JDU News : जदयू प्रदेश अध्यक्ष कुशवाहा बोले- मुख्यमंत्री की दृढ़ इच्छाशक्ति का परिणाम है जाति आधारित गणना
जदयू के प्रदेश अध्यक्ष उमेश सिंह कुशवाहा ने जाति आधारित गणना को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की दृढ़ इच्छाशक्ति का परिणाम बताया है। उन्होंने इसके साथ ही भाजपा पर भी हमला बोला। उन्होंने कहा कि भाजपा कभी नहीं चाहती थी कि ऐसी गणना हो।
राज्य ब्यूरो, पटना। जदयू प्रदेश अध्यक्ष उमेश सिंह कुशवाहा ने रविवार को कहा कि जाति आधारित गणना मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की दृढ़ इच्छाशक्ति का परिणाम है। इसके माध्यम से सामाजिक न्याय का स्वर्णिम अध्याय प्रारंभ हुआ है।
जदयू प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि जाति आधारित गणना का लाभ बिहार के सभी वर्ग, जाति और समुदाय के लोगों को मिलेगा। यह संपूर्ण बिहारवासियों के हित में है। नीतीश कुमार की कथनी और करनी में कभी कोई फर्क नहीं रहा। उन्होंने जो कहा उसे पूरा किया।
जदयू प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि मुख्यमंत्री के सपनों के बिहार में सभी जातियों के लिए विकास का समान अवसर शामिल है। इसके लिए वास्तविक संख्या का पता होना जरूरी है। जाति आधारित गणना से यह काम बखूबी हो पाएगा। बिहार के समावेशी विकास के लिए यह मील का पत्थर साबित होगा।
जदयू लंबी अवधि से जाति आधारित गणना की मांग करती रही है। उन्होंने भाजपा पर पलटवार करते हुए ककहा कि भाजपा तो यह चाहती ही नहीं थी कि जाति आधारित गणना हो। भारत में अभी ओबीसी आबादी के प्रतिशत की ठोस जानकारी नहीं है।
वर्ष 1990 में जब केंद्र की वीपी सिंह के नेतृत्व वाली सरकार ने मंडल कमीशन को लागू किया गया था, तब 1931 की जाति जनगणना को आधार मान ओबीसी की आबादी को 52 प्रतिशत माना गया है। जातिगत गणना के अभाव में यह पता लगाना नामुमकिन है कि सरकार की नीति और योजनाओं का लाभ सही जाति समूह तक ठीक से पहुंच भी रहा है या नहीं।