Bihar Politics: बीच मझधार में फंसी मांझी की सियासी नैया, मंत्री पद तो मिला नहीं गया सीट पर भी फंसा पेंच
जीतनराम मांझी की नैया अब भी मझधार में फंसी है। शुक्रवार को हुए नीतीश कुमार के मंत्रिमंडल विस्तार में उनकी पार्टी को कोई नया मंत्री पद नहीं मिला। लोकसभा चुनाव में गया सीट पर भी पूरी सहमति नहीं मिल पाई है। सूत्रों के अनुसार एनडीए की ओर से शनिवार तक का समय मांगा गया है। इसके बाद ही अंतिम रूप से बताया जाएगा कि गया मांझी को मिलेगी या नहीं।
राज्य ब्यूरो, पटना। हिंदुस्तानी अवाम मोर्चा (हम) के संस्थापक और पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी की नैया अब भी मझधार में फंसी है। शुक्रवार को हुए मंत्रिमंडल विस्तार में एक और मंत्री पद तो नहीं ही मिला, लोकसभा चुनाव में गया सीट की मांग पर भी पूरी सहमति नहीं मिल पाई है।
सूत्रों के अनुसार, गया सीट को लेकर अब तक पेंच फंसा है। एनडीए नेताओं की ओर से शनिवार तक का समय मांगा गया है। इसके बाद ही अंतिम रूप से बताया जाएगा कि गया की सीट हम के खाते में गई या नहीं।
गया सीट पर लड़ने की तैयारी पूरी
पार्टी सूत्रों के अनुसार, गया सीट पर हम के चुनाव लड़ने की पूरी तैयारी है। अगर एनडीए से यह सीट नहीं मिलती है, तो पार्टी का शीर्ष नेतृत्व कुछ बड़ा निर्णय ले सकता है।मालूम हो कि जीतन राम मांझी को मनाने में लगातार भाजपा नेता लगे हुए हैं। कुछ दिन पूर्व नित्यानंद राय ने संतोष सुमन से मुलाकात की तो गुरुवार को सम्राट चौधरी मांझी से मिलने पहुंचे थे।
मंत्री नहीं बने पर बढ़ गई सुरक्षा
हम की ओर से अभी मांझी के बेटे व राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ. संतोष कुमार सुमन राज्य सरकार में मंत्री हैं। जीतन राम मांझी ने एक और मंत्री पद की मांग करते हुए प्रदेश अध्यक्ष डॉ. अनिल कुमार का नाम मंत्री पद के लिए बढ़ाया गया था मगर बात नहीं बन पाई। हां, इसके बदले शुक्रवार को ही उनकी सुरक्षा जरूर बढ़ा दी गई है। उन्हें राज्य सरकार ने वाई श्रेणी की सुरक्षा उपलब्ध कराई है।यह भी पढ़ें: नीतीश मंत्रिमंडल विस्तार: JDU ने पुराने तो BJP ने नए चेहरों पर जताया भरोसा, चुनाव से पहले चला बड़ा दांव
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