Lok Sabha Election 2024 : क्या नीतीश ने I.N.D.I.A से झाड़ लिया पल्ला? JDU ने इस राज्य में उतारा लोकसभा चुनाव के लिए उम्मीदवार
Lok Sabha Election 2024 आईएनडीआईए की ओर से लोकसभा चुनाव को लेकर सीटों के बंटवारे में देरी से आजिज आए जदयू ने अरुणाचल प्रदेश में उम्मीदवार की घोषणा कर दी है। इससे एक बार फिर सियासी अटकलें लगना शुरू हो गई हैं। इसे जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष और बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की नाराजगी के तौर पर देखा जा रहा है।
राज्य ब्यूरो, पटना। आईएनडीआईए में सीटों की पहचान और दलों के बीच उसके बंटवारे में हो रही देरी से आजिज जदयू ने बुधवार को अरुणाचल प्रदेश की एक सीट के लिए अपने लोकसभा उम्मीदवार की घोषणा कर दी। जदयू के इस फैसले ने एक बार फिर सियासी अटकलों को हवा दे दी है।
मुख्यमंत्री एवं जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष नीतीश कुमार ने अरुणाचल वेस्ट से रुही टांगुंग को दल का उम्मीदवार घोषित किया है। वह अरुणाचल जदयू के प्रदेश अध्यक्ष हैं।
पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव एवं विधान पार्षद अफाक अहमद खान ने यह जानकारी दी। उन्होंने बताया कि जदयू विधानसभा चुनाव में भी अपना उम्मीदवार देगा। वहां लोकसभा-विधानसभा के चुनाव एकसाथ होंगे।
सीटों के बंटवारे में देरी से आजिज आई जदयू
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार लंबे समय से मांग कर रहे हैं कि आईएनडीआईए के घटक दलों के बीच लोकसभा की सीटों का बंटवारा हो जाए। ताकि दल उम्मीदवार घोषित कर चुनाव मैदान में भेज दें। लेकिन, अभी तक यह हो नहीं सका।
पिछले 29 दिसंबर को जदयू का राष्ट्रीय अध्यक्ष बनने के बाद भी कुमार ने जल्द सीटों के बंटवारे का आग्रह किया था।
आईएनडीआईए से सकारात्मक प्रतिक्रिया नहीं मिलने के बाद उन्होंने अरुणाचल प्रदेश की दो में से एक लोकसभा सीट के लिए अपने उम्मीदवार की घोषणा कर दी।
2019 में भाजपा के रिजिजू जीते थे
2019 में अरुणाचल वेस्ट से भाजपा के किरण रिजिजू जीते थे। वह इस समय केंद्र सरकार में मंत्री हैं। अरुणाचल इस्ट से भी भाजपा उम्मीदवार तापिर गाओ की जीत हुई थी।
दोनों सीटों पर कांग्रेस के उम्मीदवार दूसरे नम्बर पर थे। रिजिजू वाली सीट पर कांग्रेस उम्मीदवार को सिर्फ 14 प्रतिशत वोट मिला था। दूसरी सीट पर उसका वोट प्रतिशत 28.38 था।
विधानसभा चुनाव में उम्मीदवारों की संख्या पर स्थिति साफ नहीं
अफाक अहमद ने यह नहीं बताया कि लोकसभा के साथ होने वाले अरुणाचल प्रदेश विधानसभा चुनाव में जदयू उम्मीदवारों की संख्या कितनी होगी। 2019 के विधानसभा चुनाव में जदयू ने 15 उम्मीदवार उतारे थे, जिनमें सात की जीत हुई थी। जदयू को करीब 14 प्रतिशत वोट मिला था।
चुनाव परिणाम आने के कुछ दिनों बाद ही जदयू के सात में से छह विधायक भाजपा में शामिल हो गए। उस समय जदयू, राजग का हिस्सा था। बिहार में राजग से अलगाव के बाद जदयू के अंतिम विधायक टेकी कासो भी भाजपा में शामिल हो गए।
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