जेल में 'जायजा' ले रहे थे जेलर, 5 चीजों पर गया ध्यान तो पैरों तले खिसक गई जमीन, अब 50 कैदियों पर एक्शन की तैयारी
बेउर जेल में छापामारी हुई। इस दौरान 50 लोहे के टुकड़े और रस्सी बरामद की है। बताया जा रहा है कि जेल प्रशासन ने 16 वार्ड को खंगाला। कैदी लोहे के टुकड़ों पर झोला और कपड़े टांगते थे। छापामारी के दौरान 50 कैदी कार्रवाई के जद में आए हैं। उन्हें दूसरे जेल में शिफ्ट करने की तैयारी चल रही है।
जागरण संवाददाता, पटना। बेऊर जेल प्रशासन ने वार्डों में लगातार सर्च अभियान चला रहा है। हरेक कैदियों की गतिविधियों पर नजर रखी जा रही है। रविवार को चार घंटे तक जेल के 16 वार्ड को खंगाला गया। अलग अलग वार्ड से 50 लोहे का टुकड़ा, लोहे की कील और रस्सी को बरामद किया गया।
कई बंदी वार्ड में इनका इस्तेमाल कपड़ा और झोला टांगने में कर रहे थे। वहीं दो कैदियों को पूर्णिया और मोतीहारी सेंट्रल जेल में स्थानांतरित किया गया। एनआईए अधिनियम के तहत दोनों की गिरफ्तारी की गई थी। जेल में आपस में बहस करने वाले पांच कैदियों को गोलघर में डाला गया।
इसके पूर्व शुक्रवार की रात जेल प्रशासन ने पांच घंटे तक छापामारी कर वार्ड के बाहर जूते और शौचालय से तीन मोबाइल को जब्त किया। रविवार को इस संबंध में संबंधित थाने में सनहा किया गया। रविवार को जेल प्रशासन की टीम सरस्वती खंड के 12 और यमुना खंड चार में कुल 16 वार्ड में छापामारी की।
जेल प्रशासन ने दिया ये निर्देश
वार्ड में कुछ कैदी कपड़ा और झोला टांगने के नाम पर दीवार में लोहे का टुकड़ा या कील का इस्तेमाल कर रहे थे। जेल प्रशासन उन सभी कील और लोहे के टुकड़ों जब्त कर लिया। साथ ही निर्देश दिया कि थैला दीवार में नहीं, बल्कि बाहर कतार में रखना है।
वहीं, अनिल राम उर्फ सुमित जी को पूर्णिया सेंट्रल जेल और अखिलेश सिंह उर्फ राकेश सिंह को मोतीहारी सेंट्रल जेल में स्थानांतरित कर दिया गया। जेल प्रशासन 50 सजायाफ्ता कैदियों की पहचान कर उन्हें दूसरे जेल में भेजने की तैयारी में जुटी है, जो सश्रम कारावास मिलने के बावजूद काम नहीं करते।
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