चुनाव आयोग ने 'जीविका दीदी' से मांगी मदद, लोकसभा चुनाव 2024 के लिए करेंगी सबसे जरूरी काम
बिहार में लोकसभा चुनाव से पहले जीविका दीदी का काम बढ़ने वाला है। प्रदेश के 10 लाख से ज्यादा जीविका समूह चुनाव की तैयारी में अहम भूमिका निभाएंगे। दरअसल कोई भी चुनाव कराने के लिए सबसे अहम मतदाता सूची होती है। इसे तैयार करने में काफी श्रम और संसाधन की जरूरत होती है। इसे देखते हुए ही आयोग ने जीविका समूहों से काम कराने का निर्देश दिया है।
By Edited By: Yogesh SahuUpdated: Fri, 15 Sep 2023 04:44 PM (IST)
राज्य ब्यूरो, पटना। लोकसभा चुनाव से पहले हर योग्य मतदाताओं का नाम मतदाता सूची में सम्मिलित कराने को लेकर हर संभव पहल चुनाव आयोग कर रहा है।
इसी क्रम में आयोग के निर्देश के बाद मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी (सीईओ) एचआर श्रीनिवास ने राज्य में व्यापक नेटवर्क वाली जीविका समूह के माध्यम से मतदाताओं का नाम सूची में शामिल कराने की पहल की है।इसको लेकर सीइओ एचआर श्रीनिवास और जीविका के सीईओ के बीच बैठक में सहमति बनी है। बता दें कि राज्य में करीब 10.60 लाख जीविका समूह कार्यरत हैं। इन समूहों के माध्यम से 1.40 करोड़ जीविका दीदियां जुड़ीं हैं।
अब ग्रामीण इलाकों में योग्य मतदाताओं का नाम मतदाता सूची में शामिल कराने में सहयोग लिया जाएगा। वर्तमान में 77 हजार 221 बूथ लेवल आफिसर (बीएलओ) इस काम में लगे हैं।इनमें ज्यादातर शिक्षक हैं। अब जीविका दीदियों के जुड़ने से चुनाव आयोग की शिक्षकों पर धीरे-धीरे निर्भरता कम होगी।
महिला मतदाताओं पर विशेष जोर
जीविका समूह मतदाताओं के नाम शामिल करने को लेकर लोगों को प्रेरित करने का काम करेंगी। हर योग्य महिला मतदाता का नाम सूची में शामिल होने के बाद मतदाता सूची के लिंगानुपात में भी सुधार होगा। साथ ही महिला मतदाताओं से वोटर टर्न आउट में भी सहयोग लिया जाएगा।राज्य में लोकसभा चुनाव के दौरान 40 में 39 लोकसभा क्षेत्र में मतदान राष्ट्रीय औसत से भी कम होता है। ऐसे में जीविका समूह से मतदान के प्रति जागरूकता अभियान भी चलाएंगीं।
दरअसल, मतदाता सूची की त्रुटियों में सुधार को लेकर आयोग अभियान चला रहा है। ऐसे में आयोग का मानना है कि इस कार्य में भी जीविका दीदियां काफी मददगार साबित हो सकती हैं।
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