18 दिनों के बाद हज यात्रा की शुरू होने वाली है। बिहार राज्य हज कमेटी तैयारी में जुटी है। केन्द्रीय हज कमेटी द्वारा बिहार को दिए जाना वाला हज यात्रा का कोटा लगभग 12 सालों से भरा नहीं है। जबकि केन्द्रीय हज कमेटी प्रति साल बिहार के हिस्से का कोटा बढ़ाती जा रही है।

कोटा नहीं भरने के कारण यहां के बचे कोटा को दूसरे राज्यों को दे दिया जा रहा है, जबकि अन्य राज्यों में केन्द्रीय हज कमेटी से मिलने वाला कोटा काफी नहीं है और वहां यात्रा पर जाने वालों की प्रतिक्षा सूची लंबी होती है।

Bihar News Haj Quota बिहार राज्य हज कमेटी कोटा भरने के लिए जागरूकता अभियान भी चला रहा है। बिहार का कोटा कोलकता को अंतिम समय से कुछ दिन पहले दे दिया जाता वहां हज यात्रा करने वालों की प्रतिक्षा सूची लम्बी होती है।

वर्ष कोटा हज यात्रा में गए लोग

वर्ष कोटा हज पर गए लोग
2012 11320 6210
2013 11817 6202
2014 9334 6273
2015 9334 7500
2016 9589 6588
2017 12125 6514
2018 12630 4733

ये भी महत्वपूर्ण बात   

2019 और 2020 कोविड के कारण यात्रा नहीं हुई।

2021 और 2022 कोलकता से महज 1900 और 3212 लोग ही यात्रा पर गये।

2023 में 14225 लोगों के लिए कोटा मिला, जबकि 5277 हज पर गए। 

2024 में 14225 कोटा मिला है, जबकि अब तक 3822 लोगों ने आवेदन किया है। 

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