Jyeshtha Shukla Ekadashi 2024: एकादशी व्रत को लेकर क्या कहता है हिंदू पंचांग? ये 3 मुहूर्त सबसे ज्यादा अहम
पद्म पुराण के अनुसार एकादशी का निर्जला व्रत रखते हुए श्रीहरि विष्णु की पूजा करने से समस्त पापों से श्रद्धालुओं को मुक्ति मिलती है। एकादशी व्रत की महिमा का वर्णन करते हुए श्रीकृष्ण ने गीता में कहा कि तिथियों में एकादशी तिथि प्रिय है। ज्योतिष आचार्यों ने पंचांग गणना के आधार पर बताया कि वर्ष में 24 एकादशी तथा अधिकमास में 26 एकादशी व्रत होते हैं।
जागरण संवाददाता, पटना। Ekadashi Vrat June 2024 ज्येष्ठ शुक्ल एकादशी 17 जून सोमवार को चित्रा नक्षत्र व परिघ योग के साथ रवियोग व जयद योग के सुयोग में निर्जला एकादशी व्रत मनाया जाएगा। इस दिन श्रद्धालु गंगा स्नान करने के साथ घरों व मंदिरों में भगवान विष्णु व मां लक्ष्मी की विधि-विधान के साथ पूजन करेंगे।
पद्म पुराण के अनुसार, एकादशी का निर्जला व्रत रखते हुए श्रीहरि विष्णु की पूजा करने से समस्त पापों से श्रद्धालुओं को मुक्ति मिलती है। एकादशी व्रत की महिमा का वर्णन करते हुए श्रीकृष्ण ने गीता में कहा कि तिथियों में एकादशी तिथि प्रिय है।
एकादशी व्रत को लेकर क्या कहता है पंचांग?
ज्योतिष आचार्यों ने पंचांग गणना के आधार पर बताया कि वर्ष में 24 एकादशी तथा अधिकमास में 26 एकादशी व्रत होते हैं। निर्जला एकादशी व्रत को करने से वर्ष में किए गए एकादशी के समान पुण्य मिलता है।
भगवान विष्णु को पूजन के दौरान केला, पंचामृत, पंजीरी और मखाने की खीर का भोग श्रद्धालु लगाएंगे। व्रत के दिन जरूरतमंद व ब्राह्मणों को दान करने से पुण्य फल की प्राप्ति होती है।
पूजन शुभ मुहूर्त (Ekadashi Vrat Shubh Muhurat)
- एकादशी तिथि : देर रात 04 :37 बजे तक
- शुभ योग मुहूर्त : सुबह 08:25 बजे 10:08 बजे तक
- अभिजित मुहूर्त : दोपहर 11:23 बजे से 12:18 बजे तक
- चर-लाभ-अमृत मुहूर्त : दोपहर 01 :33 बजे से शाम 06:41 बजे तक
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