Bihar: दरभंगा के अशोक कैटल फीड समूह पर आयकर विभाग की कार्रवाई चौथे दिन भी जारी, समस्तीपुर जिले से लौटी टीम
Income Tax Department Raid In Bihar आयकर विभाग पटना की टीम की बिहार में दरभंगा जिले के अशोक कैटल फीड (पशु आहार) समूह के विभिन्न ठिकानों पर गुरुवार को चौथे दिन भी छापेमारी जारी रही। अधिकारियों को शहर में एक आटा मिल चलाने की जानकारी मिलने पर एक टीम ने बेला औद्योगिक क्षेत्र में छापेमारी कर देर शाम तक कार्रवाई में जुटी रही।
By Jagran NewsEdited By: Prateek JainUpdated: Fri, 29 Sep 2023 01:07 AM (IST)
जागरण टीम, दरभंगा/समस्तीपुर। आयकर विभाग, पटना की टीम की बिहार में दरभंगा जिले के अशोक कैटल फीड (पशु आहार) समूह के विभिन्न ठिकानों पर गुरुवार को चौथे दिन भी छापेमारी जारी रही।
अधिकारियों को शहर में एक आटा मिल चलाने की जानकारी मिलने पर एक टीम ने बेला औद्योगिक क्षेत्र में छापेमारी कर देर शाम तक कार्रवाई में जुटी रही।आय-व्यय से संबंधित दस्तावेजों सहित कई मोबाइल व कंप्यूटर को टीम ने कब्जे में ले लिया। वहीं, एक और लॉकर की भी जानकारी मिली है।
बुधवार तक एक अरब के लेन-देन का पता चला था, जो अब दो से तीन अरब होने का अनुमान है। वहीं, छापेमारी के दौरान जिस तरह से लेन-देन के साक्ष्य मिल रहे हैं, उससे अनुमान लगाया जा रहा कि पूरी टीम दरभंगा में 10 दिनों तक कैंप करेगी।इसमें बिहार-झारखंड के 60 अधिकारी डटे हैं। दूसरी ओर, दिल्ली, गुवाहाटी और कोलकाता में एक-एक सहित पुणे के दो ठिकानों पर कार्रवाई पूरी कर ली गई।
जब्त तीन करोड़ रुपये के मालिक होने से किया इनकार
छापेमारी के दौरान व्यवसायी भाई अशोक महनसरिया, आनंद महनसरिया और राज कुमार महनसरिया जांच अधिकारियों को सहयोग नहीं कर रहे थे। जब्त तीन करोड़ रुपये के मालिक होने से भी इनकार कर रहे हैं। रुपये किसके हैं और घर में कैसे पहुंचा, इस पर भी कोई उत्तर नहीं दिया।
उधर, कुछ डिजिटल पासवर्ड और एक बैंक के लॉकर की चाबी देने से व्यवसायियों ने इनकार कर दिया। ऐसी स्थिति में आयकर विभाग पूरे मकान को सील करने और प्राथमिकी दर्ज कराने की कार्रवाई कर सकती है।छापेमारी के दौरान एक और नए लॉकर का साक्ष्य मिला, जिसकी चाबी व्यवसायी ने उपलब्ध नहीं कराई। वहीं, पहले मिले बैंक के तीन लॉकरों के आभूषणों के वैल्यूएशन का कार्य देर रात तक पूरा होने की संभावना है।
अब तक मिले आभूषण करोड़ों में होने का अनुमान है। बैंक स्टेटमेंट सहित लॉकर से मिले एफडी की पूरी जानकारी टीम को अब तक नहीं मिल पाई है।
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