'INDIA या भारत' की लड़ाई में तेजस्वी के बयान पर भिड़े सुशील मोदी और विजय चौधरी, चला डाले तीखे 'शब्द' बाण
India vs Bharat देश का नाम इंडिया या भारत कहे जाने को लेकर सियासत तेज है। इस बीच बिहार में भी इसे लेकर बयानों की झड़ी लगी हुई है। हर पार्टी के अपने तर्क हैं। वहीं इस मुद्दे पर भाजपा नेता सुशील मोदी और विजय चौधरी प्रदेश के उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव के बयान को लेकर आपस में भिड़ गए हैं।
By Edited By: Yogesh SahuUpdated: Wed, 06 Sep 2023 07:35 PM (IST)
India vs Bharat : राज्य ब्यूरो, पटना। देश का नाम 'इंडिया या भारत' कहे जाने को लेकर सियासत तेज है। इस बीच बिहार में भी इसे लेकर बयानों की झड़ी लगी हुई है। हर पार्टी के अपने तर्क हैं। वहीं, इस मुद्दे पर भाजपा नेता सुशील मोदी और विजय चौधरी प्रदेश के उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव (Tejashwi Yadav) के बयान को लेकर आपस में भिड़ गए हैं।
दोनों ही नेताओं ने एक-दूसरे पर कड़ा प्रहार किया है। इधर, तेजस्वी यादव ने अपने बयान में भाजपा (BJP) पर निशाना साधा है। उन्होंने शोषितों और वंचितों को सम्मान देने की बात कही है। इसके साथ ही उन्होंने जाति आधारित गणना को लेकर भी अपने विचार साझा किए।
हमारा नारा है जुड़ेगा भारत, जीतेगा इंडिया
बिहार के उप मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव (Tejashwi Yadav) ने मंगलवार को कहा कि वर्ण व्यवस्था लागू करने वाले यह नहीं चाहते कि समाज के उपेक्षित और वंचितों के सामाजिक स्तर को ऊंचा उठाया जाए। जननायक कर्पूरी ठाकुर व लालू प्रसाद ने जमीन पर काम करके इन वर्गों को सामाजिक और राजनीतिक तौर पर सम्मान दिया।इस कारण तरह-तरह की साजिश कर उनका मनोबल तोड़ने की कोशिश की गयी पर अपने संकल्पों से ये लोग कभी नहीं डिगे। जगदेव प्रसाद की जयंती पर राजद कार्यालय में आयोजित परिचर्चा में उप मुख्यमंत्री ने ये बातें कहीं। उप मुख्यमंत्री ने कहा कि जब से आइएनडीआइए बना है, तब से भाजपा के लोग डर गए हैं।उन्होंने कहा कि जी-20 की बैठक के लिए जो निमंत्रण पत्र बंटे हैं, उसमें प्रेसिडेंट ऑफ भारत लिखा गया है। जबकि हमारा नारा है जुड़ेगा भारत, जीतेगा इंडिया। भाजपा की क्या सोच है, वह स्पष्ट हो रही है। भारत के संविधान की प्रस्तावना में ही इंडिया का उल्लेख है। भाजपा इसे भी बदलने पर उतारू है।
तेजस्वी ने कहा कि वंचित वर्गों के सामाजिक व आर्थिक तथा इनके आरक्षण की व्यवस्था को बढ़ाने के लिए महागठबंधन की सरकार ने बिहार में जाति आधारित गणना करायी। सही तस्वीर सामने आए, इसलिए यह गणना हुई जो अब पूर्ण होने को है। इससे जनकल्याणकारी योजनाएं बनाने में मदद मिलेगी।उन्होंने कहा कि हमलोगों का उद्देश्य समाज के सभी लोगों को मुख्यधारा में लाने का रहा है। समाज में ऊंच-नीच की व्यवस्था क्यों है, इस पर लोगों को विचार करना चाहिए। विभेद की रेखा लंबी है। हमारी सरकार सभी के बराबरी और मान-सम्मान की बात करती है।
तेजस्वी यादव (Tejashwi Yadav) ने कहा कि जब हम उपेक्षित और वंचितों को सम्मान देते हैं तो जातिवादी कहलाते हैं। इस मौके पर राजस्व एवं भूमि सुधार मंत्री आलोक मेहता ने भी अपने विचार रखे।राजद के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष उदय नारायण चौधरी, प्रदेश महासचिव रणविजय साहू, विधायक राजवंशी महतो , फतेह बहादुर सिंह व राष्ट्रीय प्रवक्ता सुबोध कुमार मेहता आदि भी इस मौके पर मौजूद थे।
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