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Bihar Politics: जेडीयू MLA सुधांशु को किसने किया वॉट्सऐप कॉल? शक के घेरे में आए परबत्ता MLA ने बताई पूरी बात

Bihar Political News एनडीए सरकार के विश्वासमत से पहले जदयू विधायकों को मंत्री पद और करोड़ों रुपये का प्रलोभन देकर महागठबंधन के पाले में लाने के आरोपों की जांच अब आर्थिक अपराध इकाई (EOU) करेगी। इस बीच नामजद परबत्ता के जदयू विधायक डॉ. संजीव ने पटना के वरीय आरक्षी अधीक्षक को पत्र लिखकर यह कहा है कि इस प्रकरण की तकनीकी रूप से जांच करायी जाए।

By BHUWANESHWAR VATSYAYAN Edited By: Mohit Tripathi Updated: Sun, 18 Feb 2024 06:34 PM (IST)
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शक के घेरे में आए परबत्ता MLA ने पटना एसएसपी से निष्पक्ष जांच की मांग की। (फोटो)
राज्य ब्यूरो, पटना। बिहार विधानसभा में एनडीए के फ्लोर टेस्ट (Floor Test In Bihar) को लेकर जदयू विधायकों के खिलाफ जदयू के ही विधायक द्वारा दर्ज प्राथमिकी की पूरी जांच अब ईओयू करेगी।

इस बीच इस मामले में नामजद परबत्ता के जदयू विधायक डॉ. संजीव ने पटना के वरीय आरक्षी अधीक्षक को पत्र लिखकर यह कहा है कि इस प्रकरण की तकनीकी रूप से जांच करायी जाए। उन्होंने सुप्रीम कोर्ट के एक निर्णय का हवाला दिया है।

डॉ. संजीव का ने क्या कहा ?

डॉ. संजीव का कहना है कि कॉन्टैक्ट सर्विलांस से यह आसानी से जांच किया जा सकता है कि हरलाखी के जदयू विधायक सुधांशु को किसने फोन किया था।

हरलाखी विधायक के स्वजन रंजीत कुमार ने हरलाखी विधायक को यह फाेन कर कहा था कि इंजीनियर सुनील उनके पास आए हैं और बात करना चाहते हैं। उन्होंने इंजीनियर सुनील से बात की और उन्हें पांच करोड़ रुपए का ऑफर भी दिया गया।

वहीं राजद के प्रवक्ता शक्ति यादव ने इस आशय की बात जदयू विधायक श्रीकृष्ण मुरारी से की थी। मेरे ऊपर भी इस क्रम कुछ शक किया गया। यह कहा गया है कि इस प्रकरण में मेरी भूमिका संदिग्ध है।

जदयू विधायक बीमा भारती और दिलीप राय के संबंध में कहा गया है कि उनका अपहरण हो गया है। इस प्रकरण में मुझ पर शक किया गया। जबकि कथित रूप से अपहृत एमएलए बीमा भारती और दिलीप राय को विधानसभा में देखा गया। उन्होंने अपहरण की बात से पूरी तरह इनकार किया।

निष्पक्ष जांच करायी जाए: डॉ. संजीव

जदयू के परबत्ता विधायक का कहना है कि पार्टी के दो बड़े नेता जिनमें अभी एक मंत्री भी हैं, उनके खिलाफ साजिश कर रहे। मेरे क्षेत्र का काम नहीं होने देते है। दो अधिकारी भी इसमें शामिल हैं। जहां तक जदयू के मंत्री द्वारा दिए गए भोज में नहीं शामिल होने की बात है तो इस बारे में उन्होंने मुख्यमंत्री को अवगत करा दिया था। यह सच है कि उस तिथि को वह पटना में नहीं थे।

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