Bihar Politics: राजद के लिए इन 5 लोकसभा सीट को जीतना अब आसान नहीं, मिल रही बड़ी चुनौती, पढ़िए समीकरण
Bihar News बिहार में लोकसभा चुनाव को लेकर सभी पार्टियों ने तैयारी शुरू कर कर दी है। ऐसे में राजद भी तैयारी में लग गई है। लेकिन इस बार के लोकसभा चुनाव में 5 ऐसी सीटें हैं जहां लालू यादव की पार्टी को चुनौती मिलती दिख रही हैं। हालांकि लालू प्रसाद ने बिहार की सभी 40 सीटों पर आइएनडीआइए की जीत का दावा किया है।
सुनील राज, पटना। Bihar News: लोकसभा चुनाव में अब देर नहीं। चुनावी घोषणा का समय दिन प्रतिदिन नजदीक आ रहा है। अयोध्या में प्राण प्रतिष्ठा के बाद देश में चुनावी गतिविधियां जोर पकड़ने लगेगी। बिहार में भी चुनाव मैदान में उतरने वाले तमाम दल भी इस दौड़ में आगे रहने की अपनी कवायद को चरम पर ले जाने में जुट जाएंगे।
लालू प्रसाद ने बिहार की सभी 40 सीटों पर आइएनडीआइए की जीत का दावा किया है। राजद की तैयारी बिहार में 17 सीटों पर अपने उम्मीदवारों को उतारने की है। असल में राजद-जदयू जैसे दो प्रमुख दलों की रणनीति खुद के बीच 17-17 सीट, जबकि कांग्रेस चार और वाम दलों को दो सीट देने की है।
ऐसे में बंटवारे में जो भी सीटें राजद की झोली में आएंगी उन सीटों पर पार्टी जीतने वाले उम्मीदवार को उतारने की तैयारी में है। पार्टी ऐसे जिताऊ उम्मीदवारों की तलाश में है जो सीट जीत कर पार्टी की झोली में डालने में सक्षम हों।
लेकिन पार्टी देख रही है कुछ ऐसी भी लोकसभा की सीटें हैं जिनपर जीत के लिए दमदार चेहरा न होने की स्थिति में पार्टी के लिए मुश्किल हो सकती है।
वैशाली सीट पर चुनौती
वैशाली ऐसी ही सीट है। 2019 में राजद ने यहां से रघुवंश प्रसाद सिंह को उम्मीदवार बनाया था। प्रसाद ने तीन लाख 29 हजार से अधिक वोट भी हासिल किए, बावजूद वे यहां से जीत नही पाए। लोजपा उम्मीदवार वीणा देवी यहां विजयी रहीं।अब रघुवंश प्रसाद रहे नहीं। ऐसे हालात में यहां से जिताऊ उम्मीदवार खोजना राजद के लिए आसान नहीं है। झंझारपुर की सीट का भी मामला ऐसा ही है। यहां से 2019 में राजद ने गुलाब यादव को प्रत्याशी बनाया था। मुकाबला जदयू उम्मीदवार रामप्रीत मंडल से था। मंडल ने उन्हें तीन लाख से अधिक मतों से पराजित कर दिया था।
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