त्योहारों का महीना कार्तिक शुरू; देखें करवा चौथ, धनतेरस, दीपावली, छठ और देवोत्थान एकादशी की तारीखें
Hindu Festivals in October हिंदू कैलेंडर के मुताबिक आज से कार्तिक मास का आरंभ। चार नवंबर को देवोत्थान एकादशी का व्रत। इसी महीने करवा चौथ धनतेरस दीपावली और छठ जैसे त्योहार भी पड़ेंगे। जानिए इन पर्वों की सही तारीखें
By Jagran NewsEdited By: Shubh Narayan PathakUpdated: Mon, 10 Oct 2022 07:46 AM (IST)
जागरण संवाददाता, पटना। Kartik Snan: कार्तिक महीने को वर्ष का सबसे पवित्र महीना माना जाता है। हिंदू पंचांग का आठवां महीना कार्तिक मास होता है। हिंदू धर्म में स्नान, दान, पुण्यकर्म, धार्मिक अनुष्ठान के लिए कार्तिक मास पवित्र महीना माना जाता है। भगवान श्रीविष्णु को कार्तिक माह बेहद प्रिय है। कार्तिक माह 10 अक्टूबर से आरंभ हो गया है। वहीं इसका समापन आठ नवंबर को होगा।
कार्तिक मास में जागृत होते हैं भगवान विष्णु
चातुर्मास में भगवान विष्णु शयन करते हैं वहीं कार्तिक मास में वे जागृत हो जाते हैं। इस माह के दौरान करवा चौथ, धनतेरस, दिवाली, गोवर्धन पूजा, भैया दूज, लोक आस्था का महापर्व छठ, देवोत्थान एकादशी समेत कई प्रमुख त्यौहार हैं।
13 अक्टूबर को करवा चौथ
करवा चौथ का व्रत महिलाएं अपने पति की लंबी आयु व उनके अच्छे स्वास्थ्य के लिए करती है। करवा चौथ अखंड सौभाग्य का व्रत है। इस दिन महिलाएं दिन भर निर्जला व्रत रखती है। रात को चलनी से पहले चांद उसके बाद पति का दीदार कर व्रत को पूर्ण करती है।22 अक्टूबर को धनतेरस
दीपावल के दो दिन पहले धनतेरस मनाई जाएगी। मान्यता है कि इस दिन सोना, बर्तन खरीदने से मां लक्ष्मी का घर में वास होता है। ज्योतिष आचार्य श्रीनिवास पाठक ने बनारसी पंचांग के हवाले से बताया कि कार्तिक माह के कृष्णपक्ष की त्रयोदशी तिथि 22 अक्टूबर शाम 4.32 बजे आरंभ होकर 23 अक्टूबर शाम 5.04 बजे समाप्त होगी।
धनतेरस पर दीपदान का महत्व
शास्त्रों के अनुसार धनतेरस की पूजा प्रदोष काल संध्या शाम सबसे उत्तम माना जाता है। पंचांग के अनुसार धनतेरस 22 अक्टूबर को मनाई जाएगी। इस दिन भगवान धनवंतरी की पूजा से सौभाग्य और धन में वृद्धि होती है। धनतेरस पर दीपदान का विशेष महत्व है।24 अक्टूबर को दीपावली
कार्तिक मास की अमावस्या पर दीपावली का पर्व मनाया जाता है। इस बार 24 अक्टूबर को दीपावली का पर्व मनाया जाएगा। दीपावली के दिन भगवान गणेश, मां लक्ष्मी की पूजा अर्चना करने से घरों में सुख-समृद्धि की वृद्धि होती है। वहीं सिंह लग्न में मां काली की भी पूजा की जाती है। लक्ष्मी पूजन का शुभ मुहूर्त वृष लग्न में शाम 6.57 बजे से आरंभ होकर 8.53 बजे तक है। वहीं ङ्क्षसह राशि में पूजा का मुहूर्त रात्रि 1.25 बजे के बाद से आरंभ होगा।
आपके शहर की हर बड़ी खबर, अब आपके फोन पर। डाउनलोड करें लोकल न्यूज़ का सबसे भरोसेमंद साथी- जागरण लोकल ऐप।