'Modi की तरह मैं बोलने लगा तो मच जाएगा हड़कंप' PM के भाषणों पर ऐसा क्यों बोल गए कांग्रेस अध्यक्ष खरगे
खचाखच भरे पटना के श्रीकृष्ण मेमोरियल हाल में गूंजने वाली करतल ध्वनि ने संभवत उन्हें आश्वस्त किया जो वे इस बार आइएनडीआइए की जीत का उद्घोष कर गए। इस संशय के साथ कि अगर नरेन्द्र मोदी तीसरी बार सत्ता में आए तो न आरक्षण बचेगा न संविधान। मोदी तानाशाह की तरह शासन करेंगे और देश दूसरी गुलामी के लिए अभिशप्त होगा।
राज्य ब्यूरो, पटना। ओजपूर्ण आवाज और तथ्यपूर्ण आरोप से रविवार को एनडीए पर हमलावर रहे कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे का पूरा प्रयास अपने वोटों को एकजुट करने का रहा।
एक वाक्य में वे बिहार की अस्मिता व राजनीतिक चेतना की दुहाई देकर सर्व-समाज को साधने का उपक्रम किए। दूसरे वाक्य में संविधान और आरक्षण पर संकट बताकर उन वर्गों को आकर्षित करने की चेष्टा भी, जिनके मत पिछले दो चुनावों में राजग की जीत में निर्णायक रहे हैं।
संविधान में उल्लेखित बाबा साहेब आंबेडकर की दो टिप्पणियों का उल्लेख कर उन्होंने संविधान बचाओ जन-संवाद में उपस्थित जनसमूह को अपने मत से एकाकार करने का भरसक प्रयास किया।
मंगलसूत्र, भैंस आदि छीन मुसलमानों को देने से संबंधित बयानों को खरगे ने समाज में वैमनस्यता पैदा करने का उपक्रम बताया। लालटेन लेकर विपक्षी नेताओं के मुजरा करने वाले बयान को बिहार का अपमान बताया। खरगे ने ऐसे घृणित बयानों (हेट स्पीच) के लिए चुनाव आयोग से कार्रवाई की अपेक्षा जताई।
कालाधन वापस लाने, प्रतिवर्ष दो करोड़ नौकरी देने, किसानों की आय दोगुनी करने, स्मार्ट सिटी बनाने और बुलेट ट्रेन चलाने आदि वादे पूरा नहीं करने के लिए उन्होंने मोदी को झूठाें का सरदार करार दिया।
खरगे ने कहा कि कभी मोदी की दृष्टि में जो भ्रष्ट-कलंकित था, वह उनके शरणागत होकर स्वच्छ हो गया। मध्य प्रदेश, कर्नाटक, तेलंगाना, मणिपुर, गोवा, उत्तराखंड आदि राज्यों में उन्होंने खरीद-फरोख्त कर कांग्रेस को सत्ता से बेदखल किया।
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