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Bihar Politics: 'हम जहां चाहेंगे वहां पर...', सीटों के बंटवारे के बाद मांझी का बड़ा बयान; सियासी हलचल तेज

बिहार एनडीए में सीटों का बंटवारा हो चुका है। मांझी की पार्टी को सिर्फ एक सीट मिली है। सीट शेयरिंग के बाद मांझी ने 10 प्रतिशत वोट का जिक्र किया है। मांझी ने कहा है कि उनके पास 10 प्रतिशत वोट है जहां वो चाहेंगे वहां वोट पड़ेगा। उन्होंने यह भी कहा कि वो बिहार में एनडीए को 40 सीटें जिताने की कोशिश करेंगे।

By Rajat Kumar Edited By: Rajat Mourya Updated: Tue, 19 Mar 2024 07:42 PM (IST)
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'हम जहां चाहेंगे वहां पर...', सीटों के बंटवारे के बाद मांझी का बड़ा बयान; सियासी हलचल तेज
राज्य ब्यूरो, पटना। हिंदुस्तानी अवाम मोर्चा (हम) के संस्थापक एवं पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी ने दावा किया कि उनकी पार्टी के पास दस प्रतिशत वोट है। जहां चाहेंगे वहां दस प्रतिशत वोट जाएगा। गया सीट मिलने पर मांझी ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को धन्यवाद दिया है।

मांझी ने कहा कि सिर्फ गया सीट नहीं, हम राज्य की सभी 40 सीटें जिताने के लिए पूरा जोर लगा देंगे। चिराग को पांच जबकि हम को महज एक सीट मिलने के सवाल पर मांझी न कहा कि मैंने 1980 में एक बार टिकट मांगा था मगर उसके बाद फिर कभी टिकट या मंत्री पद नहीं मांगा।

उन्होंने कहा कि भाजपा के साथ हम पूर्ण समर्पण के साथ आए हैं। प्रधानमंत्री मोदी मुझे हर मौके पर सम्मान देते हैं। पारस के एनडीए से अलग हो जाने के सवाल पर मांझी ने कहा कि वह खुद को एनडीए का सिपाही कहते थे। सिपाही तो आदेश का पालन करता है। उन्होंने ऐसा नहीं किया इसका मतलब वह सच्चे सिपाही नहीं हैं।

बिहार में पहले चरण का मतदान कब होगा?

बिहार में पहले चरण में चार सीटों पर चुनाव होना है। औरंगाबाद, नवादा के साथ दो सुरक्षित संसदीय क्षेत्रों (गया और जमुई) में 19 अप्रैल को वोट डाले जाएंगे। पिछले चुनाव में ये चारों सीटें राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन के खाते में गई थीं। जमुई और नवादा में लोजपा विजयी रही थी।

गया में जदयू और औरंगाबाद में भाजपा को जीत मिली थी। इस बार भाजपा ने लोजपा से नवादा सीट ले ली है। औरंगाबाद को भी उसने अपने पास रखा है। जदयू के हिस्से की गया सीट को हिंदुस्तानी अवाम मोर्चा के हवाले कर दिया है और जमुई लोजपा के खाते में बनी हुई है।

इस बार राजग के साथ उपेंद्र कुशवाहा का राष्ट्रीय लोकतांत्रिक मोर्चा व जीतन राम मांझी का हिंदुस्तानी अवाम मोर्चा भी है। चिराग 2014 से भाजपा के साथ बने हुए हैं। हालांकि, उनके जमुई के बजाय हाजीपुर से लड़ने की अधिक संभावना है। गया में स्वयं मांझी प्रत्याशी होंगे। पिछली बार महागठबंधन के बैनर तले वहां मात खाए थे।

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