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Jitan Ram Manjhi: कट गई बिहार से दिल्ली की टिकट, मगर अपने ही स्टेशन पर छूट गई मांझी की ट्रेन; किसने किया 'खेला'?

हिन्दुस्तानी अवाम मोर्चा के संस्थापक जीतनराम मांझी गया से चुनाव जीत गए। केंद्रीय मंत्रिमंडल में शामिल भी हो गए मगर वह अपने विधानसभा क्षेत्र इमामगंज में एनडीए के घटक भाजपा उम्मीदवार सुशील कुमार सिंह को बढ़त नहीं दिला पाए। दूसरी ओर उजियारपुर के राजद विधायक डॉ. आलोक मेहता लोकसभा चुनाव में राजद उम्मीदवार थे। अपने विस क्षेत्र में भी भाजपा के नित्यानंद राय से परास्त हो गए।

By Arun Ashesh Edited By: Rajat Mourya Updated: Tue, 11 Jun 2024 04:32 PM (IST)
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गया से नवनिर्वाचित सांसद एवं मोदी सरकार में कैबिनेट मंत्री जीतन राम मांझी (फाइल फोटो)
राज्य ब्यूरो, पटना। Bihar Politics News लोकसभा चुनाव लड़ने वाले 12 में से चार विधायक संसद पहुंच गए, लेकिन कुल छह विधायकों का हिसाब यह है कि उनके विधानसभा क्षेत्र में उनकी या उनसे जुड़े गठबंधन के उम्मीदवारों की हार हो गई।

हिन्दुस्तानी अवाम मोर्चा के संस्थापक जीतनराम मांझी गया से चुनाव जीत गए। केंद्रीय मंत्रिमंडल में शामिल भी हो गए, मगर वह अपने विधानसभा क्षेत्र इमामगंज में एनडीए के घटक भाजपा उम्मीदवार सुशील कुमार सिंह को बढ़त नहीं दिला पाए।

बीजेपी को बढ़त नहीं दिला सके मांझी

मांझी का विधानसभा क्षेत्र औरंगाबाद लोकसभा का हिस्सा है। इमामगंज में भाजपा को 68271 और राजद के अभय कुमार कुशवाहा को 70899 वोट मिला। इस सीट पर राजद की जीत हुई है। पूर्णिया की राजद उम्मीदवार बीमा भारती इसी संसदीय क्षेत्र के रुपौली विधानसभा क्षेत्र से 2020 में जदयू टिकट पर विधायक बनी थीं।

इसबार विस की सदस्यता से त्याग पत्र देकर राजद टिकट पर पूर्णिया से चुनाव लड़ीं। उन्हें रुपौली विस क्षेत्र में 10968 वोट मिला। निर्दलीय पप्पू यादव को इस क्षेत्र में 70 हजार से अधिक वोट मिला। दरभंगा ग्रामीण के राजद विधायक दरभंगा लोकसभा क्षेत्र से चुनाव लड़े।

नित्यानंद राय से परास्त हुए आलोक मेहता

उनके विस क्षेत्र में राजद को 64464 और भाजपा के गोपालजी ठाकुर को 88534 वोट मिला। उजियारपुर के राजद विधायक डॉ. आलोक मेहता लोकसभा चुनाव में राजद उम्मीदवार थे। अपने विस क्षेत्र में भी भाजपा के नित्यानंद राय से परास्त हो गए। उन्हें 91546 और भाजपा को 92947 वोट मिला।

सुपौल के राजद उम्मीदवार रहे चंद्रहांस चौपाल सिंहेश्वर के विधायक हैं। उन्हें अपने विधानसभा क्षेत्र में 76613 वोट मिला। जदयू उम्मीदवार दिनेशचंद्र यादव के खाता में 93738 वोट जमा हुए। गया के राजद उम्मीदवार कुमार सर्वजीत राज्य के कृषि मंत्री रहे हैं। वह बोधगया से राजद के विधायक हैं।

बोधगया में उन्हें 73944 और हिन्दुस्तानी अवाम मोर्चा के जीतनराम मांझी को 91088 वोट मिला। जहानाबाद के राजद सांसद डा. सुरेंद्र यादव का विधानसभा क्षेत्र बेलागंज गया लोकसभा का हिस्सा है। बेलागंज में गया लोकसभा क्षेत्र के राजद उम्मीदवार 70436 और मोर्चा के उम्मीदवार को 67890 वोट मिला।

अररिया के राजद उम्मीदवार मो. शाहनवाज लोकसभा चुनाव हारने के बावजूद अपने विधानसभा क्षेत्र जोंकीहाट में 1,21, 798 वोट लाने में सफल रहे। इस विधानसभा क्षेत्र में भाजपा के प्रदीप कुमार सिंह को 56826 वोट मिला। बक्सर के राजद सांसद चुने गए सुधाकर सिंह को विधानसभा क्षेत्र रामगढ़ में भाजपा से करीब 10 हजार अधिक वोट मिला।

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