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भारत-चीन के बीच झड़प में बिहार के पांच जवान शहीद, सुनील कुमार का पार्थिव शरीर पहुंचा पटना

भारत-चीन के बीच हुए खूनी संघर्ष में बिहार के पांच जवान शहीद हो गए हैं। जवान सुनील कुमार का पार्थिव शरीर पटना पहुंचा। तमाम नेता एयरपोर्ट पर पहुंच उन्‍हें श्रद्धासुमन अर्पित किए।

By Kajal KumariEdited By: Updated: Wed, 17 Jun 2020 10:21 PM (IST)
भारत-चीन के बीच झड़प में बिहार के पांच जवान शहीद, सुनील कुमार का पार्थिव शरीर पहुंचा पटना
जागरण टीम, पटना। भारत-चीन (India-China) सीमा विवाद को लेकर गलवन घाटी  (Galwan Valley) में हुए खूनी झड़प में बिहार के पांच सैनिकों ने भी अपनी शहादत दी है। इनमें से एक जवान सुनील कुमार का पार्थिव शरीर पटना पहुंचा। विशेष विमान से शहीद सुनील कुमार के पार्थिव शरीर को लाया गया। पटना एयरपोर्ट पर कई मंत्री व नेता वहां पहुंचे और शहीद को श्रद्धांजलि दी। बाकी जवानों के शव भी लाये जा रहे हैं। एयरपोर्ट पर उपमुख्‍यमंत्री सुशील कुमार मोदी, नेता प्रतिपक्ष तेजस्‍वी यादव, मंत्री डॉ प्रेम कुमार, जाप सुप्रीमो पप्‍पू यादव समेत कई नेता एयरपोर्ट पर मौजूद हैं। वहीं, भारत-चीन सीमा पर 20 सैनिकों की शहादत पर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने शोक जताया है। 

पांच शहीद सैनिकों में पटना के हवलदार सुनील कुमार, भोजपुर के सिपाही चंदन कुमार, वैशाली के सिपाही जयकिशोर सिंह, समस्तीपुर के सिपाही अमन कुमार औऱ सहररसा के सिपाही कुंदन कुमार शामिल हैं। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने अपने शोक संदेश में कहा कि देश इन शहीदों के बलिदान को हमेशा याद रखेगा। वह इस घटना से काफी मर्माहत हैैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि बिहार के शहीद जवानों का अंतिम संस्कार राज्य सरकार की ओर से पुलिस सम्मान के साथ किया जाएगा। सुनील कुमार का पार्थिव शरीर पटना पहुंच गया है, इसलिए उनका अंतिम संस्‍कार गुरुवार को पैतृ‍क गांव बिहटा में किया जाएगा। 

 

लद्दाख के गलवान घाटी में चीन से खूनी झड़प में पटना के बिहटा प्रखंड में सिकरिया पंचायत के तारानगर निवासी सुनील कुमार भी शहीद हुए हैं। सपूत के शहीद होने की सूचना से पूरे गांव में मातम है। उनका शव बुधवार को पांच बजे विशेष विमान से पटना एयरपोर्ट आएगा। यहां से सड़क मार्ग से शहीद का शव गांव ले जाया जाएगा।

समस्तीपुर के शहीद अमन ने दी है शहादत

भारत और चीन के बीच हुए हिंसक झड़प में समस्तीपुर ने भी अपना एक लाल खो दिया है। समस्तीपुर जिला के मोहिउद्दीन नगर प्रखंड के सुल्तानपुर गांव के रहने वाले सुधीर कुमार सिंह के पुत्र अमन कुमार सिंह (बिहार रेजीमेंट में कार्यरत) चीनी सैनिकों के साथ हुए झड़प में शहीद हो गए। अमन की शहादत की खबर परिवार वाले और ग्रामीणों को रात के लगभग 10:30 बजे मिली जब भारत चीन बॉर्डर से ही भारतीय सेना के किसी अधिकारी ने फोन करके परिजनों को यह सूचना दी।

 

एक साल पहले ही हुई थी शहीद अमन की शादी

प्राप्त प्राप्त जानकारी के मुताबिक शहीद सैनिक अमन कुमार सिंह की शादी एक साल पहले ही पटना जिले के बाढ़ के राणा विद्या गांव में हुई थी। परिवार के लोगों और ग्रामीणों को अपने घर के चिराग खोलने का जहां गम हैं, वहीं अमन की शहादत पर घरवाले और गांव के लोग फख्र भी महसूस कर रहे हैं।

सहरसा के कुंदन कुमार की शहादत पर गमगीन है पूरा गांव

मंगलवार की देर रात भारत-चीन सीमा पर सहरसा जिले की विशनपुर पंचायत के आरण गांव के एक वीर कुंदन कुमार के शहीद होने की सूचना मिली है। सूचना मिलने के बाद गांव के लोग स्तब्ध हैं। परिजनों ने खबर की पुष्टि करते हुए कहा कि फोन से सूचना मिली है। उसके बाद हर कोई समाचार सुनने के लिए टीवी सहित अन्य श्रोत से जानकारी इकठ्ठे करने में जुट गये। 

पहली पोस्टिंग थी वैशाली के शहीद जयकिशोर की 

 वैशाली जिले के जंदाहा प्रखंड की मुकुंदपुर भाथ पंचायत के चकफतह निवासी बिहार रेजिमेंट की 12 वीं बटालियन के जवान जयकिशोर सिंह ट्रेनिंग पूरी करने के बाद पहली पोस्टिंग में पूर्वी लद्दाख गए थे। 22 वर्षीय जय किशोर के शहीद होने की खबर मिलते ही ग्रामीण, सगे-संबंधी एवं आसपास के लोग सांत्वना देने उनके घर पहुंचे। उनके पिता किसान हैं। उन्होंने कहा कि बुधवार की सुबह 9:00 बजे लद्दाख से ही जेसीओ द्वारा मोबाइल पर उन्हें सूचना दी गई कि उनका पुत्र सैनिक जय किशोर ङ्क्षसह भारत-चीन सीमा पर लद्दाख में लड़ाई में जख्मी हो गए हैं। अस्पताल में भर्ती कराया गया है। दिन के 11:00 बजे फिर जेसीओ पांडे द्वारा मोबाइल पर फोन कर बताया गया कि जय किशोर सिंह शहीद हो गए हैं। कोहराम मच गया। शहीद सैनिक की मां मंजू देवी लगातार बेहोश हो रही हैं।

बिहटा के शहीद सुनील के घर पर उमड़ पड़ा गांव

पटना जिले के बिहटा प्रखंड के सिकरिया पंचायत के तारानगर गांव निवासी 36 वर्षीय हवलदार सुनील कुमार के स्वजनों के आंसू नहीं थम रहे। पिता बासुदेव साव की किराना की दुकान है, मां रुक्मिणी देवी गृहिणी हैं। बेटे की शहादत की खबर मिलते ही मां-बाप बेसुध हो गए। उन्हें सांत्वना देने के लिए गांव के लोग पहुंच गए। भीड़ जुटी रही। शहीद का एक घर दानापुर के मैनपुरा में है, जहां पत्नी रिक्की देवी बच्चों के साथ रहती है। सुनील के दो पुत्र आयुष (11) विराट (4) एवं एक पुत्र सोनाली (13) हैं। सभी आर्मी स्कूल दानापुर में पढ़ते हैं। 

भोजपुर जिले के दो गांवों में शोक की लहर

शहीद चंदन कुमार भोजपुर जिले के जगदीशपुर प्रखंड की कौरा पंचायत के ज्ञानपुरा गांव निवासी ह्रदयानंद सिंह एवं धर्मा देवी के सबसे छोटे पुत्र थे। बिहार रेजिमेंट की 16 वी कंपनी में भर्ती थे। जिले के दूसरे शहीद कुंदन ओझा का परिवार झारखंड के साहिबगंज में रहता है, लेकिन जड़ें भोजपुर से जुड़ी हैं। 

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