राज्य ब्यूरो, पटना।
Bihar Politics News Hindi बिहार में अगले साल विधानसभा (Bihar Assembly Election 2025) चुनाव होने वाले हैं। इससे पहले भाकपा-माले (CPI-ML) ने बिहार से सियासी सरगर्मी तेज कर दी है। पार्टी ने चुनाव से पहले ऐसी मांग कर दी है, जिसको लेकर दिल्ली तक सियासी बवाल मचने की उम्मीद है।
भाकपा-माले के महासचिव दीपंकर भट्टाचार्य (Dipankar Bhattacharya) ने सोमवार को कहा कि ईवीएम को हमेशा के लिए खारिज किया जाना चाहिए। बैलेट की वापसी हो और आगे चुनाव में बैलेट का इस्तेमाल किया जाना चाहिए। उन्होंने नीट-यूजी की पुन: परीक्षा कराने और इस मामले में हुई गड़बड़ी की जांच कराने की मांग केंद्र सरकार से की।
दीपंकर ने दिल्ली के उप राज्यपाल द्वारा अरुंधति राय और शेख शौकत हुसैन के खिलाफ यूएपीए के तहत मुकदमा चलाने की अनुमति की निंदा की है। उन्होंने कहा कि यह लोकतंत्र को कुचलने का एक और उदाहरण है।
दीपंकर भट्टाचार्य ने क्या कहा?
Bihar News उन्होंने कहा कि यही उप राज्यपाल, मेधा पाटकर के खिलाफ फर्जी मानहानि के उस मुकदमे के भी पीछे हैं, जिसमें उन पर दोष सिद्ध हो गया है और सजा तय है। इस घटना के खिलाफ 20 जून को राष्ट्रव्यापी प्रतिरोध दिवस मनाया जाएगा।
उन्होंने कहा कि बिहार में अपराध की लगातार बढ़ रही घटनाएं बेहद चिंताजनक है। सत्ता संरक्षित अपराधियों द्वारा इस तरह के कारनामों को अंजाम दिया जा रहा है। भाजपा-जदयू शासन का इकबाल पूरी तरह से खत्म हो चुका है।
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