IIT पटना के हाइब्रिड कोर्स में ग्रेजुएशन के लिए नामांकन शुरू, JEE Main ही नहीं, ये परीक्षा देकर भी ले सकते हैं एडमिशन
आईआईटी पटना में हाइब्रिड मोड के तीन वर्षीय ग्रेजुएशन में नामांकन की प्रक्रिया शुरू हो गई है। जेईई मेन के स्कोर पर छात्र विभिन्न ग्रेजुएशन कोर्सों में नामांकन करा सकते हैं। वे छात्र जो जेईई मेन एग्जाम में शामिल नहीं हुए हैं 30 जून को आयोजित आइआइटीपी-एसएटी इंट्रेंस एग्जाम में शामिल हो सकते हैं। इंट्रेंस एग्जाम में मिले नंबर्स के माध्यम से भी नामांकन सुनिश्चित करा सकते हैं।
जागरण संवाददाता, पटना। भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (आइआइटी) पटना के हाइब्रिड मोड में तीन वर्षीय स्नातक कार्यक्रम (पूर्णकालिक) में नामांकन की प्रक्रिया शुरू हो गई है।
जेईई मेन के स्कोर पर विद्यार्थी बीएससी (आनर्स) कंप्यूटर साइंस और डेटा एनालिटिक्स व बैचलर ऑफ बिजनेस एडमिनिस्ट्रेशन (बीबीए) में नामांकन प्राप्त कर सकते हैं।वे विद्यार्थी जो जेईई मेन में शामिल नहीं हुए हैं, उन्हें 30 जून को आयोजित आइआइटीपी-एसएटी प्रवेश परीक्षा में शामिल होना होगा। इसमें प्राप्त अंक के आधार पर नामांकन सुनिश्चित होगा।
न्यूनतम इतने मार्क्स जरूरी
हाइब्रिड कोर्स की विस्तृत जानकारी वेबसाइट https://cet.iitp.ac.in/ पर उपलब्ध है। तीन वर्षीय यूजी हाइब्रिड प्रोग्राम के लिए बीएससी (ऑनर्स) के लिए साइंस स्ट्रीम में 12वीं और बीबीए के लिए सभी स्ट्रीम में न्यूनतम 60 प्रतिशत अंक होना चाहिए। इसके साथ अंतरराष्ट्रीय, राष्ट्रीय, राज्य स्तरीय प्रवेश परीक्षा के स्कोर को भी वरीयता दी जाएगी।
जेईई, एनईईटी, सीयूईटी, बिटसैट, केवीपीवाई, एनटीएसई/इंस्पायर छात्रवृत्ति धारक, यूएस (एसएटी-1, एसएटी-2), यूके (बीएमएटी) की रैंक का भी लाभ विद्यार्थी उठा सकते हैं।
आइआइटी पटना के होंगे एलुमिनाई
आइआइटी पटना प्रबंधन के अनुसार, हाइब्रिड मोड में नामांकन प्राप्त करने वाले विद्यार्थी संस्थान के एलुमिनाई होंगे। पासआउट होने पर उन्हें रेगुलर कोर्स के छात्रों की तरह सुविधाएं दी जाएंगी। शैक्षणिक कार्यक्रम में छात्रों को प्लेसमेंट और इंटर्नशिप का भी सहयोग मिलेगा।
आइआइटी पटना के निदेशक प्रो टीएन सिंह ने बताया कि आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (एआई) और डेटा साइंस दुनिया भर के उद्योगों में क्रांति लाने वाले महत्वपूर्ण कारक बनकर उभरे हैं।प्रौद्योगिकी के बदलते हुए परिदृश्य और उद्योग जगत के कुशल संसाधनों की मांग को पूरा करने के उद्देश्य से आइआइटी पटना ने हाइब्रिड मोड में दो और तीन वर्षीय कोर्स आरंभ किए हैं।उन्होंने कहा कि इससे फ्लेक्सिबल लर्निंग की सुविधा मिलेगी। नई शिक्षा नीति के तहत मल्टी एग्जिट का भी विकल्प मिलेगा।
आपके शहर की हर बड़ी खबर, अब आपके फोन पर। डाउनलोड करें लोकल न्यूज़ का सबसे भरोसेमंद साथी- जागरण लोकल ऐप।