Human Trafficking: बिहार में महिलाओं से अधिक पुरुष मानव तस्करी के शिकार, अगस्त तक इतने कराए गए मुक्त
इस साल अगस्त तक 465 लोगों को तस्करों के चंगुल से मुक्त कराया गया है। इनमें 102 महिलाएं जबकि 363 पुरुष हैं। इस दौरान पुलिस ने 198 कांड दर्ज करते हुए 215 मानव तस्करों को भी गिरफ्तार किया है।बच्चों के साथ होने वाले यौन अपराध से जुड़े पाक्सो एक्ट के मामलों के निष्पादन में भी तेजी आई है। इस साल अगस्त तक पाक्सो एक्ट में 1283 कांड दर्ज हुए हैं।
राज्य ब्यूरो, पटना। राज्य में महिलाओं की तुलना में पुरुष मानव तस्करी का अधिक शिकार हो रहे हैं। पिछले पांच से छह साल के आंकड़े इसी ओर इशारा करते हैं। पुलिस ने वर्ष 2018 से अगस्त, 2023 तक कुल 2574 लोगों को मानव तस्करों से मुक्त कराया है, इनमें 1824 पुरुष जबकि 750 महिलाएं हैं। इस दौरान पुलिस ने 877 कांड दर्ज करते हुए 1915 मानव तस्करों को भी गिरफ्तार किया है।
पुलिस मुख्यालय के एडीजी जितेंद्र सिंह गंगवार ने बताया कि सिर्फ इस साल अगस्त तक 465 लोगों को तस्करों के चंगुल से मुक्त कराया गया है। इनमें 102 महिलाएं जबकि 363 पुरुष हैं। इस दौरान पुलिस ने 198 कांड दर्ज करते हुए 215 मानव तस्करों को भी गिरफ्तार किया है।
पाक्सो कांड में भी तेजी, 1132 में चार्जशीट
एडीजी ने बताया कि बच्चों के साथ होने वाले यौन अपराध से जुड़े पाक्सो एक्ट के मामलों के निष्पादन में भी तेजी आई है। इस साल अगस्त तक पाक्सो एक्ट में 1283 कांड दर्ज हुए हैं, जिनमें 1132 में आरोप-पत्र यानी चार्जशीट समर्पित कर दी गई है। इस दौरान 490 मामलों में मुआवजा देने के लिए प्रस्ताव भी भेजा गया है।
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मानव तस्करी के विरुद्ध कार्रवाई
वर्ष - प्राथमिकी - मुक्त महिलाएं - मुक्त पुरुष - गिरफ्तार तस्कर
2020 - 75 - 102 - 79 - 247
2021 - 111 - 149 - 235 - 331
2022 - 260 - 252 - 499 - 560
2023 (अगस्त) - 198 - 102 - 363 - 215
पाक्सो एक्ट में कार्रवाई
वर्ष - कांड - आरोप पत्र - मुआवजा प्रस्ताव
2021 - 1508 - 1263 - 995
2022 - 1794 - 1552 - 889
2023 (अगस्त) - 1283, 1132 - 490